बार-बार बुखार कर रहा है परेशान? तो सुरक्षा कवच बनेगें ये आयुर्वेदिक नुस्खें
क्या आप जानते हैं सर्दी-खांसी की समस्या हर साल मौसम बदलते ही क्यों बढ़ जाती है? इसका कारण सिर्फ ठंडी हवा नहीं, बल्कि शरीर की कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता भी है. जब इम्यूनिटी कमजोर होती है, तो वायरस और बैक्टीरिया जल्दी असर दिखाने लगते हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि आयुर्वेद में इसका आसान समाधान छिपा है. जो न केवल शरीर को स्वस्थ्य रखता है बल्कि शरीर को अंदर से मज़बूत भी बनाता है.
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बदलते मौसम में सर्दी-खांसी और जुकाम से बचाव बेहद ज़रूरी है. अक्टूबर के महीने से ही सर्दी और जुकाम ज़्यादा होने लगता है, क्योंकि मौसम का बदलाव हवाओं में दिखने लगता है. ऐसे मौसम में बच्चे और बड़े दोनों ही संक्रमण से प्रभावित होते हैं. सर्दी और जुकाम के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा और गर्म पानी का सेवन गले को साफ रखने में मदद करता है और कफ से राहत प्रदान करता है.
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाए?
ऐसे में सर्दी-खांसी और जुकाम तभी परेशान करते हैं, जब शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए विटामिन C, ओमेगा फैटी एसिड और विटामिन D भरपूर मात्रा में लेना चाहिए, लेकिन अगर बदलते मौसम के साथ सर्दी-खांसी और जुकाम परेशान करते हैं तो अदरक, काली मिर्च, हल्दी और तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर दिन में दो बार लेना चाहिए. काढ़े के स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें असली शहद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
सर्दी-खांसी और जुकाम से छुटकारा कैसे पाएं
सर्दी-खांसी और जुकाम की समस्या से निजात पाने के लिए भाप लेना बहुत अच्छा तरीका है. अगर जुकाम और नाक बंद की परेशानी है, तो नाक से भाप को अंदर लेना चाहिए. यह तरीका श्वसन नलियों को खोलने का काम करेगा और अगर बलगम और खांसी परेशान कर रही है, तो मुंह के रास्ते से भाप को अंदर लेना चाहिए. इससे छाती में जमी बलगम बाहर आना शुरू हो जाएगी और खांसी में भी राहत मिलेगी. यह तरीका बड़े और बच्चे दोनों के लिए कारगर है.
हल्के गर्म पानी का इस तरह करें उपयोग
पूरे दिन हल्का गर्म पानी पीना चाहिए. इससे शरीर गर्म रहेगा और संक्रमण से भी बचाव होगा. इसके अलावा, सरसों के तेल की बूंदों को नाक में डालने से भी जुकाम में आराम मिलता है.
खांसी-सर्दी से राहत पाने के लिए इस तरह करें मुलेठी का इस्तेमाल
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खांसी और सर्दी में होने वाली जकड़न अगर परेशान करती है तो इसके लिए मुलेठी का काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है. मुलेठी पुरानी से पुरानी खांसी को जड़ से खत्म करने की ताकत रखती है. इसके अलावा, सरसों के तेल में अजवाइन और लहसुन डालकर तेल को पका लीजिए और रात को सोने से पहले गर्दन और छाती पर मालिश कीजिए. यह तरीका शरीर को गर्म रखेगा.
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