Advertisement

PM ने लॉन्च किया स्वदेशी 4G नेटवर्क, जानिए कैसे काम करेगा और 5G के मुकाबले इसकी अहमियत

प्रधानमंत्री मोदी ने 27 सितंबर 2025 को ओडिशा के झारसुगुड़ा से BSNL का स्वदेशी 4G नेटवर्क लॉन्च किया. इसे भविष्य में आसानी से 5G में अपग्रेड किया जा सकता है. इस पहल से डिजिटल समावेशन बढ़ेगा, ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचेगा और भारत की टेलीकॉम तकनीक में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2025 को ओडिशा के झारसुगुड़ा से भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के स्वदेशी 4G नेटवर्क का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने 97,500 मोबाइल 4G टावरों का भी उद्घाटन किया, जिनमें से 92,600 टावरों में नई 4G तकनीक का उपयोग किया गया है. इस परियोजना पर लगभग ₹37,000 करोड़ का खर्च आया है.

स्वदेशी तकनीक का विकास

यह नेटवर्क पूरी तरह से भारतीय कंपनियों द्वारा विकसित किया गया है. C-DOT (Core Network), Tejas Networks (Radio Access Network) और TCS (System Integrator) ने मिलकर इस नेटवर्क को मात्र 22 महीनों में तैयार किया. इसकी विशेषता यह है कि इसे सॉफ़्टवेयर के माध्यम से भविष्य में 5G में आसानी से अपग्रेड किया जा सकता है. 

नेटवर्क का विस्तार और कवरेज

इस नेटवर्क के माध्यम से देश के 26,700 गांवों में 4G सेवा पहुंचाई जाएगी, विशेषकर सीमावर्ती और दूरदराज के क्षेत्रों में. ओडिशा में 5,985 नए 4G टावर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 1,232 टावरों का निर्माण डिजिटल भारत निधि (DBN) योजना के तहत हुआ है. इसके अतिरिक्त, पश्चिम बंगाल में भी 3,744 नए 4G साइट्स स्थापित किए गए हैं.

बाजार में BSNL की वापसी

अगर आप ये सोच रहे हैं कि आजकल तो लोग 5G नेटवर्क चलाते हैं तो फिर इस 4G लॉन्च में क्या है? तो जान लें कि प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों जैसे एयरटेल, जियो और वीआई से बीएसएनएल पिछड़ रही थी, लेकिन अब बीएसएनएल द्वारा इस तरह से स्वदेशी 4G नेटवर्क को लॉन्च करना उनकी बाज में वापसी करवा सकता है. यही नहीं, कंपनी ने इस बार पूरी तरह से इंडिजिनस टेक्नोलॉजी (इसका मतलब है कि रेडियो, टावर, सॉफ्टवेयर और नेटवर्स समेत बाकी इंफ्रास्ट्रक्चर को भारत में ही डिजाइन और तैयार किया गया) का इस्तेमाल किया यानी ये पूरी तरह से स्वदेशी है.

भविष्य की दिशा: 5G की ओर

इस स्वदेशी 4G नेटवर्क को भविष्य में 5G सेवाओं में आसानी से अपग्रेड किया जा सकता है. BSNL ने घोषणा की है कि वह 2026 तक कोलकाता में 5G सेवाएं शुरू करने की योजना बना रहा है. यह कदम भारत को टेलीकॉम क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

दुनिया में भारत की स्थिति

इस उपलब्धि के साथ, भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जो स्वदेशी टेलीकॉम उपकरणों का निर्माण करते हैं. अब भारत को सेवा प्रदाता से उत्पादक राष्ट्र के रूप में देखा जा रहा है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

किसको मिलेगा 4G नेटवर्क का फायदा?

BSNL के स्वदेशी 4जी नेटवर्क का फायदा इसके ग्राहकों को तो मिलेगा ही साथ ही 20 लाख से ज्यादा नए ग्राहकों को भी मिलेगा. इससे ये बात समझी जा सकती है कि 4जी टॉवर का उद्घाटन होना कितना खास है. टेलिकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 4G नेटवर्क को लेकर कहा था कि इसे आसानी से 5जी में बदला जा सकता है. इसमें तेजस नेटवर्क की तरफ से विकसित रेडियो एक्सेस नेटवर्क शामिल है. यह C-DOC की तरफ से तैयार एक कोर नेटवर्क है. इसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने एकीकृत किया है.

Advertisement

Advertisement

LIVE