शनि अमावस्या पर करें इन 5 मंत्रों का जाप, आपकी सफलता देख दुश्मन भी रह जाएंगे दंग
शनि अमावस्या के दिन इस मंत्र का जाप जरूर करें क्योंकि ये मंत्र जीवन से अमंगल दूर करने में कारगर होते हैं. इस दिन इसका 108 बार जाप जरूर करें.
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इस बार शनि अमावस्या 23 अगस्त को मनाई जायेगी. इस दौरान भगवान शनि के अलावा लोग पितरों को शांत करने के लिए उनकी पूजा भी करते है. मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस स्नान के बाद कुछ मंत्र भी हैं जिनके जाप मात्र से ही आप अपने जन्मों के पाप नष्ट कर सकते हैं. इसलिए आप भी इन मंत्रों का जाप जरूर करें. जानिए कौन से हैं ये मंत्र…
इन मंत्रों का करें जाप
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
शनि अमावस्या के दिन इस मंत्र का जाप जरूर करें क्योंकि ये मंत्र जीवन से अमंगल दूर करने में कारगर होता है. इस दिन इसका 108 बार जाप जरूर करें. साथ ही रोजाना भी इस मंत्र का जाप करना न भूलें, क्योंकि ये मंत्र न सिर्फ आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भरेगा बल्कि आपके भय का भी नाश करेगा.
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
रुद्राक्ष की मदद से इस मंत्र का 108 बार जाप जरूर करें. इसके जाप से साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव काफी हद तक कम होता है और पितरों की आत्मा भी शांत होती है.
ॐ पितृभ्य: स्वधा नम:
इस मंत्र का जाप आप 51 या फिर 21 बार भी कर सकते हैं. इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. पितृदोष से मुक्ति मिलती है साथ ही पितृरों का निवारण भी होता है.
ॐ पितृदेवताभ्य: नम:, पितृऋण विनाशाय स्वाहा
इस मंत्र का जाप आप 21 बार कर सकते हैं. शनि अमावस्या के दिन इसके जाप से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही शनिदेव की कृपा भी बनी रहती है इसलिए मंत्र का जाप जरूर करें.
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ॐ कालभैरवाय नम:
इस मंत्र का अर्थ होता है हे कालभैरव आपको मेरा नमन है, इसके 108 बार जाप से पुराने पापों से मुक्ति मिलती है साथ ही संकट और भय का भी निवारण होता है.
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