अमिताभ बच्चन की यादों में ‘शोले’, जब 20 रुपये में देखी जाती थी ब्लॉकबस्टर फिल्म
अमिताभ बच्चन ने हाल ही में ‘शोले’ फिल्म का 20 रुपये का पुराना टिकट शेयर कर फैंस को नॉस्टैल्जिया में डुबो दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर यह टिकट दिखाते हुए लिखा कि उस दौर का सिनेमा सच्चे जादू जैसा था. ‘शोले’ जैसी फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक अनुभव होती थीं. पोस्ट वायरल होते ही फैंस ने भी पुराने दिनों को याद करते हुए भावुक प्रतिक्रियाएं दीं.

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सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक ऐसा पोस्ट शेयर किया जिसने फैंस को 70 के दशक की यादों में डूबा दिया. उन्होंने फिल्म ‘शोले’ के एक पुराने टिकट की तस्वीर साझा की, जिसकी कीमत सिर्फ 20 रुपये थी. इस पोस्ट को देखकर फैंस हैरान रह गए कि एक समय पर बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक फिल्म को इतनी मामूली कीमत में देखा जा सकता था.
फिल्म इतिहास की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर का नायाब टिकट
‘शोले’ को भारतीय सिनेमा के इतिहास में मील का पत्थर माना जाता है. फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई थी, बल्कि इसे आज भी हर उम्र के दर्शक पसंद करते हैं. ऐसे में जब खुद अमिताभ बच्चन ने इसका पुराना टिकट शेयर किया, तो यह उनके चाहने वालों के लिए किसी खजाने से कम नहीं रहा.
पुराने दौर की सादगी और सिनेमाघरों का जादू
20 रुपये में फिल्म देखना आज एक कल्पना जैसी लगती है, लेकिन अमिताभ बच्चन की यह पोस्ट उस दौर की सादगी और सच्चे सिनेमा प्रेम की गवाही देती है. तब न ओटीटी था, न इंटरनेट—सिर्फ सिनेमाघर, टिकट की लाइन और फिल्म की दीवानगी.
अमिताभ बच्चन की पोस्ट ने छेड़ दी भावनाओं की तार
बिग बी का ये पोस्ट केवल एक टिकट नहीं, बल्कि भावनाओं से भरा हुआ एक इतिहास है. फैंस ने इसे देखते ही नॉस्टैल्जिया से भर गए और कमेंट्स में अपने अपने अनुभव साझा करने लगे. किसी ने लिखा “मेरा पहला थिएटर अनुभव यही था,” तो किसी ने कहा “आज के बच्चों को वो जादू कभी नहीं समझ आएगा.”
कला, कहानी और किरदारों का असली जादू
‘शोले’ जैसी फिल्मों की सफलता सिर्फ स्टारकास्ट की वजह से नहीं थी, बल्कि इसकी कहानी, संवाद और हर किरदार ने दर्शकों के दिल में गहरी छाप छोड़ी. आज जब अमिताभ बच्चन उस दौर का टिकट दिखाते हैं, तो वह उस समय के असली सिनेमा की झलक है जहां कंटेंट ही राजा होता था.
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सिर्फ टिकट नहीं, वो दौर भी याद आ गया
बिग बी की इस पोस्ट से ये साफ है कि वो केवल टिकट नहीं दिखा रहे, बल्कि उस पूरी पीढ़ी की यादों को फिर से जी रहे हैं. यह पोस्ट पुरानी पीढ़ी के लिए गर्व और नई पीढ़ी के लिए सीख है—कि जब सिनेमा जुनून था, और टिकट 20 रुपये का खजाना.