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छठ पर राजनीतिक मिलन... घर पहुंचे नीतीश कुमार तो चिराग पासवान ने पैर छूकर लिया आशीर्वाद, कहा- धन्यवाद, जो आप आए

बिहार में छठ महापर्व के बीच राजनीतिक सरगर्मी भी तेज है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छठ के दूसरे दिन ‘खरना’ का प्रसाद ग्रहण करने चिराग पासवान के पटना आवास पहुंचे. चिराग ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया और सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए नीतीश कुमार का आभार जताया.

Source: X / @iChiragPaswan

बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में इस समय छठ महापर्व बड़े श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है. खासकर बिहार में इस बार छठ के कुछ ही दिन बाद विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. ऐसे में राज्य में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. नेता एक-दूसरे से मुलाकात कर श्रद्धालुओं के बीच पहुंच रहे हैं और पूजा-अर्चना में शामिल होकर जनता से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं. इसी क्रम में एक दिलचस्प नजारा पटना में देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छठ महापर्व के दूसरे दिन ‘खरना’ का प्रसाद ग्रहण करने के लिए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के आवास पहुंचे. इस मुलाकात को राजनीतिक गलियारों में खासा अहम माना जा रहा है, क्योंकि एनडीए में सीट बंटवारे से पहले चिराग पासवान ने बिहार की कई ऐसे मुद्दों पर मुखर होकर अपनी बात रखी थी, जिसने नीतीश सरकार पर कई सवाल खड़े किए थे. 

चिराग ने सोशल मीडिया पर साझा की तस्वीर

इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन पर चिराग पासवान ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया. इसके बाद चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री के अपने आवास आने की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की. उन्होंने पोस्ट में नीतीश कुमार का आभार जताते हुए लिखा कि 'धन्यवाद माननीय मुख्यमंत्री जी, जो आज आप मेरे आवास पर आए और खरना का प्रसाद ग्रहण किया. इस दौरान मेरे परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर छठ महापर्व की शुभकामनाएं देने के लिए हार्दिक आभार."

अद्भुत है छठ का महापर्व 

जानकारी के लिए बता दें कि लोकआस्था का महापर्व छठ या डाला छठ इस बार 25 अक्टूबर से ‘नहाय-खाय’ के साथ शुरू हुआ है. दूसरे दिन ‘खरना’ की पूजा होती है, जिसमें विशेष प्रसाद बनाया जाता है. इसके बाद अगले दो दिनों तक व्रती सूर्य देव को अर्घ अर्पित करते हैं. इसमें पहले दिन सूर्यास्त के समय और अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ देकर यह कठिन व्रत पूर्ण होता है. छठ महापर्व की विशेषता यह है कि पहले इसे मुख्य रूप से बिहार और पूर्वांचल के लोग मनाते थे, लेकिन अब इसकी आस्था और परंपरा पूरे देश में फैल चुकी है. आज न केवल भारत के विभिन्न राज्यों में, बल्कि विदेशों में बसे उत्तर भारतीय भी श्रद्धा और भक्ति के साथ इस महापर्व को मना रहे हैं.

बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होने हैं. पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। वहीं, मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी. एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे के तहत जेडीयू और बीजेपी, दोनों 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं, जबकि जीतन राम मांझी की ‘हम’ पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी, दोनों 6-6 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतार रही हैं.

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