तो कर लें योजनाओं से तौबा-तौबा...बिहार चुनाव में मुस्लिमों को बीजेपी सांसद ने दे डाली सलाह, मचा बवाल
Bihar Chunav: बिहार चुनाव को लेकर बीजेपी सांसद अशोक यादव ने मुस्लिमों को सलाह दे डाली है. उन्होंने कहा कि वोट नहीं देते हैं तो ठीक है, लेकिन फिर सरकारी योजनाओं से भी तौबा कर ही लें. अब उनके बयान पर बवाल मच गया है.
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बिहार में सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. 6 तारीख को होने वाली पहले चरण की वोटिंग में अब महज 2 दिन का समय बचा है. इसी बीच नेताओं की तीखी बयानबाजी तेज हो गई है. बीजेपी जिसे MY यानी कि मुस्लिम यादव समीकरण के वोट कम ही मिलते हैं, अब उसको लेकर फ्रस्ट्रेशन साफ दिखने लगा है.
आपको बताएं कि अब इसी को लेकर बीजेपी के एक नेता ने विवादित बयान दिया है. दरभंगा जिले के केवटी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगने पहुंचे बीजेपी सांसद अशोक कुमार यादव ने मुसलमानों से कहा कि आप तौबा कर लें. उन्होंने कहा कि अगर आप वोट नहीं देते तो तौबा-तौबा कह दीजिए.
'लगता है पाकिस्तान बॉर्डर पर लड़ाई...'
बीजेपी के कद्दावर नेता रहे हुकुमदेव नारायण यादव के बेटे और मधुबनी सांसद अशोक कुमार यादव ने कहा कि 'केवटी का जब विधानसभा चुनाव होता है तो ऐसा लगता है जैसे कि हम पाकिस्तान के बॉर्डर पर जाकर लड़ाई लड़ रहे हैं.
'मुसलमान कर लें योजनाओं से तौबा-तौबा'
सांसद जी यहीं नहीं रुके, दो कदम आगे बढ़ते हुए मुसलमानों के बीजेपी को वोट नहीं देने पर कहा कि आपलोग सभी सुविधाएं लेते तो हो लेकिन वोट नहीं देते हो. अगर ऐसा है तो मैं कहता हूं कि आपलोग भी कह दो तौबा-तौबा कि हम लाभ नहीं लेंगे. उन्होंने आगे कहा कहा कि नहीं तो हम आपसे कहते हैं कि मुसलमान भाई भी आएं, मुख्यधारा में जुड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ आगे बढ़ें.'
साथ में मौजूद थे केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय
आपको बता दें कि अशोक यादव के साथ यहां केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद रहे. इसके अलावा केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि अगर किसी ने केवटी की डेमोग्राफी को चेंज करेगा, अगर यहां एक भी घुसपैठिया होगा तो उसे जेल के अंदर जाना होगा.
उन्होंने आगे कहा कि दंगा-फसाद, षडयंत्र रचने वालों को भी जेल में बंद करेंगे. वो केवटी के बाढ़ पोखर में आयोजित एनडीए की चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे.
नित्यानंद राय ने प्रस्तावित मां जानकी मंदिर के निर्माण को लेकर कहा कि हम पांच वर्ष पहले भी इसी जगह पर आए थे और उस समय मैंने वादा किया था कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम और पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण होगा. देखिए अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर का निर्माण हो गया. पुनौराधाम में भी मां जानकी मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है.
'बाबर ने तोड़ा सीता माता का रसोई घर!'
उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान मौजूद लोगों से कहा कि आपको मालूम होना चाहिए कि बाबर ने अयोध्या में प्रभु श्रीराम के साथ माता के रसोई घर को भी तोड़ा था.
उन्होंने सांसद डॉ. अशोक यादव का भाषण सुनने के बाद कहा कि अलीगढ़ में जब कोई बात उठती हैं तो अशोक जी दहाड़कर बोलते हैं. उन्होंने केवटी से एनडीए के भाजपा प्रत्याशी विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा को जिताने की लोगों से अपील की.
सांसद डॉ. अशोक यादव ने कहा कि केवटी का चुनाव लड़ते वक्त लगता है कि हम पाकिस्तान के बॉर्डर पर जाकर लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसा लगता है कि जैसे हम कारगिल में झंडा गाड़ रहे हैं.
वहीं मुस्लिम मतदाताओं और मुस्लिम वोट को लेकर दिए अपने कथित बयान पर बीजेपी सांसद अशोक कुमार यादव ने सफाई दी और कहा कि, 'नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार सबके लिए काम करते हैं, चाहे वे हिंदू हों, मुसलमान हों, दलित हों, पिछड़े हों या अति पिछड़े. इसलिए, अगर हम सबके लिए काम करते हैं, तो चुनाव के दौरान हमें अपेक्षा होती है कि हमें सभी समुदायों के वोट मिले. हमें सभी समुदायों के वोट मिलते भी हैं, लेकिन जहाँ भी मुस्लिम बहुसंख्यक हैं, 'विशुद्ध-मुस्लिम बूथ हैं', वहां हमें एक भी वोट नहीं मिलता.
'मोदी से नफरत है तो ना लें योजनाओं का लाभ'
उन्होंने आगे कहा कि, मैंने कहा कि अगर उन्हें नरेंद्र मोदी से इतनी ही नफ़रत है, तो विकास के सभी लाभों को ठुकरा दें जो आपको मिल रहे हैं, तौबा तौबा कर लें. प्रधानमंत्री मोदी कोई भेदभाव नहीं करते. तो, यहाँ सांप्रदायिक कौन है? हम पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाया जाता है. लेकिन धार्मिक आधार पर वोट कौन देता है? केवटी में चुनाव होने वाले हैं और वहाँ एक धर्म के लोग राजद उम्मीदवार के पीछे एकजुट हो रहे हैं. हम विकास की बात करते हैं और इन मुद्दों को लेकर लोगों के पास जाते हैं. विपक्ष धार्मिक और जातीय आधार पर वोट मांग रहा है. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है..मालूम हो कि पिछली बार केवटी का चुनाव काफी रोमांचक रहा था और मुरारी मोहन झा सिर्फ 5126 वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे. इससे पहले, 2015 में फराज फातमी ही यहां से चुनाव जीते थे. तब उन्होंने बीजेपी के तीन बार के विधायक अशोक कुमार यादव को चुनाव हरा दिया था.
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