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बेहतर ब्लड सर्कुलेशन से लेकर तनाव को दूर करने में सहायक है विपरीत करणी आसन, जानें किस तरह करें?

आजकल की व्यस्त जिंदगी में तनाव, जल्दी थकान और नींद न आना एक आम समस्या बन चुकी है. अक्सर लोग इनसे निजात पाने के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन सभी चीजों से आप सिर्फ रोजाना योग करके निजात पा सकते हैं. ऐसे में वो कौन सा योगासन है जो आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है. चलिए जानते हैं.

16 Nov, 2025
( Updated: 06 Dec, 2025
11:31 PM )
बेहतर ब्लड सर्कुलेशन से लेकर तनाव को दूर करने में सहायक है विपरीत करणी आसन, जानें किस तरह करें?

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव, थकान और अनिद्रा आम समस्या बन गई है. लेकिन योगासन का अभ्यास कर इन समस्याओं की छुट्टी की जा सकती है. विपरीत करणी भी एक ऐसा आसन है, जिसके अभ्यास से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और तनाव, अनिद्रा समेत कई समस्याएं दूर होती हैं.  

विपरीत करणी आसन दिनचर्या में शामिल करना क्यों है जरुरी? 

आयुष मंत्रालय विपरीत करणी आसन को दिनचर्या में शामिल कर नियमित अभ्यास की सलाह देता है. यह तनाव और अनिद्रा से राहत देता है, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है, दिमाग को शांत करता है और पूरे शरीर को स्वस्थ करता है.

रोजाना 5-10 मिनट करें विपरीत करणी आसन! 

विपरीत करणी को 'लेग्स अप द वॉल पोज' भी कहते हैं. इसमें पैरों को दीवार पर टिका कर लेटना होता है. यह आसन शुरुआती लोगों के लिए भी आसान है और घर पर आसानी से किया जा सकता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि रोजाना 5-10 मिनट के अभ्यास से बेहतर परिणाम मिलते हैं. 

विपरीत करणी आसन करने के क्या फायदें हैं? 

विपरीत करणी आसन के अभ्यास से कई फायदे मिलते हैं. पैर ऊपर होने से खून का प्रवाह हृदय की ओर आसानी से होता है. वैरिकोज़ वेंस और पैरों की सूजन कम होती है. दिमाग में ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ती है, जिससे स्ट्रेस हार्मोन (कोर्टिसोल) कम होता है. सोने से पहले करने पर गहरी नींद आती है. दिमाग शांत होता है. पेट के अंगों पर हल्का दबाव पड़ता है, इससे कब्ज और अपच में आराम मिलता है. सिर नीचे होने से ब्रेन का रक्त संचार बढ़ता है, सिरदर्द, माइग्रेन में राहत मिलती है. लंबे दिन की थकान पैरों में जमा होती है, इस आसन से आराम मिलता है.

कैसे करें विपरीत करणी आसन? 

योग एक्सपर्ट विपरीत करणी आसन के अभ्यास को सही तरीके से करने की विधि बताते हैं. इसके लिए सबसे पहले दीवार के पास फर्श पर चटाई बिछाएं. कूल्हों को दीवार से सटा कर लेटें फिर पैरों को ऊपर की ओर दीवार पर टिका दें, शरीर एल आकार में हो. हाथों को किनारे रखें और हथेलियों को ऊपर. आंखें बंद कर गहरी सांस लें और इसमें 5-10 मिनट तक रहें.

किनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है विपरीत करणी आसन? 

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एक्सपर्ट कुछ सावधानी रखने की भी सलाह देते हैं. गर्भवती महिलाओं, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों, गर्दन या कमर दर्द से परेशान लोगों को एक्सपर्ट की देखरेख में ही विपरीत करणी आसन का अभ्यास करना चाहिए. जिनकी हाल ही में पेट की सर्जरी हुई हो, उन्हें यह योगासन नहीं करना चाहिए.

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