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ट्रंप के 'गाजा पीस प्लान' पर हमास ने जताई सहमति, इजरायली बंधकों की रिहाई समेत सभी शर्तें मानने को हुआ तैयार

हमास ने ट्रंप के गाजा पीस प्लान पर सकारात्मक रूख दिखाया है और सभी इजरायली बंधकों की रिहाई के लिए तैयार होने का ऐलान किया है. प्लान के तहत गाजा पर हमास का नियंत्रण खत्म होगा और अंतरराष्ट्रीय निगरानी में स्वतंत्र प्रशासन स्थापित होगा.

Donald Trump (File Photo)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश किए गए गाजा पीस प्लान पर फिलिस्तीन के सशक्त समूह हमास ने सकारात्मक रूख दिखाया है. इसके साथ ही मध्यस्थों के जरिए तत्काल बातचीत के लिए तैयार होने का ऐलान किया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि हमास ने सभी इजरायली बंधकों जिनमें जीवित और मृत दोनों शामिल हैं, उनको को रिहा करने की सहमति जताई है, जिससे गाजा में युद्धविराम और मानवीय राहत की राह खुल सकती है. 

तत्काल बातचीत की तैयारी

गाजा पीस प्लान पर हमास की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह ट्रंप के प्रस्ताव की विस्तृत चर्चा के लिए मध्यस्थों के जरिये बैठक में शामिल होगा. इसका प्रभाव अक्टूबर 2023 के बाद अपहृत बंधकों की वापसी के प्रयासों में सबसे ठोस मोड़ साबित हो सकता है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हमास की सहमति शत्रुता को थामने और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिहाज से निर्णायक साबित हो सकती है

ट्रंप का 20 सूत्रीय गाजा पीस प्लान

हमास के सामने ट्रंप ने जो प्रस्ताव प्रस्तुत किया है, वह लगभग 20 सूत्रों का रोडमैप है. इस प्लान के तहत शत्रुता समाप्त होने के साथ-साथ गाजा पर हमास का नियंत्रण खत्म कर दिया जाएगा और अंतरराष्ट्रीय निगरानी में एक स्वतंत्र तकनीकी प्रशासन को राज्य‑प्रशासन सौंपने का प्रावधान रखा गया है. इस प्लान में यह भी कहा गया है कि शांति समझौते के 72 घंटों के भीतर बंधकों की रिहाई और उसके बदले में इजरायल द्वारा कई कैदियों की रिहाई सुनिश्चित की जाएगी. इस प्रकार का अनुक्रम युद्धविराम की त्वरित प्रक्रिया का आधार बनेगा.

अमेरिका ने दिया था अल्टीमेटम 

अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक अमेरिका ने हमास को अंतिम समयसीमा दी थी ताकि जल्द से जल्द निर्णय लिया जा सके. ट्रंप ने कहा कि अगर हमास योजना को अस्वीकार करता है तो परिणाम गंभीर होंगे और उन्होंने इजरायल को गाजा में प्रभावी कार्रवाई के समर्थन का आश्वासन भी दिया. इसके बाद ट्रंप ने कहा कि हमास के रिहाई संकेत के बाद इजरायल को बमबारी रोकनी चाहिए ताकि मानवीय सहायता और प्रत्यर्पण की प्रक्रिया सुचारु रूप से चल सके

हमास की क्षेत्रीय चुनौतियां क्या हैं?

जानकारों का कहना है कि हमास की आंशिक या पूर्ण सहमति के बावजूद कई जटिल मुद्दे बने हुए हैं. इनमें हमास की सैन्य शक्ति का भविष्य, गाजा में दीर्घकालिक प्रशासनिक व्यवस्था और दोनों पक्षों के बीच भरोसे की कमी शामिल है. तकनीकी प्रशासन की अवधारणा और बंधकों के आदान‑प्रदान पर निर्णय तब तक टिकाऊ नहीं माना जा सकता जब तक निगरानी और पालन के स्पष्ट तंत्र नहीं बनते. इसके साथ ही क्षेत्रीय देशों और दाताओं की भूमिका भी निर्णायक होगी.

लंबे संघर्ष से गाजा में जनजीवन हुआ प्रभावित 

अगर क्षेत्रीय स्थिति को मानवीय दृष्टि से देखें तो हमास की सहमति की खबर गाजा फंसे नागरिकों के लिए राहत की उम्मीद जगाती है. लंबे संघर्ष के कारण गाजा का जनजीवन तहस‑नहस हुआ है और मेडिकल तथा खाद्य आपूर्ति की तंगी गंभीर बनी हुई है. अगर प्लान के हिस्से के रूप में व्यापक सहायता और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ती है तो असंख्य नागरिकों की हालत में सुधार संभव है. हालांकि इसका सफल कार्यान्वयन सुचारु और सुरक्षित वातावरण पर निर्भर करेगा.

बताते चलें कि हमास की सहमति और ट्रंप के गाजा पीस प्लान ने मध्य पूर्व में शांति की दिशा में उम्मीदें जगाई हैं. अब देखना यह होगा कि दोनों पक्ष और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ इस अवसर का सही तरीके से लाभ उठा पाते हैं या नहीं.

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