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'पहले लिया वोट का अधिकार, अब राशन कार्ड और जमीन की बारी...', बिहार पहुंचते ही अखिलेश यादव ने लगा दिया बड़ा आरोप, कहा- बीजेपी को भगाना है

अखिलेश यादव ने बिहार में राहुल गांधी और तेजस्वी के साथ वोटर अधिकार यात्रा में भाग लिया. तेजस्वी को सीएम चेहरा बताया और कहा कि हम पूरा सहयोग देंगे. पीएम मोदी और उनकी मां पर टिप्पणी की निंदा की. साथ ही आरोप लगाया कि बीजेपी वोट चुराने और असल मुद्दों से भटकाने की साजिश कर रही है.

Source: X / Akhilesh Yadav

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तपिश लगातार बढ़ रही है. एक ओर सत्ताधारी एनडीए की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर हैं, जहां वे चुनावी तैयारियों को गति देते हुए कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर विपक्षी इंडिया महागठबंधन की ओर से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की नेतृत्व में निकाली गई वोटर अधिकार यात्रा जारी है.

विपक्ष इस यात्रा के जरिए विपक्ष एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश कर रहा है. पहला बीजेपी-जेडीयू के खिलाफ प्रचार, दूसरा ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग पर दबाव और तीसरा विपक्षी दलों की एकजुटता का संदेश. यात्रा को लेकर देशभर के विपक्षी दलों के बड़े नेता बिहार पहुंचकर इसमें शामिल हो रहे हैं. इसी कड़ी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार को बिहार पहुंचे. यहाँ उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला और कहा, "हमने उन्हें (भाजपा को) अवध में हराया. अब उन्हें मगध में हराने का समय है."

क्या तेजस्वी होंगे मुख्यमंत्री पद का चेहरा?

सभा के दौरान जब अखिलेश यादव से यह सवाल पूछा गया कि क्या तेजस्वी यादव इंडिया ब्लॉक के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, तो उन्होंने बिना झिझक कहा, “तेजस्वी जी ने यहां अपना काम दिखाया है. उनसे बेहतर चेहरा और क्या हो सकता है? मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि हम अपने पूरे अनुभव से उनकी मदद करेंगे. अखिलेश के इस बयान को विपक्षी एकजुटता का मजबूत संकेत माना जा रहा है.

गाली विवाद पर अखिलेश की प्रतिक्रिया 

हाल ही में बिहार में प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी पर भी अखिलेश ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने साफ कहा कि कोई भी प्रधानमंत्री, किसी भी महिला या मां के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी नहीं कर सकता. लेकिन यह चुनाव असल मुद्दों से जुड़ा है और यह चुनाव SIR यानी Special Intensive Revision का है. अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी की मंशा सिर्फ वोट चुराने की है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “आज वे वोट का अधिकार छीन रहे हैं, कल जाति प्रमाण पत्र और राशन कार्ड छीन लेंगे. यह बीजेपी का तरीका है मुद्दों को भटकाने और नए मुद्दे खड़े करने का. आज महंगाई है, बेरोजगारी है. बीजेपी के पास इनका कोई जवाब नहीं है.”

SIR को लेकर अखिलेश का आया आरोप  

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर तमाम आरोप लगाते हुए बताया है कि   बीजेपी का खेल केवल वोटर लिस्ट तक सीमित नहीं है बल्कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है. उन्होंने कहा, 

  • "S.I.R. की Chronology समझिए:
  • - भाजपा की साज़िश सिर्फ़ वोटर लिस्ट से नाम काटना नहीं है
    - उसके बाद राशन कार्ड से भी नाम काटना है, 
    - ⁠फिर जाति प्रमाणपत्र को ख़ारिज करना है,
    - ⁠फिर आरक्षण मारना है, 
    - ⁠फिर खेत, घर-मकान, ज़मीन से नाम काटना है… 
    - ⁠ग़रीब, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों को सड़क पर लेकर आना है
    - ⁠ भाजपा का मक़सद PDA की हक़मारी और मतमारी करना है."

इन सब बातों का भंडाफोड़ होने के बाद, अब भाजपा कभी नहीं जीत पाएगी क्योंकि जागरूक जनता अपना वोट बचाएगी, डालेगी और फ़ैसला आने तक पूरी निगरानी रखेगी और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही मानेगी, भाजपा को हराएगी और हटाएगी. जब तक जीत का प्रमाण नहीं, तब तक आराम नहीं." अखिलेश ने इसे बीजेपी की “PDA (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक)” की हकमारी और मतमारी की राजनीति बताया. उन्होंने दावा किया कि इन योजनाओं का भंडाफोड़ होने के बाद बीजेपी दोबारा सत्ता में नहीं लौट पाएगी क्योंकि जनता अब पूरी तरह जागरूक हो चुकी है.

अखिलेश ने चुनाव आयोग को दिया नया नाम 

अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने निर्वाचन आयोग को ‘जुगाड़ आयोग’ बना दिया है. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यूपी के लोकसभा चुनाव परिणाम का उदाहरण दिया और कहा,  “हमने उन्हें अवध में हराया था, अब आप लोग उन्हें मगध में हराइए.” उन्होंने नारा भी दिया, “अबकी बार, बीजेपी बिहार से बाहर.” यह नारा सभा में मौजूद कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच जोश भरने वाला साबित हुआ.

बिहार की लड़ाई पर सबकी नजर

अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि बिहार का यह चुनाव केवल राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश की नजरें इस पर टिकी हैं. उन्होंने कहा कि जनता के उत्साह से साफ है कि बीजेपी और उसके सहयोगी दल इस बार हार की ओर बढ़ रहे हैं. सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि बिहार ने पहले भी बीजेपी का रथ रोका था और इस बार भी बिहार की जनता वही करेगी. उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को ‘सिरफिरा फैसला’ बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की जड़ों को खोखला करने की कोशिश है. लेकिन जनता पूरी निगरानी रखेगी और जब तक जीत का प्रमाणपत्र नहीं मिलेगा तब तक चैन से नहीं बैठेगी.

बताते चलें कि अखिलेश ने बीजेपी पर सीधे वार करते हुए चुनाव आयोग से लेकर महंगाई, बेरोजगारी और आरक्षण तक हर मुद्दे को उठाया. उनका यह कहना कि “अबकी बार, बीजेपी बिहार से बाहर” विपक्षी खेमे में जोश भरने वाला साबित हुआ है. अब देखना होगा कि जनता इस जोश को वोट में बदलती है या नहीं.

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