President बनते ही Donald Trump का बड़ा एक्शन, इस अफ्रीकी देश पर गिराए बम
America ने अफ्रीकी देश सोमालिया पर एयरस्ट्राइक कर दी. US Military ने गुफाओं में छिपे आतंकियों को ढूंढकर वार किया.
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माना जा रहा था अमेरिका में ट्रंप राज कायम होते ही जंग थम जाएगी।युद्ध का अंत हो जाएगा । सब कुछ शांत हो जाएगा। शपथ से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रंप ने तीसरा विश्व युद्ध रोकने की कसम खाई थी। लेकिन एक महीने के अंदर ही ट्रंप ने अपनी NO WAR पॉलिसी को तोड़ते हुए नए युद्ध के संकेत दे दिए हैं।
जंग की आहट, कांप उठेगा अफ्रीकी देश ! डोनाल्ड ट्रंप ने दिए युद्ध के संकेत ! ट्रंप का आदेश ढूंढ़ों और मार डालो । देर रात अमेरिका ने सोमालिया पर बरसाए बम।
अमेरिकी सेना ने अफ्रीकी देश सोमालिया में आतंकी ठिकानों पर बमबारी की। प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद सेना ने सोमालिया के गोलिस पर्वत पर एयरस्ट्राइक कर दी। हमले में कई ISIS आतंकियों की मौत का दावा किया जा रहा है। इस हमले में आतंकियों का सरगना और उसके कई खास गुर्गे भी ढेर हो गए। ये कार्रवाई आतंकियों के गुफा में छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद की गई। ट्रंप 2.0 के बाद आतंकियों के खिलाफ ये पहला बड़ा ऑपरेशन है। हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने X पोस्ट पर जानकारी देते हुए लिखा, "मैंने अमेरिकी सेना को सटीक हमले का आदेश दिया. जिससे ISIS का सीनियर अटैक प्लानर और उसके साथी आतंकवादी मारे गए। ये हत्यारे जो गुफाओं में छुपे हुए थे अमेरिका और हमारे साथियों के लिए खतरा थे, इन एयरस्ट्राइक में गुफाओं को नष्ट कर दिया गया और कई आतंकवादियों को मार गिराया लेकिन किसी आम नागरिक को कोई नुकसान नहीं हुआ, ISIS और उन सभी के लिए संदेश साफ है जो अमेरिकियों पर हमला करना चाहते हैं, हम तुम्हें ढूंढ निकालेंगे और मार गिराएंगे "
अपने पोस्ट में ट्रंप ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी निशाना साधा। उन्होंने बाइडेन पर आरोप लगाया कि, अमेरिकी सेना कई साल से ISIS के सीनियर अटैक प्लानर को निशाना बना रही थी। लेकिन बाइडेन और उनके साथी इसे खत्म करने के लिए तेजी से काम नहीं कर सके। मैंने किया ! ट्रंप के इस एक्शन ने सभी को चौंका दिया। कुछ लोग इस पर सवाल भी उठा रहे हैं। ट्रंप के पोस्ट पर कमेंट करते किसी ने लिखा, आपकी नो वॉर पॉलिसी का क्या हुआ ? किसी ने पूछा, यूक्रेन वॉर रुकवाने का वादा कब पूरा होगा ? वहीं, कुछ ने दावा किया कि एक बार फिर आम नागरिक मारे जाएंगे, हालांकि ट्रंप जिस ISIS अटैकर के मारे जाने का दावा कर रहे हैं उसकी पहचान उजागर नहीं की है ना ही मौतों का आंकड़ा सामने आया।
सोमालिया में अमेरिका ने पहले भी किए हमले।
साल 2024 में भी अमेरिका ने सोमालिया के आंतकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए थे। जिसमें 3 आतंकी मारे गए थे।सोमालिया में ISIS के आतंकियों ने पहाड़ियों को अपना ठिकाना बना रखा है। यहां बंकर नहीं गहरी गुफाएं उनके छिपने का मुफीद ठिकाना हैं। ऐसे हालात में अमेरिका एयरस्ट्राइक के जरिए उनकी घेराबंदी की कोशिश करता है।
सीरिया पर अमेरिका का हमला ।
सोमालिया हमले से ठीक पहले 30 जनवरी को ही अमेरिकी सेना ने सीरिया पर भी हवाई हमला किया था। इस हमले में आतंकी संगठन हुर्रास अल दीन के एक आतंकवादी को मारा गया। बताया गया कि ये आतंकी अल कायदा से जुड़ा हुआ था। हालांकि ट्रंप ने पहले सीरिया में किसी भी तरह के हस्तक्षेप से साफ इंकार किया था। लेकिन राष्ट्रपति बनते ही उनके तेवर कुछ अलग हैं ट्रंप ने पहले दावा किया था जिन देशों में सरकार अस्थिर है और तख्ता पलट का अंदेशा है ऐसे देशों से अमेरिका को दूर रहना चाहिए। उन्होंने इशारा किया कि ऐसे देश अपनी समस्याओं को अपने स्तर पर संभाले अमेरिका हर मुश्किल को संभालने के लिए नहीं है। लेकिन शपथ लेने के 10 दिन के भीतर ही उन्होंने आतंकियों के बहाने सीरिया पर हमला बोल दिया। इसके बाद सोमालिया पर अमेरिका की एयरस्ट्राइक ट्रंप की कथनी और करनी में फर्क दिखा रही है।हालांकि ट्रंप की सेना का दावा है कि वो आतंकी गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा। इसलिए सेना ने पहले ही ऐसे देशों को आगाह कर दिया है जो आतंक को पनाह दे रहे हैं।
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