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'पाकिस्तान जन्मभूमि तो भारत मेरी मातृभूमि और मंदिर...', दानिश कनेरिया का कट्टरपंथियों को जवाब, कहा- जय श्रीराम

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हिन्दू क्रिकेटर रहे दानिश कनेरिया ने भारत की नागरिकता लेने को लेकर उड़ रहे अफवाहों पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान मेरी जन्मभूमि है, लेकिन भारत मेरी मातृभूमि और मंदिर है. कनेरिया ने विरोधियों को जवाब देते हुए उनकी तीखी आलोचना की और पोस्ट कर कहा कि जय श्री राम.

Danish Kaneria (File Photo)

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. यहां हिंदुओं के साथ होने वाली ज्यादती के बारे में भी पूरी दुनिया जानती है. इसी कारण कई नामी गिरामी शख्सियतों को देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेना पड़ता है. हिंदू तो हिंदू मुसलमानों को भी पाक की नागरिकता त्यागनी पड़ती है, इसलिए तो अदनान शमी जैसे मशहूर सिंगर को भारत की शहरियत लेनी पड़ी. और तो और पाक के लोगों, जनरलों, डिप्लोमेट्स, नेताओं में अमेरिका-यूरोप के ग्रीन कार्ड्स लेने की होड़ लगी रहती है. इसी बीच पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के जाने-माने हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया को लेकर भी अफवाहों का बाजार गर्म है कि कनेरिया भारत की नागरिकता लेने की कोशिश कर रहे हैं. अब उन्होंने सफाई देते हुए कट्टरपंथियों को तगड़ा जवाब दिया है.

भारत की नागरिकता लेने की जुगत में दानिश कनेरिया?

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने उनके भारत की नागरिकता लेने की कोशिशों को लेकर रहे अफवाहों पर पूर्ण विराम लगा दिया है. पूरे मामले पर सफाई देते हुए कनेरिया ने बड़ा बयान दिया है.  उन्होंने X पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा कि 'पाकिस्तान मेरी जन्मभूमि हो सकती है, लेकिन भारत मेरी मातृभूमि है. अपने पोस्ट में कनेरिया ने स्पष्ट किया कि उनकी फिलहाल भारतीय नागरिकता लेने की कोई योजना नहीं है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कनेरिया फिलहाल अपने परिवार के साथ यूएई में रहते हैं और वहां से अपना यूट्यूब चैनल चलाते हैं. यहां वो अपनी-पत्नी और बच्चों के साथ हर हिंदू त्योहार भी मनाते नजर आते हैं.

दानिश कनेरिया पाकिस्तान के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं, जो जन्म से हिंदू रहे और लाख भेदभाव, उत्पीड़न, दबाव और तानों के बावजूद अपना धर्म नहीं त्यागा. उन्होंने पाक क्रिकेट में अपने साथ हुए भेदभाव की बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार भी किया और पाकिस्तान की नागरिकता पर गर्व व्यक्त किया. हालांकि उनके भारत की शहरियत लेने को लेकर उस वक्त सवाल उठे जब उन्होंने भारत आंतरिक मामलों पर खुलकर बात की और अच्छी बातें कीं, तारीफ किया. इसे उस बात से जोड़ दिया गया कि शायद वो हिंदुस्तान की नागरिकता लेने के लिए ये सब कर रहे हैं.

दानिश कनेरिया की सफाई!

दानिश कनेरिया ने X पर लिखा, 'हाल ही में, मैंने कई लोगों को मुझसे सवाल करते देखा है, पूछते हुए कि मैं पाकिस्तान के बारे में क्यों नहीं बोलता, भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी क्यों करता हूं, और कुछ तो यह भी आरोप लगाते हैं कि मैं यह सब भारतीय नागरिकता के लिए करता हूं. मुझे लगता है कि यह बात साफ करना जरूरी है. पाकिस्तान और उसके लोगों से, मुझे बहुत कुछ मिला है, खासकर आवाम का प्यार. लेकिन उस प्यार के साथ-साथ, मुझे पाकिस्तानी अधिकारियों और पीसीबी से गहरे भेदभाव का भी सामना करना पड़ा, जिसमें जबरन धर्मांतरण के प्रयास भी शामिल हैं.

'पाकिस्तान मेरी जन्मभूमि, भारत मेरे लिए मंदिर-मेरी मातृभूमि'

उन्होंने आगे कहा कि, भारत और उसकी नागरिकता के बारे में, मैं बिल्कुल स्पष्ट कर दूं. पाकिस्तान मेरी जन्मभूमि है, लेकिन भारत, मेरे पूर्वजों की भूमि, मेरी मातृभूमि है. मेरे लिए, भारत एक मंदिर के समान है. फिलहाल, मेरी भारतीय नागरिकता लेने की कोई योजना नहीं है. अगर भविष्य में मेरे जैसा कोई ऐसा करने का फैसला करता है, तो हमारे जैसे लोगों के लिए सीएए पहले से ही लागू है.

'मेरा भाग्य भगवान राम के हाथों में है, जय श्री राम'

इसलिए, जो लोग दावा करते हैं कि मेरे शब्द या कार्य नागरिकता की इच्छा से प्रेरित हैं, वे पूरी तरह से गलत हैं. मैं धर्म के लिए खड़ा रहूंगा और उन राष्ट्र-विरोधियों और छद्म-धर्मनिरपेक्षतावादियों का पर्दाफाश करता रहूंगा जो हमारे मूल्यों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और हमारे समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. मेरी सुरक्षा के लिए चिंतित लोगों, प्रभु श्री राम के आशीर्वाद से, मैं अपने परिवार के साथ सुरक्षित और खुश हूं. मेरा भाग्य भगवान राम के हाथों में है. जय श्री राम'

अब जाहिर है कि दानिश कनेरिया ने ही भारत की नागरिकता को लेकर अफवाहों और उन साजिशों का भंडाफोड़ दिया है जो उनकी भारत की तारीफ और प्रेम को धूमिल करने की कोशिश कर रहे थे.

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