डायरेक्टर सनोज मिश्रा को रेप केस में मिली जमानत, पीड़िता ने कोर्ट में बदला बयान
दिल्ली हाई कोर्ट से फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा को रेप केस में बड़ी राहत मिली. महिला ने कोर्ट में हलफनामा देकर आरोपों को झूठा बताया और कहा कि वह दोनों सहमति से लिव-इन में थे. जानिए पूरे मामले में क्या है नया मोड़.

फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा, जो कुछ समय पहले महाकुंभ में वायरल हुईं मोनालिसा को फिल्म में काम देने के वादे के चलते लाइमलाइट में आए थे, अब एक बार फिर चर्चा में हैं मगर इस बार वजह बिल्कुल अलग है. जिस महिला ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे, उसी ने अब कोर्ट में हलफनामा देकर दावा किया है कि उसने सनोज मिश्रा के खिलाफ शिकायत विरोधियों के बहकावे में आकर दर्ज करवाई थी.
"हम लिव-इन में थे, आरोप झूठे हैं"
दिल्ली हाई कोर्ट में दर्ज हलफनामे के मुताबिक, महिला ने माना कि वो और सनोज मिश्रा आपसी सहमति से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे और उनके बीच कोई जबरदस्ती नहीं हुई. महिला ने ये भी कहा कि उसे किसी वसीम नाम के व्यक्ति ने उकसाया, जिसके कारण उसने सनोज के खिलाफ बलात्कार सहित कई धाराओं में शिकायत दर्ज करवाई थी.
कोर्ट से बड़ी राहत, मिला जमानत आदेश
दिल्ली हाई कोर्ट ने महिला के इस बयान और एफिडेविट को ध्यान में रखते हुए सनोज मिश्रा को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया. कोर्ट ने ये भी माना कि मामले में अब गंभीरता उस स्तर की नहीं रही, जैसा पहले दिखाया गया था.
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कब और कैसे हुई थी गिरफ्तारी?
बता दें कि 30 मार्च 2024 को सनोज मिश्रा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन पर IPC की धारा 376 (बलात्कार), 354C (निजता का उल्लंघन), 313 (गर्भपात के लिए मजबूर करना), 323 (मारपीट), और 506 (धमकी देना) जैसे संगीन आरोप लगे थे.
पीड़िता ने शुरुआत में दावा किया था कि मिश्रा ने उन्हें एक्ट्रेस बनाने का वादा किया, काम दिलाने के नाम पर अपने पास बुलाया और कई बार यौन शोषण किया. इतना ही नहीं, उन्होंने धमकी भी दी थी कि अगर उसने मुंह खोला, तो इंडस्ट्री में कोई काम नहीं मिलेगा.
वीडियो में महिला ने किया खुलासा
हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वही महिला अपनी शिकायत को झूठा बताती नजर आई.इस वीडियो को खुद सनोज मिश्रा ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. वीडियो में महिला साफ कहती है कि वो सनोज के खिलाफ एक साजिश का हिस्सा बन गई थी और अब सच्चाई सामने लाना चाहती है. उसने ये भी आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने मोनालिसा की फिल्म को रोकने के लिए उसे सनोज के खिलाफ इस्तेमाल किया.
बता दें सनोज मिश्रा पहली बार चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने कुंभ मेले में वायरल हुई लड़की मोनालिसा को अपनी फिल्म में काम देने का एलान किया. उन्होंने मोनालिसा को एक्टिंग सिखाने के लिए उसके गांव तक जाकर उसे अपने साथ लाया और फिल्मी दुनिया से जोड़ने की कोशिश की. यही मौका था जब उनका नाम पहली बार मीडिया में प्रमुखता से सामने आया.
कोर्ट की सख्त टिप्पणी
फैसला सुनाते हुए हाई कोर्ट ने टिप्पणी की कि इस तरह के झूठे यौन उत्पीड़न के आरोप न केवल किसी निर्दोष की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि पूरे सिस्टम में अविश्वास फैलाते हैं. अदालत ने कहा कि इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई जरूरी है ताकि कानून का दुरुपयोग रोका जा सके और असली पीड़ितों की आवाज कमजोर न हो.