ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला ने लंदन में स्थित बीएपीएस स्वामिनारायण मंदिर का दौरा किया
तीन दशक पूरे होने पर जब शाही दंपति लंदन के विश्वविख्यात नीसडेन मंदिर पहुंचे, तो पूरे परिसर में उत्सव और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला. महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला ने न केवल मंदिर के दर्शन किए, बल्कि इसके मानवीय सेवा कार्यों की जानकारी भी ली. लेकिन इस ऐतिहासिक दौरे में सबसे खास पल तब आया, जब भारत से परम पूज्य महंत स्वामी महाराज ने एक वीडियो के जरिए आशीर्वाद संदेश शाही जोड़े को दिया.
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परम पूज्य प्रमुख स्वामी महाराज द्वारा निर्मित, 'नीसडेन मंदिर' के रूप में लोकप्रिय और विश्वविख्यात लंदन बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के दर्शन के लिए 1995 से लेकर आज तक पिछले तीस वर्षों में देश-विदेश के करोड़ों लोग पधार चुके हैं. इनमें सामान्य नागरिकों से लेकर अनेक प्रतिष्ठित महानुभाव भी शामिल रहे हैं. इस मंदिर की दिव्य आभा प्रत्येक दर्शनार्थी के हृदय पर एक अमिट छाप छोड़ती है.
30 साल पूरे होने पर शाही दंपति ने किया नीसडेन मंदिर का दौरा
ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी महारानी कैमिला नीसडेन मंदिर के दर्शनार्थ पधारे. दिवाली और हिंदू नव वर्ष के उत्सवमय वातावरण के बीच, और मंदिर के तीन दशक (30 वर्ष) पूर्ण होने के उपलक्ष्य में, शाही दंपति ने मंदिर का दौरा किया. इस अवसर पर, लंदन बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष श्री जीतूभाई पटेल ने शाही परिवार का स्वागत किया. प्रिंस ऑफ वेल्स और डचेस ऑफ कॉर्नवाल के रूप में पूर्व यात्राओं के बाद, राजा और रानी के तौर पर यह उनका मंदिर का पहला दौरा था. शाही परिवार की मंदिर के साथ ऐसी कई पूर्व यात्राएं बीएपीएस हिंदू समुदाय के साथ उनके दीर्घकालिक और स्नेहपूर्ण संबंधों को उजागर करती हैं.
नीसडेन मंदिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बना आध्यात्मिक केंद्र
1995 में अपने उद्घाटन के बाद से, नीसडेन मंदिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बन गया है. श्रद्धा, सेवा और भारतीय संस्कृति के अद्वितीय प्रतीक इस मंदिर ने बाल और युवा विकास, वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल, स्वास्थ्य और मानवीय सहायता जैसे अनेक सेवा कार्यों के माध्यम से ब्रिटिश समाज में निरंतर महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
शाही दंपति ने मंदिर के सेवा कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की
अपनी यात्रा के दौरान, शाही दंपति ने मंदिर के स्वयंसेवकों और भक्त समुदाय से मिलकर मंदिर के सेवा कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की. इसमें द फेलिक्स प्रोजेक्ट के साथ मंदिर की दीर्घकालिक साझेदारी भी शामिल है. यह लंदन स्थित एक चैरिटी संस्था है जो कमजोर वर्ग के लोगों की भूख मिटाने के लिए अतिरिक्त भोजन का पुनर्वितरण करती है, और यह सेवा कार्य किंग चार्ल्स के कोरोनेशन फूड प्रोजेक्ट का भी एक अभिन्न अंग है.
शाही दंपति को मिली बीएपीएस स्वामीनारायण हिंदू मंदिर की जानकारी
मुलाकात के दौरान, शाही दंपति को पेरिस में आगामी सितंबर, 2026 में उद्घाटित होने जा रहे बीएपीएस स्वामीनारायण हिंदू मंदिर, पेरिस के बारे में भी जानकारी मिली. यह फ्रांस का पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर होगा. उन्होंने मंदिर निर्माण परियोजना टीम के मुख्य सदस्यों से भी भेंट की. लंदन मंदिर के मुख्य कार्यवाहक संत योग विवेकदास स्वामी ने टिप्पणी की, “इस ऐतिहासिक अवसर पर भक्त समुदाय शाही दंपति का नीसडेन मंदिर में स्वागत करते हुए आनंद महसूस कर रहा है. उनकी मित्रता और मंदिर के सामाजिक सेवा कार्यों में उनकी निरंतर रुचि के लिए हम उनका बहुत आभार व्यक्त करते हैं.”
पूज्य महंत स्वामी महाराज ने वीडियो के माध्यम से दिया शाही दंपति को आशीर्वाद
विश्वव्यापी बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के आध्यात्मिक प्रमुख, परम पूज्य महंत स्वामी महाराज ने भारत से एक वीडियो संदेश के माध्यम से शाही परिवार के लिए अपनी प्रार्थना और आशीर्वाद व्यक्त करते हुए कहा: “आपकी सार्वजनिक सेवा के दशकों के दौरान, आपने आस्था को महत्व दिया है और धर्मों के बीच सद्भाव को बढ़ावा दिया है; आज आपकी यहां उपस्थिति इसका प्रमाण है.”
किंग चार्ल्स और यूके देश को भी दिया आशीर्वाद!
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इसके अलावा, परम पूज्य महंत स्वामी महाराज ने किंग चार्ल्स को एक व्यक्तिगत पत्र में संपूर्ण यूके देश की प्रगति और समृद्धि के लिए भी आशीर्वाद दिया. मंदिर की सामाजिक और आध्यात्मिक सेवा प्रवृत्तियों में निरंतर अपना अमूल्य योगदान दे रहे स्वयंसेवकों की भक्ति और सेवा को सराहते हुए शाही दंपति ने विदा ली.
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