जन्माष्टमी पर आधी रात को क्यों काटा जाता है खीरा, आखिर क्या है इसका धार्मिक महत्व, जानें
जन्माष्टमी पर खीरा काटने के पीछे की मान्यता है कि जिस तरह से जन्म के समय एक बच्चे को उसकी मां के गर्भ से अलग किया जाता है, उसी प्रकार खीरे को काटकर भगवान श्रीकृष्ण का भी जन्म उत्सव मनाया जाता है.
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हर साल जन्माष्टमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन इस त्योहार में एक ऐसी परंपरा को भी निभाया जाता है, जिसका धार्मिक महत्व बेहद ही खास होता है. ये रस्म इतनी खास है कि अगर इसे न निभाया जाए तो पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है. आप भी इस परंपरा के बारे में ज़रूर पढ़ें…
जन्माष्टमी की मध्यरात्रि को निभाई जाने वाली रस्म को खीरे काटने की रस्म भी कहा जाता है. इस रस्म को निभाना बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. इस के दिन डंठल वाले खीरे को सिक्के से बिल्कुल उसी तरह काटा जाता है जिस तरह किसी बच्चे के जन्म के समय उसकी गर्भनाल को मां के गर्भ से काटकर अलग किया जाता है. खीरे के डंठल को भगवान श्रीकृष्ण का गर्भनाल माना जाता है. इसके पीछे की मान्यता है कि जिस तरह से जन्म के समय एक बच्चे को उसकी मां के गर्भ से अलग किया जाता है उसी प्रकार खीरे को काटकर भगवान श्रीकृष्ण का भी जन्म उत्सव मनाया जाता है.
इसलिए अगर आप भी पाना चाहते हैं श्रीकृष्ण की कृपा तो ज़रूर निभाएं ये रस्म. इसके अलावा भी आप कुछ चीजों को इस दिन अपने घर ज़रूर लेकर आएं. क्योंकि ज्योतिषों की मानें तो श्रीकृष्ण से जुड़ी इन कुछ चीजों को घर लाने से भी आप सुख-समृद्धि पा सकते हैं.
बांसुरी
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन आप अपने घर में बांसुरी ज़रूर लेकर आएं. क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी बहुत ही ज़्यादा प्रिय है. इसे घर में लाने से सुख-शांति के साथ-साथ घर में समृद्धि भी बनी रहती है. माना जाता है कि जिस घर में बांसुरी होती है, उस घर में कभी भी धन से संबंधित कोई भी परेशानी नहीं होती है.
मोरपंख
जन्माष्टमी के दिन अगर आप मोरपंख लेकर आते हैं तो बेशक आपके घर में शांति तो आएगी ही, साथ ही अगर आप पारिवारिक कलह से जूझ रहे हैं तो आप इससे निजात पा सकते हैं. क्योंकि इसे घर लाने से परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम बढ़ता है. इसलिए इस जन्माष्टमी अपने घर ये मोरपंख ज़रूर लेकर आएं.
बाल श्रीकृष्ण
जन्माष्टमी के दिन घर में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति लाना बेहद ज़रूरी है क्योंकि धार्मिक परंपरा के अनुसार इसे बेहद ही शुभ माना जाता है. श्रीकृष्ण की मूर्ति का घर में आगमन सुख, समृद्धि और शांति का प्रतीक होता है.
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तुलसी का पौधा
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन आप अपने घर में तुलसी का पौधा ज़रूर लगाएं. इसे लगाना बेहद ही शुभ होता है. माना जाता है तुलसी के बिना भगवान श्रीकृष्ण को भोग नहीं लगाया जाता है. इसलिए जब भी आप श्रीकृष्ण की पूजा करें या फिर उन्हें भोग लगाएं तो बेशक आप तुलसी का इस्तेमाल करें.
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