Advertisement

आतंकी नसरुल्लाह पर आंसू बहा रहे और शहीद बशीर अहमद का ज़िक्र तक नहीं ! ये दोहरापन क्यों ?

देश में बैठे ऐसे कुछ चुनिंदा कट्टरपंथी पूरे मुसलमान समुदाय को बदनाम करते हैं। जिस कश्मीर में नसरुल्लाह के मरने पर छीती पीती गई, उसी कश्मीर में एक कॉस्टेंबल शहीद होता है और कोई उस तरफ़ ध्यान तक नहीं देता। एक आंतकी के लिए रो रहे हो एक शहीद के लिए नहीं क्यों ? दोनो का मज़हब तो एक ही था ना ? फिर आप जैसे लोगों की विचारधारा पर सवाल उठेंगे तो आप बौखला जाएंगे।

01 Oct, 2024
( Updated: 01 Oct, 2024
07:03 PM )
LIVE
Advertisement
जब Modi सत्ता में आए तो अरब देशों से भारत के रिश्ते बिगड़ने का डर था ? Lalit Mishra
Advertisement
Advertisement