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शरिया कानून की ओर बढ़ रहा ब्रिटेन? लंदन के PAK मूल के मेयर सादिक खान पर ट्रंप का बड़ा आरोप, क्या है सच्चाई?

क्या शरिया कानून की ओर बढ़ रहा ब्रिटेन? क्या लंदन में स्थापित होगा इस्लामिक निजाम? ट्रंप के PAK मूल के लंदन के मेयर सादिक खान पर हमले के बाद उठे सवाल. अब बड़ा सवाल ये है कि क्या सच में ब्रिटेन में मुस्लिमों की संख्या बढ़ रही है.

Image: Muslim Population in London (Representational Image)

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते 10 दिनों के अंदर लंदन के पाकिस्तानी मूल के मेयर सादिक खान पर दूसरी बार बड़ा हमला बोला है. इससे पहले अपने UK दौरे पर उन्होंने कहा था कि शाही भोज में वो (सादिक खान) नहीं आना चाहिए. अब ट्रंप ने अपने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में संबोधन के दौरान सादिक को लेकर बड़ा बयान दिया और दावा किया कि वो ब्रिटिश कैपिटल लंदन में शरिया कानून लागू करना चाहते हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि 'लंदन में बहुत अजीब सा मेयर है, आज जब मैं लंदन की तरफ देखता हूं, तो पता चलता है कि यह शहर पूरी तरह बदल गया है. अब वो वहां शरिया कानून (इस्लामी निजाम) लागू करना चाहते हैं लेकिन आपको ये नहीं भूलना चाहिए कि आप किसी दूसरे देश (ब्रिटेन) में हैं और यहां आप ये काम नहीं कर सकते हैं.'

सादिक खान की तरफ से आया जवाब!

ट्रंप की इस टिप्पणी के फौरन बाद लंदन के मेयर सादिक खान के प्रवक्ता ने जवाब दिया. उन्होंने ट्रंप की टिप्पणी को न सिर्फ खारिज किया बल्कि उन्हें पक्षपाती भी बताया. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि लंदन दुनिया का सबसे महान शहर है और अमेरिका के प्रमुख शहरों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है. हम यहां आने वाले रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकी नागरिकों का स्वागत करके बहुत खुश हैं.

‘ट्रंप मुझे मेरे धर्म के कारण टार्गेट करते हैं’

ट्रंप का हालिया बयान सादिक खान के साथ चली आ रही उनकी पुरानी कड़वाहट को और बढ़ाने वाला है. ट्रंप ने 2019 में मेयर सादिक खान को 'पूरी तरह से विफल व्यक्ति' कहा था. वहीं सादिक ने उन पर दक्षिणपंथी राजनीति को भड़काने का आरोप लगाया था. साथ ही कहा था कि ट्रंप उनके मजहब और रंग की वजह से उनपर निशाना साधते हैं. ट्रंप ने लंदन के मेयर के शासन पर अपने पिछले हमलों को दोहराते हुए उन्हें इमिग्रेशन के मामले में 'डिजास्टर' बताया.

ट्रंप ने सादिक खान को बताया सबसे खराब मेयर

इतना ही नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने UK दौरे के दौरान कहा कि मुझे लगता है कि लंदन के मेयर खान दुनिया के सबसे खराब मेयरों में से एक हैं, और हमारे यहां भी कुछ बुरे मेयर हैं. ट्रंप ने आगे कहा, मुझे लगता है कि उन्होंने बहुत बुरा काम किया है. लंदन में अपराध बहुत बढ़ गया है. 

राष्ट्रपति ने आगे कहा, 'मैं उन्हें काफी वक्त से पसंद नहीं करता था. मुझे लंदन और ब्रिटेन पर गर्व है, मेरी मां का जन्म स्कॉटलैंड में हुआ था, और जब मैं मेयर खान को खराब काम करते देखता हूं- यहां पर चाकूबाजी और गंदगी फैलाते हुए लोगों को देखता हूं तो यह पहले जैसा नहीं लगता.

