यमन के हूती विद्रोहियों पर आसमान से बरसा क़हर, इज़रायल के 20 फाइटर जेट्स ने गिराए जोरदार बम, नेतन्याहू ने सब धुआं-धुआं कर दिया
यमन के हूती विद्रोहियों से इज़रायल ने बेन गुरियन एयरपोर्ट पर किए गए मिसाइल अटैक का बदला ले लिया है. इजरायली एयरफोर्स ने हूतियों के कब्जे वाले बंदरगाह शहर हुदैदाह पर धड़ाधड़ हवाई हमले किए हैं. ख़बर ये भी है कि कमांड सेंटर में ख़ुद पीएम नेतन्याहू इसकी मॉनिटरिंग कर रहे थे.
Follow Us:
इजरायली ने यमन पर बड़ा हवाई हमला किया है. इस जवाबी कार्रवाई से हूती विद्रोहियों के पैर उखड़ गए हैं. इस हमले में बड़ी संख्या में हूती विद्रोहियों और अन्य के मारे जाने की बात सामने आई है. हमला इतना भीषण था कि सैकड़ों मीटर ऊपर आग की डरावनी लपटों को उठते देखा गया. इसे देख कर ये कहना ग़लत नहीं होगा कि अब इज़रायल और यमन के बीच महायुद्ध का आग़ाज़ हो गया है. इजरायली वायु सेना ने यमन की ओर से तेल-अवीव हवाई अड्डे पर किए गए ताकतवर मिसाइल हमले का भयंकर जवाब दिया है. इजरायली सेना के हमले से यमन की धरती कांप उठी और आसमान फट गया है.
ब्लास्ट का वीडियो आया सामने
इजरायल के इस हमले का एक वीडियो भी सामने आया है. इज़रायली सिक्योरिटी फोर्स का दावा है कि हुदैदाह बंदरगाह का इस्तेमाल हूतियों की ओर से ईरानी हथियारों, सैन्य जरूरतों के सामान और अन्य आतंकी गतिविधियों के लिए किया जाता था. इसी वजह से इजरायल ने बम गिराकर पूरे बंदरगाह को तबाह कर दिया है, ताकि ईरान से हथियारों की सप्लाई बाधित की जा सके.
बड़ी संख्या में मौतों की आशंका
इजरायल की ओर से किए गए इस बड़े हवाई हमले में सैकड़ों हूतियों समेत अन्य लोगों की भी मौत की आशंका है. हालांकि अभी तक मौतों का आंकड़ा सामने नहीं आया है. हूती विद्रोहियों के मीडिया कार्यालय ने कहा कि अमेरिका और इजरायल ने सोमवार दोपहर कम से कम छह हमले किए, जो महत्वपूर्ण होदेदा बंदरगाह को निशाना बनाकर किए गए. विद्रोहियों ने कहा कि अन्य हमलों में होदेदा प्रांत के बाजिल जिले में एक सीमेंट फैक्टरी को निशाना बनाया गया.
50 से ज़्यादा शक्तिशाली बमों से हमला
इजरायली सेना के अनुसार 20 फाइटर जेट और 50 बम हूती पोर्ट को निशाना बनाया है, जिसमें हुदैदाह बंदरगाह और एक कंक्रीट फैक्ट्री भी शामिल थी. इजरायली सेना ने करीब दो हजार किलोमीटर की दूरी तय करके जेट विमानों से हूती ठिकानों पर 50 से ज्यादा बम गिराए हैं. इस ऑपरेशन में इजरायली एयरफोर्स के ईंधन भरने वाले विमानों और जासूसी विमानों ने भी हिस्सा लिया था.
PM नेतन्याहू कमांड सेंटर में मौजूद रहे
आईडीएफ का कहना है कि इजरायल के सामने आने वाले हर खतरे के खिलाफ किसी भी दूरी पर सेना अपनी कार्रवाई जारी रखेगी. यमन में जिस वक्त हूतियों पर हमले किए गए, उस दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वायुसेना कमांड सेंटर में मौजूद थे और पूरी कार्रवाई को देख रहे थे. इजरायली रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी फोटो में बताया गया कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ रक्षा मंत्री और आईडीएफ चीफ भी तेल अवीव स्थित अंडरग्राउंड हेडक्वार्टर में मौजूद रहकर इस पूरे ऑपरेशन को मॉनिटर कर रहे थे.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement