ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार न दिए जाने पर भड़का व्हाइट हाउस... सामने आया राष्ट्रपति कार्यालय का पहला रिएक्शन, जानिए क्या कहा?
नोबेल समिति द्वारा वेनेजुएला की मारिया को विजेता घोषित करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से पहला रिएक्शन सामने आया है. व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में पुरस्कार विजेता मारिया की आलोचना करते हुए कहा गया है कि यह फैसला वैश्विक शांति के प्रति प्रतिबद्धता नहीं बल्कि राजनीतिक पूर्वाग्रह को प्रदर्शित करता है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल पुरस्कार जीतने का सपना टूट चुका है. पिछले कई महीनों से पूरी दुनिया से नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन की मांग कर रहे ट्रंप को बड़ा झटका लगा है. बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार 2025 की विजेता वेनेजुएला की मारिया को घोषित किया गया है. इस बीच नोबेल पुरस्कार जीतने का सपना टूटने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय से पहला रिएक्शन सामने आया है. व्हाइट हाउस ने नोबेल समिति द्वारा विजेता की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया है.
नोबेल पुरस्कार पर व्हाइट हाउस कार्यालय का पहला रिएक्शन
नोबेल समिति द्वारा वेनेजुएला की मारिया को विजेता घोषित करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से पहला रिएक्शन सामने आया है. व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में पुरस्कार विजेता मारिया की आलोचना करते हुए कहा गया है कि यह फैसला वैश्विक शांति के प्रति प्रतिबद्धता नहीं बल्कि राजनीतिक पूर्वाग्रह को प्रदर्शित करता है. नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा के बाद व्हाइट हाउस के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्रंप प्रशासन की तरफ से पहला रिएक्शन देते हुए लिखा कि 'राष्ट्रपति ट्रंप शांति समझौते करते रहेंगे, युद्ध समाप्ति करते रहेंगे और लोगों की जाने बचाते रहेंगे. उनका दिल एक मानवतावादी है और उनके जैसा कोई नहीं होगा, जो अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से पहाड़ों को भी हिला सके.' हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है.
वैश्विक शांति से ज्यादा राजनीति को महत्व दिया गया
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता चेउंग ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए यह भी लिखा कि 'अपने इस फैसले के बाद नोबेल पुरस्कार समिति ने साबित कर दिया है कि वह वैश्विक शांति से ज्यादा राजनीति को महत्व देते हैं.'
वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिला नोबेल शांति पुरस्कार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने का सपना टूट गया है. नोबेल समिति ने डोनाल्ड ट्रंप की जगह वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार विजेता घोषित किया है. समिति ने बताया कि वह लगातार स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए संघर्ष कर रही हैं. इसके साथ वह तानाशाही नेतृत्व का भी विरोध कर रही हैं.
सत्ता में आने के बाद कई बार जता चुके अपनी महत्वाकांक्षा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से दूसरी बार अमेरिका की सत्ता संभाली है. तभी से वह नोबेल शांति पुरस्कार को लेकर अपनी महत्वाकांक्षा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने दुनिया के कई देशों को इस पुरस्कार के लिए खुद के नाम को नॉमिनेट करने के लिए समर्थन देने को कहा था. इसके लिए वाला वह कैंपेन भी चला रहे थे, उन्होंने पिछले कुछ महीनों से दावा किया है कि सत्ता में आने के बाद 8 युद्धों को रुकवाया है. खबरों के मुताबिक, अमेरिका के अलावा इजरायल, पाकिस्तान समेत 8 देशों ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया था, लेकिन उसके बावजूद ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने का सपना टूट गया.
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