ऑपरेशन सिंदूर की याद भर से सहमा पाकिस्तान, दिल्ली धमाके में भारत के एक्शन ने बढ़ा दी ख्वाजा आसिफ की बेचैनी, सता रहा युद्ध का डर
दिल्ली के लाल किले के बाहर हुए ब्लास्ट के तार पाकिस्तान से जुड़ने की आशंका है. शुरुआती जांच के संकेतों ने पाकिस्तान में खौफ बढ़ा दिया है. अब पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को भारत की कार्रवाई का डर सता रहा है.
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India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. दिल्ली के लाल किले के बाहर हुए कार ब्लास्ट ने दोनों देशों के रिश्तों में नई खटास उभर गई है. शुरुआती जांच में इस धमाके के तार पाकिस्तान से जुड़ते नजर आए हैं और यही बात इस पड़ोसी मुल्क के लिए सबसे बड़ा डर बन गई है. आतंकवाद को पनाह देने और आतंकी ढांचे को संरक्षण देने वाला पाकिस्तान अब खुद खौफ के साये में जी रहा है. वजह यह है कि भारत किसी भी उकसावे पर चुप बैठने वाला देश नहीं रहा है और इसकी मिसाल पाकिस्तान को कई बार मिल चुकी है.
ख्वाजा आसिफ को सता रहा भारत के हमले का डर
10 नवंबर को लाल किले के बाहर खड़ी एक आई10 कार में धमाका हुआ था. इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई थी. दिल्ली जैसे हाई सिक्योरिटी ज़ोन में हुई इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया. सुरक्षा एजेंसियां जब जांच में आगे बढ़ीं, तो कुछ सुराग पाकिस्तान की ओर इशारा करते दिखे. इसी शक के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच टकराव की आशंका तेज हो गई है. यही वजह है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपने देश में डर का माहौल बना दिया है. उन्होंने साफ कहा कि हालात गंभीर हैं और भारत के साथ पूर्ण युद्ध की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है. समा टीवी को दिए इंटरव्यू में आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान पूरी तरह से अलर्ट पर है. उन्होंने दावा किया कि किसी भी हालत में भारत पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. आसिफ का यह बयान बताता है कि पाकिस्तान अंदर ही अंदर कितना घबराया हुआ है.
भारत के सेना प्रमुख ने भी दी थी चेतावनी
पाकिस्तान के इस डर को और गहरा तब कर दिया जब भारत के सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी का पुराना बयान एक बार फिर चर्चा में आ गया. उन्होंने मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए साफ कहा था कि यह कार्रवाई तो सिर्फ एक ट्रेलर था. उनके इस बयान ने न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि दुनिया को भी इशारा दे दिया कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए कितनी मजबूती से खड़ा है. जनरल द्विवेदी ने यह भी कहा था कि अगर पाकिस्तान ने कोई गलती की तो उसे इसका कठोर नतीजा भुगतना पड़ेगा. ऑपरेशन सिंदूर के 88 घंटे लंबे अभियान ने भारत की सैन्य क्षमता का एक मजबूत संदेश दिया था. यही संदेश अब पाकिस्तान को बेचैन कर रहा है. क्योंकि उसे डर है कि दिल्ली ब्लास्ट के बाद भारत आक्रामक रणनीति अपना सकता है. भारत ने पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसी कार्रवाइयों से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. ऐसे में इस बार भी किसी कार्रवाई की आशंका पाकिस्तान को परेशान कर रही है.
पहले भी आसिफ ने दिया है ऐसा बयान
ख्वाजा आसिफ ने इंटरव्यू में बार-बार यह दोहराया कि पाकिस्तान को दोनों तरफ से खतरा है. एक तरफ भारत के साथ तनाव बढ़ रहा है, तो दूसरी तरफ अफगानिस्तान की सीमा पहले से ही अस्थिर चल रही है. आसिफ ने कहा था कि उनका देश एक ही समय में पूर्वी और पश्चिमी दोनों सीमाओं पर चुनौती झेलने के लिए तैयार है. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर हालात युद्ध की स्थिति तक पहुंचते हैं, तो पाकिस्तान के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा. उनकी इस टिप्पणी को जानकार पाकिस्तान की बेबसी और आंतरिक दबाव का संकेत मान रहे हैं.
जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसी
भारत में सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल लाल किले ब्लास्ट की जांच में तेजी से जुटी हैं. हालांकि अभी आधिकारिक रूप से कुछ भी पुख्ता नहीं कहा गया है, लेकिन शुरुआती इनपुट पाकिस्तान की ओर इशारा कर रहे हैं. यही वह बिंदु है जिसने दोनों देशों के बीच तनाव को गर्म कर दिया है. पाकिस्तान लगातार यह जताने की कोशिश कर रहा है कि वह सतर्क है, लेकिन उसका घबराया हुआ टोन यह बताने के लिए काफी है कि उसे भारत की प्रतिक्रिया का डर सता रहा है.
बताते चलें कि दिल्ली ब्लास्ट ने भारत-पाकिस्तान रिश्ते को एक बार फिर तनाव के उस मोड़ पर खड़ा कर दिया है, जहां से हालात किसी भी दिशा में जा सकते हैं. भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपनी सीमा, अपने नागरिकों और अपनी संप्रभुता पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा. वहीं पाकिस्तान खुद को समझाने की कोशिश कर रहा है कि वह तैयार है, जबकि असल में उसे डर है कि कहीं इस बार भी भारत उसे उसी की भाषा में जवाब ना दें
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