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विदेशी धरती से एस जयशंकर ने जो कहा, भारतीय दंग रह जाएंगे

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 40 साल पुराना वाकया शेयर किया है, जब एक विमान को हाईजैक किया गया था। इस विमान में उनके पिता सवार थे और हाईजैकर्स से डील करने वाली टीम में वह खुद शामिल थे। विदेश मंत्री इस समय जिनेवा के दौरे पर हैं। यहां शुक्रवार को वह भारतीय समुदाय के साथ बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उनसे 1999 के भारतीय विमान के अपहरण पर सवाल किया गया, जिसे आतंकी हाईजैक करने के बाद कंधार ले गए थे। हाल ही में इस घटना पर एक वेब सीरीज बनने की वजह से ये काफी चर्चा में है।

भारत के विदेश मंत्री S.Jaishankar का जिनेवा दौरा कई मायनों में कास है। पर इस दौरे तको लेग हमेशा याद करेंगे। क्यूंकि  विदेश की धर्ती पर पहुंचकर विदेश मंत्री ने कुछ ऐसी बात कही, जिसने सभी को हैरान कर दिया, सभी को चौंका दिया।  


दरअसल विदेश की धरती जिनेवा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 40 साल पुराने एक घटना का जिक्र किया। एक ऐसी घटना जसने देश तो देश उनके घर में भी हड़कंप मचा दी थी। दरअसल जिनेवा में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किसी ने जयशंकर से पुछा कि IC 814 जो सीरिज बनी है उसपर आपकी क्या राय है। इसी सवाल का जवाब देते हुए एस जयशंकर ने जो कहा उसने वहां के लोगों को हैरान कर दिया। उन्होंने कहा कि मैंने इस सीरीज को नहीं देखा है। हालांकि मैंने एक हाइजैक को बहुत करीब से देखा, जो 1984 में हुआ था। हाईजैक के बाद इसके हाईजैकर्स से बातचीत करने वाली टीम में मैं खुद शामिल था। अच्छी बात ये रही थी कि किसी की जान इसमें नहीं गई थी और मामला निपट गया था। इस पूरे मामले में सबसे खास बात ये थी कि मेरे पिता भी उस विमान में थे, जो हाईजैक किया गया था।  

"मैंने फिल्म नहीं देखी है, इसलिए मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।लेकिन मै आपको एक दिलचस्प बात बताता हुं। 1984 में, एक अपहरण हुआ था। मैं एक बहुत ही युवा अधिकारी था। मैं उस टीम का हिस्सा था जो इससे निपट रही थी। 3-4 घंटे के बाद अपहरण के बाद, मैंने अपनी मां को फोन करके बताया कि मैं नहीं आ सकता, अपहरण हो गया है और फिर मुझे पता चला कि मेरे पिता विमान में थे, यह दिलचस्प था क्योंकि, एक तरफ। मैं उस टीम का हिस्सा था जो अपहरण पर काम कर रही थी, दूसरी ओर, मैं परिवार के सदस्यों का हिस्सा था जो अपहरण पर सरकार पर दबाव डाल रहे थे "

इस बात को कहते वक्त विदेश मंत्री जो अपनी बातों को बेबाकी के साथ रखते है। अपनी दमदार आवाज से विरधियों को छील कर रख देते है। उस दिग्गज नेता की आवाज ये वाकया बताते वक्त डगमगा गई थी। हालांकि उन्होंने खुद को संभाला और अपनी बातों को खत्म किया। और अपनी बातों को कहते कहते वहां लोगों को हंसाया भी और फिल्म को लेकर भी बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा कि "किसी भी फिल्म में कोई नहीं चाहता कि सरकार अच्छी दिखे, सभी चाहते है कि हीरो अच्छा दिखे।   किसी भी फिल्म में कोई नहीं चाहता कि सरकार अच्छी दिखे, सभी चाहते है कि हीरो अच्छा दिखे। तौ मैं समझता हूँ ये बात"

बता दें आपको कि 24 August, 1984 में सात आतंकियों ने विमान हाईजैक कर लिया था। ये एक डोमेस्टिक प्लाईच थी, जिसने चंडीगढ़ से श्रीनगर के लिए उड़ान भरा थी। इस विमान में 74 लोग सवार थे। ये लोग विमान अमेरिका ले जाना चाहते थे। लेकिन ये कमियाब नहीं हुए। और विमान को पहले लाहौर फिर कराची ले जाया गया। और आखिर में ये विमान दुबई में लैंड हुई। UAE के उस समय के रक्षा मंत्री मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम ने हस्तक्षेप किया और सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया। इन्ही याक्षियों में विदेश मंत्री के पिता और सीनियर अधिकारी सुब्रमणयम भी सवार थे। 

खैर जिस तरीके से विदेश मंत्री ने अपनी बातों को सबी के सामने रखा है। और अपना एक एक्सपीरियंस शेयर किया है। और जिस तरह से उन्होंने देश के साथ साथ अपने परिवार को बी संभाला है। 

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