करोड़ों की संपत्ति, लाखों का सोना... परिवार से निकाले जाने के बावजूद करोड़पति हैं तेज प्रताप यादव
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन में तेज प्रताप यादव ने महुआ सीट से अपना नामांकन दाखिल किया. वे अब आरजेडी से बाहर होकर अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल के तहत चुनाव लड़ रहे हैं. नामांकन के लिए दाखिल किए गए उनके हलफनामे में संपत्ति और मुक़दमों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.
Follow Us:
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के नामांकन का शुक्रवार को अंतिम दिन है. अब तक चुनाव लड़ने के लिए सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक, राज्य के तमाम बड़े नेताओं ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. इस बीच बिहार की राजनीति में हमेशा अपने अनोखे अंदाज के चलते सुर्खियों में रहने वाले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी गुरुवार को महुआ विधानसभा सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. खास बात यह है कि इस बार तेज प्रताप यादव आरजेडी और परिवार से निकाले जाने के बाद अपनी नई राजनीतिक पार्टी जनशक्ति जनता दल के बैनर तले चुनाव लड़ रहे हैं. इस दौरान चुनाव के लिए दाखिल किए गए तेज प्रताप के हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति और आपराधिक मामलों का खुलासा किया है.
कितनी है तेज प्रताप की संपत्ति?
चुनावी हलफनामे में तेज प्रताप यादव की मौजूदा संपत्ति का कुल मूल्य 2.88 करोड़ रुपये बताया गया है. इसमें 91.65 लाख रुपये की चल संपत्ति और करीब 1.96 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है. अगर साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में दाखिल किए गए उनके हलफनामें के आंकड़ों से तुलना की जाए तो उनकी कुल संपत्ति में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वर्ष 2020 में उन्होंने 1.22 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1.6 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति घोषित की थी. बीते पांच वर्षों में तेज प्रताप यादव की अचल संपत्ति में थोड़ी वृद्धि हुई है, जबकि उनकी चल संपत्ति में कमी देखी गई है.
गोल्ड का शौक रखते हैं तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव की संपत्ति के विवरण से यह भी साफ होता है कि उन्हें सोने का खासा शौक है. उनके हलफनामे के मुताबिक, उनके पास करीब 200 ग्राम सोने के आभूषण मौजूद हैं, जिनकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 22 लाख रुपये आंकी गई है. कई मौक़े पर लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप अपने गोल्ड कलेक्शन को लेकर भी सुर्खियों रहे हैं.
आठ आपराधिक मामलों में लंबित
तेज प्रताप यादव द्वारा दाखिल किए गए चुनावी हलफनामे से यह जानकारी सामने आई है कि उनके खिलाफ आठ आपराधिक मामले अभी भी विचाराधीन हैं. हालांकि, अब तक किसी भी मामले में उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है. दिलचस्प बात यह है कि उनके हलफनामे में पत्नी ऐश्वर्या राय का नाम शामिल नहीं है, क्योंकि दोनों का तलाक का मामला फिलहाल पटना के पारिवारिक न्यायालय में लंबित है.
तेज प्रताप ने क्यों बनाई नई पार्टी?
आरजेडी से बाहर निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने अपनी अलग राजनीतिक राह चुनते हुए ‘जनशक्ति जनता दल’ नाम की नई पार्टी की स्थापना की है. उनके पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें 25 मई को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. बताया जाता है कि यह कदम उस वक्त उठाया गया जब तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर एक महिला से रिश्ते की बात स्वीकार की थी. हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनका अकाउंट हैक कर लिया गया था, और संबंधित पोस्ट हटा दी गई.
बताते चलें कि तेज प्रताप यादव का यह नया राजनीतिक सफर बिहार की राजनीति में एक दिलचस्प मोड़ लेकर आया है. जहां एक ओर वे परिवार और आरजेडी से अलग होकर अपनी राजनीतिक पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जनता की अदालत में उन्हें खुद को साबित करने की चुनौती भी सामने है. अब देखना यह होगा कि महुआ विधानसभा सीट से जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार के रूप में तेज प्रताप कितना दम दिखा पाते हैं और क्या वे अपने अनोखे अंदाज से एक बार फिर बिहार की सियासत में नई कहानी लिख पाएंगे.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement