'स्वदेशी अपनाओ, विदेशी भगाओ', छत्तीसगढ़ में ट्रंप के विरोध में RSS का अभियान; कांग्रेस बोली- ये ढकोसला है
‘स्वदेशी अपनाओ विदेशी भगाओ’ के नारे और इसको लेकर जन जागरण की बात का कांग्रेस मजाक बना रही है. पर RSS के इस अभियान का असर क्या और कैसा होगा इसका जवाब भविष्य की गोद में है. हालांकि स्वदेशी अपनाओ विदेशी भगाओ को लेकर सियासत तेज हो गई है.
Follow Us:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाया है. इसे लेकर विरोध के स्वर तेजी से उठ रहे हैं. ट्रंप के टैरिफ के विरोध में RSS स्वदेशी अपनाओ विदेशी भगाओ का नारा बुलंद करने की बात कह रही है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ट्रंप टैरिफ के खिलाफ मुहिम छेड़ने का अनुरोध आम लोगों से किया है. RSS के जन जागरण का जनता पर कितना असर होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन स्वदेशी अपनाओ विदेशी भगाओ के नारे ने नई सियासत शुरू कर दी है.
स्वदेशी जागरण मंच का ऐलान
स्वदेशी जागरण मंच के प्रान्त संयोजक जगदीश पटेल कहते हैं कि "जिस प्रकार से अमेरिका राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने यह जो टैरिफ कट लगाया है, हो सकता है सरकार इसके खिलाफ कुछ निर्णय ले, लेकिन समाज के एक संगठन के नाम समाज के एक संगठन के नाते आर्थिक क्षेत्र में कार्य करने के नाते हमने स्वदेशी जागरण मंच पर एक निर्णय लिया. जनता सर्वोपरी होती है. आपके बीच में बहुत जनता के बीच में जना चाहिए और इस विषय और किसी विषय को रखना चाहिए. क्योंकि हम अगर भारतीय वास्तुओं और विक्रय करेंगे तो निश्चित रूप से यह तारीफ का जो प्रभाव है, वो उसको हम शून्य कर सकते हैं. आज भारत जो है दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है. हम अगर अपने देश की वस्तुओं का ही उपयोग करेंगे तो हमारी आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी."
"RSS का पॉलीटिकल प्रोपागंडा है..."
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि "RSS का पॉलीटिकल प्रोपागंडा है. वास्तव में यदि अमेरिका को मुंहतोड़ जवाब देना है तो भारत के प्रधानमंत्री जिस प्रकार से नोटबंदी के लिए शम को 8:00 बजे टीवी में आये थे वो जी 1 दिन टीवी पे आये देश के लोगों को सम्बोधित करें कि भारत के लोग आज से ही अमेरिकी सामान का बहिष्कार करते हैं. भारत पूरी दमदारी दिखाएं और अमेरिका के साथ पूरे तरीके से व्यापार बंद करने की धमकी दे."
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement