Advertisement

बॉलीवुड का दोहरा चेहरा! कभी छोटे से मुद्दे पर सड़कों पर उतर आया था पूरा बॉलीवुड... आतंकवाद-PAK के खिलाफ कब बुलंद करेगा आवाज?

जब बात बॉलीवुड के हुक्के पानी पर आई, उन्हें पैसे की मार पड़ी, तब पूरा बॉलीवुड सड़क पर आ गया, जब बात ख़ुद पर बन आई तो बॉलीवुड सितारों ने भीड़ इक्कठा कर ली. लेकिन जब देश में आतंकी हमला होता है, हिंदुओं को उनका धर्म पूछकर मार दिया जाता है, जब बॉलीवुड मौन धारण करके बैठ जाता है, इस तरह सब कुछ इग्नोर करता है, जैसे उसे देश के हिंदुओं से कोई फर्क ही नहीं पड़ता है. देश में हिंदुओं के दम पर अपनी दुकान चलाने वाले बॉलीवुड सितारे हिंदुओं की हत्या पर चुप ही रहते हैं.
बॉलीवुड का दोहरा चेहरा! कभी छोटे से मुद्दे पर सड़कों पर उतर आया था पूरा बॉलीवुड... आतंकवाद-PAK के खिलाफ कब बुलंद करेगा आवाज?
22 अप्रैल 2025, इस दिन को शायद ही  देश भूल पाएगा! जिस बर्बरता से  आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर मासूम हिंदू टूरिस्टों को गोलियों से भूनकर उनकी जान ले ली, उसके बाद से ही देश गुस्से में है. हर कोई आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है. किसी ने अपने पति को खो दिया, तो किसी ने अपने पिता को, एक पल में 26 परिवारों की जिंदगी में मातम परस गया. कब और कैसे इस निर्मम हत्याकांड का बदला लिया जाएगा, हर कोई इस इंतजार में है. 

हिंदुओं की मौत पर चुप बैठा है बॉलीवुड!

देश की जनता से करोड़ो की नेटवर्थ बनाने वाले बॉलीवुड स्टार्स इस आतंकी हमले पर औपचारिकता भर निभाकर अपने ढर्रे पर लौट आए हैं. सो कॉल्ड सुपरस्टार्स ने सोशल मीडिया पर उँगलियाँ चलाकर मारे गए 26 नर्दोष लोगों की मौत पर दुख जताने की पोस्ट तो कर दी है, लेकिन उनकी पोस्ट में ना तो संवेदनशीलता नजर आई और ना ही गंभीरता. हां, इतना जरूर है कि कुछ एक ने औपचारिकता निभा दी है. औपचारिकता निभाने में भी इन्होंने इस बात का विशेष ध्यान रखा कि इनके हितों को कोई आंच न आने पाए. इक्का दुक्का स्टार्स ने एक पोस्ट कर सरकार से एक्शन लेने की मांग तो कर दी, शायद वो भी इसलिए की उन्हें ट्रोलिंग का सामना ना करना पड़े. लेकिन पहलगाम में हुई इस बर्बरता को लेकर एक भी बॉलीवुड स्टार सड़क पर नहीं उतरा, किसी ने भी आतंकियों के विनाश के लिए सड़क पर आकर विरोध नहीं किया. सिर्फ एक पोस्ट कर दुख जताया और बस काम खत्म. यहां तक कि कई ने तो पाकिस्तान का नाम तक लेने में गुरेज किया है.
...जब एक छोटे से मुद्दे को लेकर सड़क पर उतर आया था बॉलीवुड
ये साल था 1986, जब बॉलीवुड की बड़ी-बड़ी हस्तियां सड़कों पर उतर आईं थी. इस टाइम की बड़ी हस्तियों ने हड़ताल कर दी थी. और मुद्दा था, फिल्मों के टिकटों पर टैक्स का बढ़ना. तमाम बॉलीवुड के धुरंधर काम धंधा छोड़ हड़ताल पर उतार आए थे. क्या राज कपूर, क्या राजेश खन्ना, दिलीप कुमार,अनिल कपूर,  विनोद खन्ना, हेमा मालिनी, सुनील दत्त, धर्मेंद्र देओल, संजय दत्त, स्मिता पाटिल, जैकी श्रॉफ, शेखर कपूर, ऋषि कपूर समेत कई हस्तियों ने सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन किया था. 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कि 1986 में फिल्म इंडस्ट्री एकजुट होकर प्रोटेस्ट करती दिखाई दी थी. ये प्रदर्शन सरकार द्वारा फिल्मों के टिकट पर लगाए गए भारी टैक्स के खिलाफ था. उनकी मांग थी कि महाराष्ट्र राष्ट्र के सिनेमाघरों में फिल्मों की टिकट पर राहत दी जाए. इसके अलावा ये मांग भी उठी थी कि फिल्म प्रोडक्शन पर लगाया जाने वाला 4% स्टेट सेल्स टैक्स भी हटाया जाए.  इस हड़ताल के दौरान सैंकड़ों प्रोड्यूसर्स ने अपनी फिल्मों से जुड़े काम रोक दिए थे और पूरी इंडस्ट्री की एकता देखने को मिली थी. 

