मुस्लिम महिला ने भैया बोल कर Yogi से मांगी थी मदद सिर्फ दो घंटे में पूरी हुई ‘डिमांड’!
Varanasi में कुछ दिनों पहले सीएम योगी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर गये थे जहां उन्होंने पहली बार जनता दरबार लगाया था और इसी दौरान एक मुस्लिम महिला अपनी फरियाद लेकर आई थी, जिसका नाम था शैला खानम और उसने योगी को भैया बोलकर मांगी थी मदद सिर्फ दो घंटे में हो गया एक्शन, क्या है पूरा मामला देखिये खास रिपोर्ट !
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उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाल रहे भगवाधारी योगी आदित्यनाथ की सरकार का एक ही फंडा है. दंगाइयों के लिए डंडा और जनता के लिए दिल में जगह. और ये बात एक बार नहीं बार-बार योगी सरकार ने साबित करके दिखाई है… जिसका सबसे ताजा उदाहरण है I Love Muhammad के नाम पर मचाया गया बरेली बवाल. जिसके बाद योगी सरकार ने भी दंगाइयों को डंडे की भाषा से समझाया. तो वहीं दूसरी तरफ यही योगी एक मुस्लिम महिला के बच्चे को दुलार करते हुए भी नजर आए.
ये दो तस्वीरें बता रही हैं कि यूपी की सत्ता में बैठे योगी आदित्यनाथ की सरकार दंगाइयों का काल है. और जनता के लिए सेवक. यही वजह है कि मुस्लिम महिलाएं भी सीएम योगी से मदद मांगने में पीछे नहीं रहती हैं. जिसका सबसे ताजा उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब कुछ दिनों पहले सीएम योगी… देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर गये थे. जहां उन्होंने पहली बार जनता दरबार लगाया था... और इसी दौरान एक मुस्लिम महिला अपनी फरियाद लेकर आई थी. जिसका नाम था शैला खानम. और उसने आवेदन पत्र देते हुए कहा था कि 'योगी भइया एक सिलाई मशीन दिलवा दीजिये जिससे हमारी आजीविका चल सके और अपने बच्चों को अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई करा सके क्योंकि मेरे पति की इनकम कम है जिससे परेशानी होती है'
मुस्लिम महिला ने खुद को सीएम योगी की छोटी बहन बताते हुए उनसे सिलाई मशीन मांगी थी और सबसे बड़ी बात ये है कि महज दो घंटे के अंदर वाराणसी जिला प्रशासन ने उन्हें सिलाई मशीन उपलब्ध करवा दी थी... इसी बात से समझ सकते हैं कि योगी सरकार कभी जनता के साथ जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव नहीं करती है. और ये ऐलान खुद सीएम योगी ने बरेली बवाल के बाद श्रावस्ती के एक कार्यक्रम में किया था.
ये सिर्फ एक उदाहरण नहीं है… ऐसे कई मौके आए जब मुस्लिम महिलाओं ने मदद मांगी और योगी सरकार ने मदद भी की… इतना ही नहीं उनके जनता दरबार में भी कोई भेदभाव नहीं होता है… सभी धर्म और जाति के लोग आते हैं अपनी समस्याएं लेकर… और खुद सीएम योगी बिना भेदभाव के उनकी समस्या सुनते हैं… तत्काल समाधान के लिए अफसरों को आदेश भी देते हैं… लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग योगी को मुस्लिम विरोधी बताते हुए एजेंडा चलाते रहते हैं… क्योंकि ऐसे लोगों को सबसे ज्यादा तकलीफ इस बात से होती है कि योगी सरकार… सीएए विरोधी दंगाइयों पर लट्ठ क्यों बजाती है… चौराहे पर उनके पोस्टर लगा कर नुकसान की भरपाई क्यों करवाती है… संभल में सड़क पर तांडव करने वाले कट्टरपंथियों की अकड़ क्यों तोड़ती है… बरेली के दंगाइयों को सबक क्यों सिखाती है... अरे भाई दंगाइयों पर सरकार एक्शन नहीं लेगी तो क्या फूलमाला से उनका स्वागत करेगी... योगी सरकार का तो फंडा क्लियर है… सरकार सबका साथ सबका विकास कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाना जानती है तो उपद्रवियों से सख्ती से निपटना भी जानती है
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