ट्रंप या मस्क, अमेरिका में किसकी चलेगी, बहस के बाद मिला जवाब
अमेरिका की सत्ता ट्रंप के हाथों में आई हो लेकिन असल में अमेरिका के राष्ट्रपति X समेत कई कंपनियों के मालिक टेक अरबपति एलन मस्क हैं यानी की असली पावर मस्क के हाथों में होगी…कभी ये भी कहा जा रहा है वो अमेरिका के हाउस स्पीकर बन सकते चुनाव के दौरान मस्क ने ट्रंप की चुनाव जीतने में खूब मदद की है…लेकिन क्या सच में एलन मस्क अमेरिका की सत्ता चलाएंगे इसपर अब ट्रंप भी खुलकर बोले हैं..

अमेरिका में ट्रंप के आने के बाद से दुनिया भर में हलचल है।20 जनवरी को ट्रंप शपथ लेंगे उससे पहले वो दुनिया भर में चर्चा का विषय बने हुए है। लेकिन इस वक़्त एक और शख़्स है जिसकी चर्चा खूब है और कहा तो ये जा रहे है कि भले ही अमेरिका की सत्ता ट्रंप के हाथों में आई हो लेकिन असल में अमेरिका के राष्ट्रपति X समेत कई कंपनियों के मालिक टेक अरबपति एलन मस्क हैं यानी की असली पावर मस्क के हाथों में होगी। कभी ये भी कहा जा रहा है वो अमेरिका के हाउस स्पीकर बन सकते हैं।अब ये सब जानते है कि मस्क ट्रंप के बेहद करीबी हैं।और चुनाव के दौरान मस्क ने ट्रंप की चुनाव जीतने में खूब मदद की है। लेकिन क्या सच में एलन मस्क अमेरिका की सत्ता चलाएंगे इसपर अब ट्रंप भी खुलकर बोले हैं।उन्होंने कहा"नहीं, वह राष्ट्रपति पद नहीं ले रहे हैं. वे आगे भी अमेरिकी राष्ट्रपति के पद पर ना बैठ सकते हैं और ना चुनाव लड़ सकते हैं क्योंकि इसमें एक समस्या है. जानते हैं क्यों? क्योंकि उनका जन्म इस देश में नहीं हुआ है, वो दक्षिण अफ्रीका में पैदा हुए थे.अमेरिकी संविधान के अनुसार राष्ट्रपति का जन्मजात अमेरिकी नागरिक होना आवश्यक है''
हालांकि, ट्रंप ने यह जवाब देने से पहले अपने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के सबसे बड़े दानदाताओं में से एक मस्क की तारीफ करते हुए कहा - ''क्या ऐसे स्मार्ट लोगों का होना अच्छा नहीं है जिन पर हम भरोसा कर सकें? क्या हम ऐसा नहीं चाहते? लेकिन नहीं, वह राष्ट्रपति नहीं बनने जा रहे हैं, यह मैं आपको बता सकता हूं. और मैं सुरक्षित हूं.''
आपको बता दें कि अमेरिकी संविधान के मुताबिक़, राष्ट्रपति का देश में जन्म लेना अनिवार्य है। और एक्स के सीईओ एलन मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। ट्रंप ने फीनिक्स के एरिजोना में एक रिपब्लिकन सम्मेलन में ये बातें कहीं। अब मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप के ये सब कहे जाने पर कहा, ट्रंप कमाल के हैं। और ट्रंप की जमकर तारीफ़ की। अब एलन मस्क राष्ट्रपति तो नहीं बन रहे लेकिन ट्रंप ने उन्हें एक अहम ज़िम्मेदारी सौंपी है। मस्क और भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी (DOGE) की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस विभाग का काम कई पुरानी नीतियों और समितियों को ख़त्म करना और ज़रूरी बदलाव करना है। ट्रंप ने पहले की कह दिया था कि जीतने का बाद अमेरिकी पॉलिटिकल सिस्टम में ब्यूरोक्रेसी के अंधाधुंध चलन को खत्म करने पर काम करेंगे और इसी कड़ी में ट्रंप चाहते हैं कि मस्क और रामास्वामी मिलकर इसे ख़त्म करें।
DOGE क्या है? और ट्रंप के इस नए डिपार्टमेंट का नाम कहां से आया है?
दरअसल डोजेकॉइन एक पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है और इसे साल 2013 में बनाया गया था। Dogecoin को Billy Markus और Jackson Palmer ने साल 2013 में लॉन्च किया था। दिलचस्प बात ये है कि Bitcoin और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का मजाक उड़ाने के लिए Dogecoin को क्रिएट किया गया था, लेकिन साल 2021 में ये क्रिप्टोकरेंसी चर्चा में आई। इसके चर्चा में आने की वजह भी एलॉन मस्क ही थे।