18 या 19 कब है धनतेरस? जानें शुभ मुहूर्त और सही पूजा-विधि
धनतेरस का पर्व नजदीक है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस बार तिथि को लेकर लोगों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में कब है धनतेरस? धनतेरस पर सही पूजा विधि क्या है? धनतेरस पर पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है? आइए विस्तार से जानते हैं.
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दिवाली से दो दिन पहले पड़ने वाला धनतेरस का त्योहार नजदीक है. ये हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है. लेकिन इस बार कई लोगों के मन में कन्फ्यूजन बनी हुई है कि इस बार धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा या फिर 19 अक्टूबर को. ऐसे में चलिए इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं धनतेरस का शुभ मुहूर्त और सही तिथि…
कब है धनतेरस?
धनतेरस की त्रयोदशी दो दिन होने के कारण कई लोगों को कन्फ्यूजन है कि इस बार धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा या फिर 19 अक्टूबर को. इस बार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से लेकर 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. ऐसे में धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर दिन शनिवार को मान्य रहेगा.
धनतेरस पर पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है?
धनतेरस की शाम को भगवान धन्वंतरि, कुबेर जी और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है. ऐसे में इस बार धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त 18 अक्टूबर को शाम 7 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर रात 9 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. यानी पूजा के लिए भक्तों को करीब 2 घंटे 12 मिनट तक का समय मिलने वाला है.
धनतेरस पर पूजन किस तरह करें?
धनतेरस के पर्व पर घर की साफ-सफाई, स्नान आदि से मुक्त हो जाएं इसके बाद मंदिर में लकड़ी की चौकी रखकर लाल कपड़ा बिछा लें. फिर भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और कुबेर जी की तस्वीर रखकर स्थापना करें. सामने घी का दीया जलाकर धूप जलाएं. देवी-देवताओं का कुमकुम लगाकर तिलक करें. फूल अर्पित कर मिठाई अर्पित करें. आरती उतार कर मंत्रोच्चारण के साथ पूजा समाप्त करें.
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धनतेरस पर खरीदारी के दौरान किन बातों का ध्यान रखें?
- धनतेरस पर लोहे की वस्तुओं को खरीदने से बचें.
- चाकू, कैंची भूलकर भी न खरीदें.
- चमड़े से बनी वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए.
- कांच की वस्तुएं राहु से जुड़ी मानी जाती हैं जो आपके घर की सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित कर सकती हैं.
- प्लास्टिक का सामान खरीदने से बचें.
- धनतेरस पर तेल या घी खरीदना भी अशुभ माना जाता है.
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