‘Putin Supremacy’ से दहशत में यूरोप! NATO देश के नेता ने माना- यूरोपीय देशों का मनोबल रूसी सेना के आगे कमजोर
रूसी सेना का मनोबल यूक्रेन के समर्थक यूरोपीय देशों के मुकाबले कहीं ऊंचा है. व्लादिमीर पुतिन के मुल्क को बढ़त हासिल है. यह बात रूस से मुकाबले में हमेशा खड़े रहे NATO के ही एक सदस्य देश पोलैंड के पीएम डोनाल्ड टस्क ने मानी है.
Follow Us:
रूस-यूक्रेन वॉर तीन सालों से चल रहा है. इन तीन सालों में रूसी राष्टपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर पूरे विशेव में चर्चा हो रही है. इसी बीच NATO देश के नेता और पोलैंड के पीएम ने पुतिन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि रूसी सेना का मनोबल यूक्रेन के समर्थक यूरोपीय देशों के मुकाबले कहीं ऊंचा है. व्लादिमीर पुतिन के मुल्क को बढ़त हासिल है.
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने गुरुवार को कोपेनहेगन में यूरोपीय देशों की एक समिट के दौरान ये बयान दिया. उन्होंने कहा कि रूस को सबसे बड़ी बढ़त उनकी मानसिकता दिलाती है. दिल और दिमाग की ओर इशारा करते हुए डोनाल्ड टस्क ने कहा कि इसकी मजबूती में रूस की सेना कहीं आगे है. यूरोपियन पॉलिटिकल कम्युनिटी समिट की मीटिंग के दौरान टस्क ने कहा कि रूस की सेना के आगे यूरोपीय देशों का मनोबल कमजोर दिखता है.
हर अंजाम का सामना करने को रेडी- टस्क
टस्क ने कहा कि मेरा कहना है कि वे लड़ने के लिए तैयार हैं. वे बलिदान के लिए तैयार रहते हैं और वे किसी भी अंजाम का सामना करने के लिए भी रेडी हैं. रशिया टुडे के मुताबित टस्क ने कहा कि मनोवैज्ञानिक बढ़त रूस ने बना रखी है. पश्चिमी देशों के मुकाबले रूस का नेतृत्व भी मजबूत और निर्णायक है. टस्क ने कहा कि यूरोपीय देश कोई भी फैसला लेने में देरी करते हैं और कई बार सही निर्णय नहीं ले पाते हैं. इस मामले में रूस ने अपनी बढ़त को कायम रखा है. उन्होंने कहा कि यदि रूस ने यूक्रेन को पराजित कर दिया तो फिर पूर्वी यूरोप की ओर भी वह बढ़ेगा.
यूक्रेन पर जीत… मेरे देश का खात्मा- टस्क
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यदि यूक्रेन पर उन्होंने जीत हासिल की तो फिर भविष्य यह होगा कि मेरे देश का खात्मा होगा और फिर यूरोप ही खत्म हो जाएगा. मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है. वहीं व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट किया है कि रूस का कोई प्लान नहीं है कि नाटो देशों पर हमला किया जाए. उन्होंने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि रूस ऐसा करेगा, वे गलत हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि वे आंतरिक मामलों से राजनीति नहीं साध पा रहे हैं तो रूस के हमले की बात कर रहे हैं. उन्होंने अमेरिका की ओर से रूस को पेपर टाइगर कहे जाने पर भी ऐतराज जताया और कहा कि रूसी सेना दुनिया में सबसे खतरनाक है.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement