देश के 4 ऐसे भव्य गणपति पंडाल, जहां गणेश चतुर्थी पर दिखती है आस्था की अनोखी छटा
हर साल गणेश चतुर्थी का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है, जगह-जगह बप्पा के पंडाल सजाए जाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरे देश 4 ऐसे पंडाल हैं जो दुनिया भर में गणेश चतुर्थी के दिन आकर्षण का सबसे बड़ा केन्द्र बनते हैं...
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पूरे देश में गणेश चतुर्थी की धूम है, बप्पा के भक्त बप्पा के रंग में रंगे हैं. क्योंकि बप्पा पूरे 10 दिनों के लिए भक्तों के घर आने वाले हैं, ऐसे में बप्पा के आगमन के लिए पूरे देश में धूम-धाम से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. कई पंडालों को भी सजाया जा रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में 4 पंडाल ऐसे भी हैं जिनकी बात कुछ और ही होती है. आइए जानते हैं भारत के 4 सबसे मशहूर गणपति पंडालों के बारे में…
भारत के 4 सबसे मशहूर पंडाल
लालबागचा राजा, मुंबई
लालबागचा राजा एक ऐसा गणपति पंडाल है जो पूरे भारत में लोकप्रिय माना जाता है. इसकी स्थापना 1934 में की गई थी. आज यहां गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर लाखों भक्त बप्पा के दर्शन के लिए आते हैं. इस पंडाल की खासियत न सिर्फ यहां लगने वाली गणेश प्रतिमा होती है बल्कि यहां मौजूद भक्तों की आस्था भी इसे सबसे अलग पहचान देती है. कहा जाता है कि यहां बप्पा से जो भी मांगो वह जल्द ही पूरा हो जाता है.
केतवाड़ी चा गणराज, मुंबई
यह पंडाल अपनी अनोखी सजावट और बप्पा की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है. 1959 में शुरू हुआ यह पंडाल आज दुनिया के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन चुका है. इसलिए गणेश उत्सव के दौरान दूर-दूर से भक्त यहां इसकी भव्यता को देखने आते हैं.
खैरताबाद गणेश पंडाल, हैदराबाद
यह पंडाल हैदराबाद के सबसे मशहूर पंडालों में से एक है. इसकी शुरुआत 1954 में हुई थी. यहां पहली बार 11 फीट ऊँची गणेश प्रतिमा को स्थापित किया गया था. लेकिन अब आने वाली प्रतिमाओं की ऊंचाई 50 से 100 फीट तक हो जाती है. इन्हें बनाने में कारीगरों की महीनों की मेहनत लगती है इसलिए हर बार गणेश चतुर्थी के दिन यहां लाखों की संख्या में भक्त भगवान गणेश के दर्शन के लिए आते हैं.
नासिक चा राजा, नासिक
यह पंडाल नासिक के सबसे लोकप्रिय पंडालों में से एक है. यहां आने वाली भगवान गणेश की मूर्तियां सभी भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. इसलिए इसे नासिक शहर का लालबागचा राजा भी कहा जाता है. क्योंकि जिस तरह मुंबई में लालबागचा राजा का विशेष महत्व है उसी तरह नासिक में भी इसे आस्था का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है और इस दौरान यहां की शोभा बप्पा के भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं. इसलिए यही कारण है कि यहां हर साल गणेश चतुर्थी पर बप्पा के भक्तों की भारी संख्या में भीड़ लगती है.
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