5000 करोड़ खर्च हुए और ट्रेन वहाँ पहुँची जहाँ विरोधी सोच भी ना सकें, कितना बदल जाएगा अनछुया राज्य?
आज़ादी के 78 वर्षों बाद भारत के एक ऐसे सिरे पर ट्रेन पहुँची है, जहाँ लोग सोच चुके थे कि विकास सिर्फ़ एक सपना बनकर रह जाएगा। आइजोल, जो अब तक रेलवे मानचित्र पर सिर्फ एक धुंधली सी उम्मीद थी, अब 51 किलोमीटर लंबी बैराबी-सईरांग रेल लाइन के ज़रिए देश से जुड़ चुकी है.
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