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दिल्ली चुनाव के बीच केजरीवाल ने उठाया रोज़गार का मुद्दा

आप के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली कि बेरोज़गार युवाओं का मुद्दा ज़ोर-शोर से उठाने का निर्णय लिया है। केजरीवाल ने अब कहा है कि अगर उनकी पार्टी की सत्ता में वापसी होती है तो अगले पांच साल सरकार का फ़ोकस रोज़गार पर रहेगा।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अब एक महीने से भी कम का समय बचा है। इस चुनाव में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच ज़बरदस्त टक्कर मानी जा रही है। वही दूसरी तरफ़ कभी इंडिया गठबंधन में आप की साथी रही कांग्रेस भी आप सरकार और केजरीवाल पर जमकर निशाना साधते हुए इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने का दावा कर रही है, चुनाव प्रचार के दौरान अभी दल के नेता एक दूसरे पर तमाम आरोप लगा रहे है। इसी कड़ी में अब आप के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली कि बेरोज़गार युवाओं का मुद्दा ज़ोर-शोर से उठाने का निर्णय लिया है। केजरीवाल ने अब कहा है कि अगर उनकी पार्टी की सत्ता में वापसी होती है तो अगले पांच साल सरकार का फ़ोकस रोज़गार पर रहेगा। 


पांच साल रोज़गार पर रहेगा फ़ोकस: केजरीवाल 

दरअसल, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल कथित सहरब नीति घोटाले मामले में जब से तिहाड़ जेल से रिहा हुए है उसके बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ते ही सीधे जनता के बीच जाकर चुनावी तैयारियों में जुट गए थे, केजरीवाल ने ये कहा था कि अब वो सत्ता की कुर्सी पर तब ही बैठेंगे जब जनता उन्हें बैठाएगी। इसके बाद केजरीवाल ने दिल्ली की महिला, बुज़ुर्ग से लेकर छात्राओं के लिए तमाम वादों की बैछार की है। जिसके जवाब में विपक्ष की पार्टियों ने भी तमाम एलान किया। अब एक बार फिर ए केजरीवाल ने काफ़ी अहम मुद्दा उठाया है जो बढ़ती बेरोज़गारी का है। केजरीवाल ने कहा, 'मैं पूरी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए गली-गली घूमकर प्रचार कर रहा हूं। हमारी सरकार ने पिछले 10 सालों में लोगों की आम परेशानियों को दूर करने की कोशिश की है। चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य का क्षेत्र हो,या बिजली, पानी के क्षेत्र में और सड़कों के क्षेत्र में दिल्ली सरकार ने काफी काम किया है लेकिन एक चीज जो मुझे बहुत पीड़ा देती है वह ये है कि हमारे बच्चे पढ़-लिखकर घर पर बैठे हैं, और रोजगार ढूंढ़ रहे हैं।' इनमें कुछ बच्चे कई बार गलत संगत में पड़कर अपराध के क्षेत्र में चले जाते हैं। उनको वापस लाना बहुत मुश्किल हो जाता है।  बता दें इससे पहले बुधवार को भी उन्होंने एक प्रेसवार्ता कर मिडिल क्लास के मुद्दों को उठाया था।


प्राथमिकता दिल्ली से बेरोजगारी दूर करना

 केजरीवाल ने आगे  कहा कि अगले पांच साल में और अन्य क्षेत्रों में तो काम जारी रहेगा, लेकिन मेरी सबसे अधिक प्राथमिकता दिल्ली से बेरोजगारी दूर करना है। बच्चों के लिए रोजगार का इंतजाम करना है। इस पर मेरी टीम रोड मैप तैयार कर रही है। हमारी बहुत अच्छी टीम है। इसमें आतिशी, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, जैस्मिन, राघव चड्ढा, संजय सिंह, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज समेत बहुत सारे लोग हैं। ये पढ़े लिखे, कमिटेड और  देशभक्त लोग हैं। इन सब लोगों को मैने दिल्ली से बेरोजगारी कैसे दूर की जाए, इस पर काम करने व प्लानिंग तैयार करने के लिए कहा है। 


बता दें कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए पांच फरवरी को मतदान होंगे और आठ फरवरी को नतीजों की घोषणा होगी।चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख मतदाता हैं। इसके अलावा, पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाताओं की संख्या 71.74 लाख है और युवा मतदाताओं की संख्या 25.89 लाख है। दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है।

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