देश के इन मंदिरों में उमड़ा भक्तों का सैलाब, 1008 कमल के फूलों से किया गया कान्हा का पूजन
जोधपुर के सांगरिया तनावरड़ा के इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरे धूम-धाम से मनाया गया. सुबह से लेकर शाम तक इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण के भक्तों की लंबी कतार लगी रही. ऐसे में मंदिर में भक्तों द्वारा भजन-कीर्तन भी किया गया.
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पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है. भक्त बड़े ही धूम-धाम से इस त्यौहार के रंग में रंगें हैं. ऐसे में अलग-अलग मंदिरों से श्रीकृष्ण के प्रति भक्तों की आस्था की ऐसी तस्वीरें सामनें आ रही हैं, जो आपको भी भक्तिभाव से भर देंगी.
जोधपुर के सांगरिया तनावरड़ा के इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरे धूम-धाम से मनाया गया. सुबह से लेकर शाम तक इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण के भक्तों की लंबी कतार लगी रही. ऐसे में मंदिर में भक्तों द्वारा भजन-कीर्तन भी किया गया. सुबह से लेकर शाम तक भक्त श्रीकृष्ण की भक्ति में ही डूबे रहे और देर रात तक श्रीकृष्ण के श्रृंगार के बाद आरती तक मंदिर परिसर में ही डूबे रहे.
भोपाल में भी कृष्ण जन्माष्टमी की खूब धूम देखने को मिली. भोपाल के मंदिरों में भी शाम तक भक्तों की लंबी कतारें लगी रही. पटेल नगर में स्थित इस्कॉन मंदिर में भी वृंदावन जैसा नजारा देखने को मिला. यहां भी भक्तों ने फलाहार का प्रसाद कर भंडारे का आनंद लिया. साथ ही बता दें कि, मंदिर में कृष्ण लीला के चित्र, सेल्फी जोन, भगवान कृष्ण से जुड़ी तस्वीरें लगाई गईं जिसमें श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी हर लीला को दर्शाया गया और देर रात तक मंदिर में कृष्ण भक्तों का आवागमन लगा रहा.
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मथुरा में भी कृष्ण जन्माष्टमी बड़े ही धूम-धाम से मनाई गई. ऐसे में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर नंदलाल का 1008 कमल के फूलों से पूजन किया गया और इस दौरान रात 11 बजकर 55 मिनट पर मंदिर के कपाट 5 मिनट के लिए बंद कर दिए गए. उसके बाद सोने से सजी हुई कामधेनु गाय के पवित्र दूध से कान्हा का अभिषेक कराया गया. कान्हा को चांदी के कमल पर बिठाकर 5 क्विंटल पंचामृत से स्नान कराया गया. इस दौरान भी भक्तों की भारी भीड़ मंदिर में लगी रही.
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