ट्रंप और सादिक खान के बीच पुरानी है दुश्मनी!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सादिक खान के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है. विवादों की श्रृंखला 2015 से शुरू हुई हुई जब लेबर पार्टी के नेता सादिक ने ट्रंप के उस सुझाव की निंदा की थी कि मुसलमानों के अमेरिका आने पर पाबंदी लगा देनी चाहिए. एक साल बाद ट्रंप ने मेयर को IQ टेस्ट कराने की चुनौती दी. 

अमेरिकी के राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने 2017 में लंदन ब्रिज पर हुए आतंकी हमले से निपटने के मेयर के तरीकों पर भी हमला किया था. फिर 2019 में अमेरिकी नेता की पहली राजकीय यात्रा के दौरान, सादिक खान ने उनकी यात्रा के साथ एक विशाल 'ट्रंप बेबी' ब्लिंप उड़ाने की योजना को इजाजत दी थी, जिससे कड़वाहट और बढ़ी. आपको बता दें कि ये बेबी ब्लिंप ‘डोनाल्ड ट्रम्प को डायपर पहने हुए बच्चे के रूप में दर्शाने वाला एक विशाल ब्लिंप इनफ्लेटेड बैलून था जो अमेरिकी राष्ट्रपति के तत्कालीन लंदन दौरे के दौरान उड़ाया गया था जिसे उनके प्रशासन के प्रति अंतर्राष्ट्रीय विरोध का प्रतीक माना गया.

ब्रिटेन में मुस्लिमों की जनसंख्या?

नई जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि इंग्लैंड और वेल्स में मुस्लिम आबादी 2011 के मुकाबले बढ़ी है. 2011 में जहां मुस्लिम आबादी 4.9% थी, वहीं 2021 में यह बढ़कर 6.5% हो गई है. संख्या के लिहाज़ से मुस्लिम जनसंख्या 27 लाख से बढ़कर 39 लाख हो गई. दूसरी ओर, ईसाई आबादी में गिरावट दर्ज की गई है. 2021 की जनगणना के अनुसार, इंग्लैंड और वेल्स की 46.2% आबादी ने खुद को ईसाई बताया, जबकि 2011 में यह आंकड़ा 59.3% था.

लंदन में सबसे ज्यादा मुस्लिम!

लंदन में मुस्लिमों की सबसे ज़्यादा मौजूदगी है. यहां 15% आबादी ने खुद को मुस्लिम बताया, जो 2011 में 12.6% थी. यानी सिर्फ लंदन में ही 13 लाख से अधिक मुस्लिम रहते हैं.

2011 की तुलना में टॉवर हैमलेट्स अब भी वह इलाका है जहां मुस्लिम आबादी का प्रतिशत सबसे अधिक है, 39.9% (2011 में 38%). अन्य क्षेत्रों में ब्लैकबर्न विद डार्वेन (35%) और न्यूहैम (34.8%) भी मुस्लिम बहुल इलाकों में गिने जाते हैं.

इसी की पड़ताल करते हुए हमें सोशल मीडिया पर एख पोस्ट मिला जिसमें एक अंग्रेज महिला दावा कर रही है कि ब्रिटेन के कई शहरों के मेयर मुस्लिम हैं. यहां तक कि वो ये भी कह रही है कि इंग्लैंड में 3000 मस्जिदें, 130 शरिया कोर्ट, 50 शरिया काउंसिल (हमारी पड़ताल में तो 85 शरिया काउंसिल का पता चला) है. वो आगे दावा करती है कि 78% मुस्लिम औरतें काम नहीं करती और सरकार से फ्री राशन और अकोमोडेशन लेती हैं.

इसके अलावा वो कहती है कि 63% मुसलमान आदमी काम नहीं करते लेकिन सरकार से पैसा और घर लेते हैं. हालांकि इस दावे में कितनी सच्चाई है कहा नहीं जा सकता लेकिन जब हमने दावे की पड़ताल की तो पता चला कि वाकई कई शहरों के मेयर मुस्लिम थे, जिनका मूल पाकिस्तान से लेकर अफ्रीका तक के हैं.

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