कहा जाता है कि इस प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र के उस टाइम के सीएम रहे एसबी चव्हाण ने एक्टर अमिताभ बच्चन और सुनील दत्त के साथ 6 घंटो तक बातचीत की थी. उस वक्त ये दोनों ही एक्टर्स संसद के सदस्य थे. हालांकि बाद में इसे लेकर समझौता हो गया था. 

जब बात बॉलीवुड के अपने हक और अधिकारों की आई तो पूरी इंडस्ट्री में एकता देखने को मिली थी. लेकिन जब जब हिंदू मारे जाते हैं  तो बॉलीवुड मौन धारण करके बैठे जाता है. तीनों खान से लेकर बच्चन, कुमार, देवगन, रोशन कपूर समेत सभी इस मामले पर एक जुट के साथ विरोध करना तो दूर आतंकियों के ख़िलाफ़ कुछ ख़ास बोल भी नहीं रहे हैं.

बॉलीवुड का दोहरा चेहरा!

जब बात बॉलीवुड के हुक्के पानी पर आई, उन्हें पैसे की मार पड़ी, तब पूरा बॉलीवुड सड़क पर उतर आया. दरअसल,  जब बात ख़ुद पर बन आई तो बॉलीवुड सितारों ने भीड़ इक्कठा कर ली. लेकिन जब देश में आतंकी हमला होता है, हिंदुओं को उनका धर्म पूछकर मार दिया जाता है, जब बॉलीवुड मौन धारण करके बैठ जाता है, इस तरह सब कुछ इग्नोर करता है, जैसे उसे देश के हिंदुओं से कोई फर्क ही नहीं पड़ता है. देश में हिंदुओं के दम पर अपनी दुकान चलाने वाले बॉलीवुड सितारे हिंदुओं की हत्या पर चुप ही रहते हैं. 

जिस बॉलीवुड को देश हीरो मानता है आख़िर वो किस बात का हीरो, जो देश में मारे गए हिंदुओं पर एक शब्द तक नहीं बोल सकते. फिर चाहे वो 26\11 का हमला हो या पुलवामा अधिकांश बॉलीवुड सितारे छुप ही रहे हैं, कुछ ने बोला तो उन्होंने उतना मुखर होकर कुछ नहीं बोला. 

द कश्मीर फाइल्स पर चुप रहा बॉलीवुड! 

