अहमदाबाद प्लेन क्रैश: विमान उड़ा रहे थे ये दो पायलट, जानिए पूरी प्रोफाइल
गुजरात के अहमदाबाद शहर में गुरुवार को एक बड़ा विमान हादसा हो गया. इस फ्लाइट को कैप्टन सुमित सभरवाल ऑपरेट कर रहे थे, जो इस उड़ान के मुख्य पायलट थे. उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर को-पायलट की भूमिका में थे. दोनों पायलटों के अनुभव और प्रोफेशनल रिकॉर्ड को देखते हुए हादसे की परिस्थितियों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं.

गुजरात के अहमदाबाद शहर में गुरुवार को एक बड़ा विमान हादसा हो गया. एयर इंडिया की एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गई. विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें दो पायलट, 10 कैबिन क्रू और 230 यात्री शामिल थे. एयर इंडिया और डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं. अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हादसा रनवे से टेकऑफ के कुछ ही देर बाद हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, विमान के इंजन में तकनीकी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, हादसे के कारणों की जांच अभी जारी है. इस फ्लाइट को कैप्टन सुमित सभरवाल ऑपरेट कर रहे थे, जो इस उड़ान के मुख्य पायलट थे. उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर को-पायलट की भूमिका में थे. दोनों पायलटों के अनुभव और प्रोफेशनल रिकॉर्ड को देखते हुए हादसे की परिस्थितियों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं.
पायलटों के पास था कितना अनुभव?
लंदन जा रही एयर इंडिया के विमान के मुख्य पायलट सुमित सभरवाल के पास 200 घंटों के अनुभव वाले एलटीसी हैं. वही विमान के को-पायलट लाइव कुंदर के पास 11 घंटे का फ़्लाइट एक्सपीरियंस था.
विमान का को-पायलट कौन होता है?
हर बार जब कोई विमान उड़ान भरता है, तो कॉकपिट में दो पायलट मौजूद होते हैं. एक कैप्टन और दूसरा को-पायलट, जिसे तकनीकी भाषा में फर्स्ट ऑफिसर कहा जाता है. कैप्टन उस विमान का मुख्य पायलट होता है, जो फ्लाइट की पूरी ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर उठाता है. वहीं, फर्स्ट ऑफिसर उसका सहयोगी होता है और उसे उड़ान के हर पहलू में मदद करता है. को-पायलट आमतौर पर जूनियर पायलट होते हैं, लेकिन उनके पास भी उड़ान भरने की पूरी ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन होता है. फ़्लाइट के दौरान कैप्टन और को-पायलट बारी-बारी से विमान उड़ाते हैं, और किसी आपात स्थिति में दोनों एक साथ मिलकर निर्णय लेते हैं. आमतौर पर पांच साल के अनुभव और निर्धारित उड़ान घंटे पूरे करने के बाद, किसी फर्स्ट ऑफिसर को प्रमोट करके कैप्टन की पोस्ट दी जाती है. इस तरह को-पायलट की भूमिका न सिर्फ सहायक की होती है, बल्कि वह एक ट्रेनिंग में रह रहे भविष्य के कैप्टन भी होते हैं.
बताते चलें कि एयर इंडिया की ये बोइंग 737 पैसेंजर फ्लाइट थी. फ्लाइट अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए रवाना हो रही थी. हादसा दोपहर 1:39 बजे हुआ. रनवे 23 से रवाना होने के तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर जमीन पर गिर गया.प्लेन क्रैश होने के बाद फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची. राहत और बचाव का काम किया जा रहा है. हालांकि इस हादसे में कितना जानमाल का नुकसान हुआ है, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है.हादसा अहमदाबाद हॉर्स कैंप के पास हुआ, ये क्षेत्र सिविल हॉस्पिटल के पास है. स्टेट पुलिस कंट्रोल रूम ने हादसे की पुष्टि की है. अधिकारियों ने लोगों से घटनास्थल से दूर रहने का आग्रह किया है.