खालिस्तानियों पर चलेगा भारत सरकार का चाबुक, कब्र खोदने की तैयारी शुरू l Khalistan l Jaishankar
रिटेन में विदेश मंत्री एस जयशंकर के रास्ते को खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों द्वारा रोके जाने के मामले को भारत सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है. भारतीय जांच एजेंसियां इन प्रदर्शनकारियों में से हर एक को चुनचुन कर सामने लाने की रणनीति पर काम कर रही हैं. इसके लिए उसने खालिस्तान समर्थकों के भारतीय कनेक्शन की तफ्तीश शुरू कर दी है

लंदन गए विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ खालिस्तानियों ने जो करने की कोशिश की उसके बाद से भारत का ग़ुस्सा बढ़ता जा रहा है। चैथम हाउस थिंक टैंक के एक कार्यक्रम में पहुंचे जयशंकर की गाड़ी को खालिस्तानी समर्थकों ने घेर लिया था। उनमें से एक ने उनकी गाड़ी के सामने आकर तिरंगा भी फाड़ा। लेकिन शायद ये करना अब खालिस्तानियों के गले की फांस बनने जा रहा है। लंदन में जो भी कुछ हुआ इसे विदेश मंत्रालय ने बेहद गंभीरता से लिया है और अब भारतीय जांच एजेंसियां इन खालिस्तानियों को चुन-चुन कर सामने लाने के लिए लग गई हैं। इन खालिस्तान समर्थकों के भारत से कनेक्शन की जांच भी शुरू हो चुकी है और इन्हें अब लाइन पर लाने के लिए इनकी पहचान कर इनकी संपत्ति पर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी यानी NIA पहले ही ब्रिटेन में स्थित इंडियन हाई कमीशन के सामने हुए हिंसक प्रदर्शन के मामले की जांच कर रही है और इसके लिए वो ब्रिटेन की जांच एजेंसी से भारतीय जांच एजेंसियां लगातार संपर्क में हैं। एजेंसियों को इस बात का भी अंदेशा है कि इंडियन हाई कमीशन के सामने हुए प्रदर्शन में जो खालिस्तानी थे, वो जयशंकर वाली घटना में भी शामिल हो सकते हैं।
वहीं इस घटना के बाद भारत ने ब्रिटेन के दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले खालिस्तानियों पर कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि लगता है इन अलगावादी तत्वों को लाइसेंस मिल गया है।
अब विदेश मंत्री के साथ जो हुआ और जिस तरीके से भारतीय तिरंगे का अपमान हुआ, उसके बाद ब्रिटेन में इन खालिस्तानियों के खिलाफ कोई कार्रवाई हो या फिर न हो, लेकिन भारतीय जांच एजेंसियां तगड़े एक्शन के मूड में हैं और जल्द ही इन तत्वों पर भारत सरकार का चाबुक चलने वाला है।