Advertisement

गाजा से वापसी के लिए इजरायल तैयार... नेतन्याहू ने मिस्र भेजी वार्ता टीम, ट्रंप ने बताया कब से लागू होगा युद्धविराम

इजरायल-गाजा संघर्ष में शांति की नई उम्मीद नजर आ रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘गाजा पीस प्लान’ पर अब इजरायल और हमास दोनों लगभग सहमत हैं. ट्रंप ने कहा कि इजरायल गाजा से सेना हटाने को तैयार है और हमास की पुष्टि के बाद युद्धविराम लागू होगा. बंधकों की रिहाई और कैदियों के आदान-प्रदान के साथ यह योजना तीन हजार साल पुराने संघर्ष के अंत की दिशा में कदम मानी जा रही है.

Donald Trump (File Photo)

दुनिया की सबसे पुरानी और जटिल जंग कहे जाने वाले इजरायल-गाजा संघर्ष में अब पहली बार शांति की एक नई उम्मीद दिख रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश किया गया ‘गाजा पीस प्लान’ पर अब दोनों पक्ष लगभग सहमत हो चुके हैं . कई महीनों से जारी हिंसा, बमबारी और अनिश्चितता के बीच यह प्रस्ताव युद्ध के अंत का शुरुआती संकेत माना जा रहा है.

इजरायल की सेना गाजा से हटने को तैयार: ट्रंप

ट्रंप ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट कर दुनिया को चौंका दिया. उन्होंने लिखा कि इजरायल ने गाजा से अपनी सेना की वापसी पर सहमति जताई है, और यह योजना हमास के साथ साझा की जा चुकी है. ट्रंप ने कहा, 'हमास की पुष्टि के बाद युद्धविराम तुरंत लागू होगा. बंधकों और कैदियों का आदान-प्रदान शुरू किया जाएगा. साथ ही इजरायल की फिलिस्तीनी क्षेत्र से अगली चरणबद्ध वापसी के लिए स्थितियां बनाई जाएंगी, जो इस तीन हजार वर्ष पुरानी आपदा के अंत की ओर ले जाएंगी.'

हमास का रुख बदला

पहले जहां हमास इस प्रस्ताव को लेकर चुप्पी साधे हुए था, अब उसके रुख में नरमी दिखाई दे रही है. हमास ने गाजा प्रशासन छोड़ने और इजरायली बंधकों को रिहा करने पर सहमति जताई है, हालांकि उन्होंने हथियार डालने से इनकार किया है. हमास ने यह भी कहा है कि भविष्य की शासन व्यवस्था और प्रशासनिक ढांचे को लेकर आगे की बातचीत जारी रखी जाएगी.

नेतन्याहू भेज रहे वार्ता टीम

दूसरी ओर, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी अपने टेलीविजन संबोधन में कहा कि 'अमेरिकी मध्यस्थता वाले शांति प्रस्ताव के तहत हमास के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत ने गति पकड़ी है.' उन्होंने बताया कि उन्होंने एक वार्ता टीम को मिस्र भेजने के निर्देश दिए हैं, ताकि गाजा शांति समझौते से जुड़े तकनीकी बिंदुओं को अंतिम रूप दिया जा सके. यह कदम इस बात का संकेत है कि अब इजरायल भी इस लंबे संघर्ष को समाप्त करने के मूड में है.

ट्रंप का 20-सूत्री गाजा प्लान क्या है?

ट्रंप के ‘20-सूत्री गाजा प्लान’ में कई अहम बिंदु शामिल हैं. इसमें तत्काल युद्धविराम, बंधकों की रिहाई के बदले इजरायल की जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई, गाजा से इजरायली सेना की चरणबद्ध वापसी और अंतरराष्ट्रीय निगरानी में नई सरकार की स्थापना जैसी प्रमुख बातें हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति का मानना है कि यह योजना मध्य पूर्व में लंबे समय से चली आ रही हिंसा को समाप्त कर सकती है और शांति का नया अध्याय शुरू कर सकती है.

ट्रंप की चेतावनी पर विश्व समुदाय की प्रतिक्रिया

ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी थी कि शांति प्रस्ताव को स्वीकार करने में अब और देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने साफ कहा कि अगर हमास ने युद्ध जारी रखा तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. यह बयान उस समय आया जब बंधकों की रिहाई और इजरायली सेना की वापसी पर बातचीत अपने निर्णायक मोड़ पर थी. वहीं, विश्व नेताओं ने ट्रंप के इस प्रयास का स्वागत किया है और इसे मध्य पूर्व में स्थायी शांति की दिशा में अहम कदम बताया है. इसी कड़ी में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीसोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, 'गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के लिए हम राष्ट्रपति ट्रम्प के नेतृत्व का स्वागत करते हैं. बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं. भारत स्थायी और न्यायसंगत शांति की दिशा में सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा.'

क्या गाजा में स्थायी शांति की शुरुआत होगी?

अब सबकी निगाहें मिस्र में होने वाली वार्ता पर हैं, जहां आने वाले दिनों में इस समझौते के कई बिंदुओं पर फैसला लिया जाएगा. अगर यह वार्ता सफल रही, तो यह न केवल गाजा में शांति लाएगी बल्कि मध्य पूर्व की राजनीतिक दिशा भी बदल सकती है. 

बताते चलें कि गाजा की धरती पर पहली बार उम्मीद के फूल खिलते दिख रहे हैं. अब दुनिया की निगाहें इस बात पर हैं कि 'गाजा पीस प्लान' कब हकीकत का रूप लेता है और क्या यह सचमुच तीन हजार साल पुराने इस संघर्ष का अंत बन पाएगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE
अधिक →