सीएम मोहन यादव ने अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस पर कूनो में तीन चीतों की दी खुली रिहाई, जंगल में संख्या बढ़कर 19
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चीता रिलीज कार्यक्रम के बाद कहा कि श्योपुर जिले का कूनो नेशनल पार्क पर्यटन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पहचाना बना रहा है.
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अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क को एक और सौगात मिली. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मादा चीता वीरा सहित दो शावकों को जंगल में छोड़ा.
सीएम ने मादा चीता वीरा को अपने दो शावकों संग खुले जंगल में छोड़ा
सीएम मोहन यादव ने कूनो नेशनल पार्क के पारोंद क्षेत्र में बनाए गए चीता रिलीज प्वाइंट से तीन चीतों मादा चीता वीरा सहित उनके 9 माह के दो शावकों को खुले जंगल में छोड़ा. इसके साथ ही अब खुले जंगल में चीतों की संख्या 19 हो गई है.
मध्य प्रदेश में कुल 32 चीते
बता दें कि मध्य प्रदेश में 32 चीते हैं. कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 29 है, जिसमें दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 8 चीतों सहित भारतीय भूमि कूनो नेशनल पार्क में जन्मे 21 शावक चीते शामिल हैं.
कूनो बना अंतरराष्ट्रीय पहचान का केंद्र : सीएम मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चीता रिलीज कार्यक्रम के बाद कहा कि श्योपुर जिले का कूनो नेशनल पार्क पर्यटन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पहचाना बना रहा है. आज का दिन ऐतिहासिक है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प से भारत में चीतों की पुनर्जीवन की परियोजना सफल रही है, चीता प्रोजेक्ट के लिए हम उनके आभारी है, जो इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए मध्य प्रदेश की धरती को चुना. कूनो में आज 29 और गांधी सागर में तीन चीते है.
रोजगार और पर्यटन को मिल रहा बढ़ावा
कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट के चलते रोजगार की नई संभावनाएं उत्पन्न हुई हैं. चीता प्रोजेक्ट की सफलता के लिए उन्होंने वन विभाग के अमले को धन्यवाद भी दिया. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस अवसर पर कूनो नेशनल पार्क के चीता कैलेंडर का विमोचन किया. इसके साथ ही शोविनियर शाॅप का लोकार्पण भी किया गया. इसके अलावा क्लीनिकल मैनेजमेंट ऑफ फ्री राइजिंग चीता इन कूनो नेशनल पार्क किताब का विमोचन भी किया गया. कूनो नेशनल पार्क के कैलेंडर के सभी पृष्ठों पर विभिन्न चीतों की तस्वीरों का प्रकाशन किया गया है.
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