मक्का-मदीना पर मंडराते ख़तरे के बीच सामने आया अमेरिका का बाहुबली
अब ना ही हज यात्रियों पर ख़तरे के बादल मँडराएँगे और ना ही सऊदी अरब को डर कर रहना पड़ेगा, क्योंकि फाइनली सऊदी अरब को अपना अमेरिकी बॉ़डीगार्ड मिल गया है. हज यात्रा के दौरान अमेरिका से एक ऐसा बाहुबली सऊदी अरब में तैनात हुआ है, जिसकी मौजूदगी भर से दुश्मनों की आँखें लाल हैं. सऊदी की ढाल बना अमेरिका का शक्तिशाली बाहुबली कौन है ? इसी पर देखिये हमारी ये ख़ास रिपोर्ट.

अब ना ही नापाक नज़रें मक्का-मदीना को छू पायेगी. अब ना ही हज यात्रियों पर ख़तरे के बादल मँडराएँगे और ना ही सऊदी अरब को डर कर रहना पड़ेगा, क्योंकि फाइनली सऊदी अरब को अपना अमेरिकी बॉ़डीगार्ड मिल गया है.हज यात्रा के दौरान अमेरिका से एक ऐसा बाहुबली सऊदी अरब में तैनात हुआ है, जिसकी मौजूदगी भर से दुश्मनों की आँखें लाल हैं। सऊदी की ढाल बना अमेरिका का शक्तिशाली बाहुबली कौन है ? इसी पर देखिये हमारी ये ख़ास रिपोर्ट.
हज और उमरा करने पूरी दुनिया सऊदी अरब पहुँचती है, क्योंकि यही पर मक्का-मदीना की मौजूदगी है. चारों तरफ़ मस्जिदों से घिरे मक्का में होने वाली हज यात्रा में लाखों की संख्या में मुसलमानों की भीड़ उमड़ती है. यहाँ आकर अल्ला की इबादत करना, मक्का में मौजूद पैगंबर के पद चिन्हों के दर्शन करना शैतान को पत्थर मारना, ये सब हज यात्रा का हिस्सा है और इसी यात्रा का हिस्सा बनने के लिए इस बार दुनिया के कोने-कोने से लाखों की तादाद में मुसलमान सऊदी अरब पहुँचे हुए हैं. 4 जून को शुरु हुई हज यात्रा में तीर्थ यात्रियों का आँकड़ा 14 लाख को पार कर चुका है, जिसमें भारत से भी हज़ारों तीर्थयात्री शामिल हैं और ये आँकड़ा अभी और बढ़ने वाला है लेकिन इन सबके बीच सुरक्षा व्यवस्था को A वन बनाने के लिए सऊदी सरकार को शक्तिशाली अमेरिका का सहारा लेना पड़ा है. सऊदी अरब जानता है, इस मौक़े पर रंग में भंग डालने का काम उनके दुश्मन ज़रूर करेंगे, ताकी विश्व पटल पर सऊदी अरब की छवि ख़राब हो सके. सऊदी पर हूती विद्रियों का हमला किसी से छिपा नहीं है. ऐसे में मुस्लिम तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अबकी बार सऊदी अरब ने अमेरिका से एक ऐसा पैट्रियट मिसाइल सिस्टम अपने यहाँ तैनात किया है, जिसके आँखें कभी सोती नहीं है. बक़ायदा मिसाइल सिस्टम की तस्वीरें साझा करते हुए सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालया ने ट्वीट करते हुए लिखा है. “एयर डिफेंस फोर्सेज, इनका मिशन है खुदा के मेहमानों की हिफाजत करना” हज करने आने वाले यात्रियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए सऊदी की सरकार पूरी तरह संकल्पित है, इसके लिए ही इस तरह के डिफेंस सिस्टम को तैनात किया गया है.
अमेरिका का ये बाहुबली , हवा में मार करने वाली ये मिसाइल प्रणाली इतनी ताकतवर है कि ड्रोन और अन्य हवाई हमलों का पता लगाकर ये हवा में ही उसे नष्ट कर देती है. मक्का-मदीना का ये पॉवरफुल बॉडीगार्ड 6,000 किमी/घंटे की रफ़्तार से 160 किलोमीटर की दूरी तक अपने लक्ष्य को भेद सकती है. हवाई ख़तरों को पलक झपकते ही ख़त्म कर देता है, अलम ये है कि इसकी मौजूदगी अब दुश्मनों की आँखों में सबसे ज़्यादा चुभ रही है. ऐसे में कहना ग़लत नहीं होगा कि मक्का-मदीना का यही बॉडीगार्ड दुश्मनों की आँखों नोच डालने के लिए तैयार खड़ा है, इसकी नज़र से बच पाना असंभव है.
आपको याद होगा, पिछले साल हज यात्रियों पर गर्मी का ऐसा क़हर टूटा था कि सड़कों पर लाशें ही लाशें बिछ गई. भारत से गए 22 तीर्थयात्रियों की लू लगने से मौत हो गई. ग्रैंड मस्जिद की जिस जगह पर परिक्रमा की जाती है, वहाँ तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था. मस्जिद के पास स्थित मदीना में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस था. एक तो आग उगलती गर्मी, ऊपर से लाखों की तादाद में हज यात्रियों की भीड़ इन्हीं परिस्थितियों के बीच चिलचिलाती गर्मी में सड़क किनारे लाशें बिछनी शुरु हो गई . अचानक तबीयत ख़राब होने से लोगों की मौतें होने लगी। इन्हीं परिस्थितियों से निपटने के लिए सऊदी सरकार नाकाम दिखी थी, लेकिन अबकी बार ऐसी नाकामी ना दिखे..इसके लिए सऊदी सरकार पहले से अलर्ट है.