आवाज़ उठाना तो दूर साल 2022 में एक फिल्म आई थी द कश्मीर फाइल्स. इस फिल्म में कश्मीर में हुए हिंदुओं के नरसंहार की कहानी दिखाई गई थी. फिल्म में दिखाया गया था कि किस तरह से हिंदुओं को मारा गया था, उन्हें कश्मीर से पलायन करने के लिए मजबूर किया था. जब देश की जनता थियेटर्स से बाहर निकलकर रोती दिखाई दी थी. तब भी फिल्म की रिलीज एक महीने बाद भी बॉलीवुड से इसपर दो शब्द तक नहीं बोले गए. तारीफ़ करना तो दूर कई बॉलीवुड हस्तियों ने इस फिल्म को प्रोपेगेंडा फिल्म बता दिया था. इक्का-दुक्का लोगों ने फिल्म की तारीफ़ की भी, तो ये उनकी मजबूरी बन गई. जब सार्वजनिक मंच पर उनसे कश्मीर फाइल्स से जुड़ा सवाल किया गया तब कुछ हस्तियों ने इस  चुप्पी तोड़ी थी. वरना तो पूरा बॉलीवुड फिल्म पर मौन धारण करके बैठा था. 

वामपंथी की गिरफ्त में बॉलीवुड का नैरेटिव!
वामपंथी सेकुलरिज्म की गिरफ्त में बॉलीवुड का नैरेटिव कई बार दिख चुका है. जब देश में हिंदुओं के ब्याज किसी और धर्म के साथ कोई ग़लत वाक्य होता है, जब बॉलीवुड की  वामपंथी  सोच वाली हस्तियां तुरंत सोशल मीडिया पर एक्टिव हो जाती हैं और देश को बांटने के काम पर लग जाती है. टुकड़े टुक़ड़े गैंग की चर्चा अक्सर ही होती रही है. जो हिंदू के नरसंहार पर तो चुप और दूसरे धर्म के दुखों पर तुरंत हाथ में Clip बोर्ड लेकर खड़े हो जाते हैं.

बॉलीवुड की  वामपंथी सोच पर क्या ही कहा जाए, इनकी मानसिकता तो फिल्मों में भी कई बार देखी जा चुकी है. जिसमें ये हिंदुओं की छवी ख़राब कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश करते हैं, ऐसे में हिंदुओं के नरसंहार पर इसने कुछ बोलने की क्या ही उम्मीद की जाएगी. 

बॉलीवुड पर लगता रहा है PAK प्रेमी होने का आरोप!

पाकिस्तानी प्रेम तो बॉलीवुड में कूट-कूट कर भरा पड़ा है. पाकिस्तानी कलाकारों को प्रमोट करना उन्हें काम देना बॉलीवुड में ये चलन सालों से चलता आ रहा है. उरी और पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी बॉलीवुड पाकिस्तानी सितारों को पना देता है, तभी तो सालों बाद पाक एक्टर फवाद खान को फिर से करियर चमकाने के लिए बॉलीवुड ने न्योता दिया, एक्टर ने अबीर गुलाल नाम की फिल्म से बॉलीवुड में आने की सोची, लेकिन सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी सितारों पर बैन लगा दिया, साथ ही पाक कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट को भी इंडिया में बैन कर दिया. पाक एक्ट्रेस हानिया आमिर को भी इंडस्ट्री ने चमकाने की सोची थी, दिलजीत दोसांझ की फिल्म सरदार जी 3 के ज़रिए वो बॉलीवुड में आने के सपने देख रहीं थी, लेकिन अब उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है. 

हैरान करने वाली बात तो ये है कि पाकिस्तान कलाकार हमेशा ही अपने मुल्क का सपोर्ट करते हैं उनकी नींच हरकत को भी इस तरह से नज़र अंदाज़ कर देते हैं, जैसे कुछ हुआ ही ना हो, लेकिन बॉलीवुड सितारे अपने देश का ही  समर्थन करने से बचते हैं, देश में हुए आतंकी हमले पर भी चैन की नींद लेकर सो जाते हैं. 


Advertisement

Related articles

Advertisement