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‘बंदूकें शांत, आकाश चुप…’, 2 साल बाद हमास की कैद से रिहा हुए बंधक, इजरायल ने मनाई ‘दिवाली’

इजरायल जश्न में डूबा है. आज का दिन यहां किसी दिवाली से कम नहीं है. क्योंकि 738 दिनों के बाद इजरायल के 20 लोग अपने देश लौटे हैं. खुली हवा में सांस लेना क्या होता है ? हमास की कैद से छूटे इन बंधकों से ज्यादा ये बात कोई नहीं समझ सकता. मानों इन्हें नई जिंदगी मिल गई हो. इजरायल की राजधानी तेल अवीव में लोग अपनों के स्वागत में उमड़ पड़े.

गली और जिव बरमैन के आंसू नहीं थम रहे थे. होंठ थरथरा रहे थे मन भरा हुआ था. दिल के जज्बात आंखों से उमड़ रहे थे. दोनों ठहरकर फिर से यकीन कर लाने चाहते थे कि ये लम्हा कोई ख्वाब कोई सपना नहीं बल्कि सच्चाई है. ये हाल केवल गली और जिव का ही नहीं बल्कि उन सभी 20 निर्दोष लोगों का था. जिन्हें हमास ने अपनी कैद से 2 साल बाद रिहा किया. 

इजरायल जश्न में डूबा है आज का दिन यहां किसी दिवाली से कम नहीं है. क्योंकि 738 दिनों के बाद इजरायल के 20 लोग अपने देश लौटे हैं. खुली हवा में सांस लेना क्या होता है ? हमास की कैद से छूटे इन बंधकों से ज्यादा ये बात कोई नहीं समझ सकता. मानों इन्हें नई जिंदगी मिल गई हो. इजरायल की राजधानी तेल अवीव में लोग अपनों के स्वागत में उमड़ पड़े. 

किस समझौते के तहत रिहा हुए इजरायली बंधक 

इजरायल और हमास के बीच दो साल से भीषण संघर्ष चल रहा था. दोनों के बीच सीजफायर समझौते के तहत हमास ने कैदियों को रिहा किया है. ये सभी वो बंधक हैं जिन्हें हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को एक कॉन्सर्ट पर गोलीबारी करते हुए बंधक बना लिया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने इन्हें दो बैच में रिहा किया है. पहले बैच में 7 बंधक और दूसरे बैच में 13 बंधक रिहा किए गए. इजरायली सेना ने रिहा हुए बंधकों की तस्वीरें शेयर की है. इन तस्वीरों में रिहा हुए लोगों के चेहरे पर दो सालों का दर्द साफ दिखा. दो सालों की बैचेनी, दर्द और उम्मीद का अंत हो गया था. 

इजरायल के विदेश मंत्रालय ने शेयर की रिहा हुए लोगों की तस्वीर

हमास की कैद से छूटे बंधकों के नाम 

इन बंधकों में गली और जिव बरमैन दो ऐसे जुड़वां भाई भी थे. जिन्हें हमास ने बंधक बनाकर अलग-अलग जगह रखा था. दोनों भाईयों ने दो साल बाद मुलाकात की तो शब्दों ने नहीं आंखों ने बात की और सारे अहसास खुद बखुद छलक आए.

गली और जिव के अलावा एल्काना बोहबोट, माहतन एंग्रेस्ट, अविनातन ओर, योसेफ-हैम ओहाना, एलोन ओहेल, एविएटर डेविड, गाइ गिल्बोआ-दलाल, रोम ब्रास्लावस्की, ईटन मोर, सेगेव कल्फ़ोन, निम्रोद कोहेन, मैक्सिम हर्किन, ईटन हॉर्न, मटन जांगौकर, बार कुपरशेटिन, डेविड कुनियो, एरियल कुनियो और ओमरी मिरान हैं. इन बंधकों का स्वागत करने लिए इजरायल के लोग सड़कों पर जमा हो गए. कोई झूम रहा है, गा रहा है तो किसी के आंसू नहीं थम रहे.

इजरायल के चौक चौराहों पर बंधकों की रिहाई की Live कवरेज चली. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इजरायल में हमास की कैद से रिहा हुए लोगों से मुलाकात की. 

ट्रंप ने किया इजरायल-हमास जंग खत्म होने का ऐलान

इजरायली बंधकों की रिहाई के बाद इजरायल की कैद में फिलिस्तीनी लोगों की रिहाई का सिलसिला भी शुरू हो गया है. दोनों देशों के बंधकों की रिहाई की निगरानी इंटरनेशनल कमिटी ने की. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 13 अक्टूबर को हमास-इजरायल के बीच जंग खत्म होने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा- गाजा में युद्ध खत्म हो गया है. इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल की संसद में भाषण भी दिया. 

ट्रंप ने कहा, बंदूकें शांत और आकाश चुप है. आज का दिन इजरायल के लिए ऐतिहासिक रहा. मैं बेंजामिन नेतन्याहू के साहस की सराहना करता हूं. उन्हें मनाना आसान नहीं था, बिल्कुल भी आसान नहीं था. उन्होंने अरब और मुस्लिम देशों को भी धन्यवाद किया, जिन्होंने इस शांति वार्ता में अपनी भूमिका निभाई. यहां ट्रंप ने एक बार फिर दोहराया कि मैंने 8 महीने में 8 युद्ध सुलझाए.

गाजा में सुरंगों को तबाह करने का प्लान 

सीजफायर के बाद सब कुछ सामान्य करने की ओर कदम बढ़ाने के लिए भी कोशिशें तेज हो गई हैं. इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि उन्होंने सेना को निर्देश दिया है कि वह बंधकों की रिहाई के बाद गाजा के नीचे हमास की सुरंग नेटवर्क को खत्म करे. यह काम अमेरिका के नेतृत्व और ऑब्जर्वेशन में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय फोर्स करेंगी. 

7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में क्या हुआ था? 

इजरायल के नोवा म्यूजिक फेस्टिवल में 7 अक्तूबर, 2023 की हमास ने बर्बर हमला किया था. इस कॉन्सर्ट में हजारों की तादाद में लोग जमा हुए थे. हमास का ये नरसंहार इजरायल को बड़ी चोट दे गया. इस हमले में इजरायल के हजारों लोग मारे गए जबकि 251 को हमास ने किडनैप कर लिया. इसके बाद नेतन्याहू ने हमास के विनाश का ठान लिया. 

7 अक्टूबर 2023 की तस्वीर, हमास के हमले के बाद भागते लोग, फेस्टिवल वेन्यू

इजरायल ने गाजा पट्टी पर बम बरसाने शुरू कर दिए. संघर्ष हर दिन भीषण होता गया. हमास को इस हिमाकत की कीमत गाजा की तबाही से चुकानी पड़ी. इस बीच जनवरी 2025 को दोनों के बीच सीजफायर हुई थी. जिसमें हमास और इजरायल दोनों की ओर से बंधकों को रिहा किया गया. एक बार फिर इजरायल और फिलिस्तीन की जमीं पर आजादी लौटी है साथ ही लौटी है उम्मीद औऱ इंसानियत की चमक. अब गाजा के बादलों में बारूद का धुआं नहीं आशा बिखरी है.  

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