ऑटो में महिला ने छोड़ा लाखों के सामान से भरा बैग, 5 घंटे में पुलिस ने ढूंढ निकाला, हो रही तारीफ
5 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस जब बैग लेकर थाने पहुंची और महिला को सौंपा, तो वह भावुक हो गईं. उन्होंने पुलिस टीम को धन्यवाद दिया और अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुए थाना प्रभारी को 1000 रुपये देने लगीं. उन्होंने कहा, “या तो बहन समझ कर रख लो या बेटी समझ लो.” यह दृश्य थाने में मौजूद सभी लोगों की आंखें नम कर गया.
Follow Us:
रीवा : शहर के अमाहिया थाना क्षेत्र में एक भावुक कर देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक महिला शादी समारोह में शामिल होने जा रही थी, लेकिन जल्दबाजी में ऑटो में अपना ट्रॉली बैग भूल गई. बैग में लाखों रुपये के गहने और कपड़े थे. महिला ने जब बैग गुम होने की खबर अमाहिया थाने में दी, तो पुलिस ने महज 5 घंटे के भीतर न केवल बैग खोज निकाला, बल्कि महिला की खोई मुस्कान भी लौटा दी.
जल्दबाजी में छूटा महिला का बैग
उमरी गांव निवासी नीता साकेत अपने ससुराल से मायके में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने रीवा आई थीं. दोपहर करीब 12 बजे वह सिरमौर चौराहा पहुंचीं और वहाँ से ऑटो रिक्शा लेकर अस्पताल चौराहा आईं. सभी लोग ऑटो से उतर गए, लेकिन नीता जल्दबाजी में गहनों और कपड़ों से भरा ट्रॉली बैग ऑटो में ही भूल गईं. कुछ देर बाद जब उन्हें बैग की याद आई तो उनके होश उड़ गए.
बैग में थे लाखों के जेवर
घबराई हुई महिला सीधे अमाहिया थाने पहुंची. आंखों में आंसू और दिल में डर लिए उन्होंने थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल को पूरी घटना बताई. बैग में सोने-चांदी के लाखों रुपये के जेवरात और कपड़े थे. पुलिस ने गंभीरता से मामला लिया और तुरंत अपनी टीम को ऑटो की तलाश में लगा दिया.
CCTV से मिला सुराग
पुलिस ने शहर में लगे CCTV कैमरों की मदद से ऑटो रिक्शा को ट्रेस किया. फुटेज के आधार पर ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर निकाला गया और ट्रैफिक थाने से चालक का मोबाइल नंबर हासिल किया गया. पुलिस टीम ने ऑटो चालक से संपर्क किया और सीधे उसके घर पहुंच गई.
ईमानदारी की मिसाल बना ऑटो चालक
थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने बताया कि, “ऑटो चालक बैग लेकर अपने घर चला गया था. एक पल को उसकी नीयत जरूर डगमगाई, लेकिन उसके जमीर ने उसे गलत कदम उठाने से रोक दिया. इंसानियत का परिचय देते हुए उसने बैग पुलिस को सौंप दिया.”
बैग मिलने के बाद भावुक हुई महिला
5 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस जब बैग लेकर थाने पहुंची और महिला को सौंपा, तो वह भावुक हो गईं. उन्होंने पुलिस टीम को धन्यवाद दिया और अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुए थाना प्रभारी को 1000 रुपये देने लगीं. उन्होंने कहा, “या तो बहन समझ कर रख लो या बेटी समझ लो.” यह दृश्य थाने में मौजूद सभी लोगों की आंखें नम कर गया.
महिला की प्रतिक्रिया और पुलिस की संवेदनशीलता का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोग पुलिस की कार्यशैली और ऑटो चालक की ईमानदारी की तारीफ कर रहे हैं.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement