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राहुल-तेजस्वी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ में मल्लिकार्जुन खरगे के बिगड़े बोल, भड़के कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- जिसे सुनना है वो सुने, बाकी लोग बाहर…

बिहार के सासाराम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का अचानक गुस्सा फूटा औऱ उन्होंने कह दिया कि जिसे सुनना है, वो सुने, बाकी लोग बाहर चले जाएं, 10 लोग भी रहेंगे तो भी मैं भाषण दूंगा.

Mallikarjun Kharge

बिहार के सासाराम से इंडिया अलायंस की ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत हुई, जिसमें महागठबंधन के कई दिग्गज नेता शामिल हुए. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में निकली इस यात्रा के दौरान सासाराम में अलायंस नेताओं ने बड़ी संख्या में जुटे लोगों को संबोधित किया.

इसी दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भाषण दे रहे थे. लेकिन अचानक वो भड़क गए. उन्होने कहा कि सुनना है तो सुनो, नहीं तो 10 लोग भी रहेंगे तो भी मैं भाषण दूंगा. भाषण के दौरान भीड़ लगातार शोर-शराबा कर रही थी. उसे शांत कराने की कोशिश की गई, लेकिन जब लोग नहीं माने तो खरगे का धैर्य टूट गया. उन्होंने मंच से कहा— "जिसे सुनना है, वो सुने, बाकी लोग बाहर चले जाएं."


लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं- खरगे

अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम लोग सिर्फ चुनाव के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं. संविधान बचाने के लिए लड़ रहे हैं. वोट की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं. ये वोट काट-काटकर अपनी हुकूमत चलाना चाहते हैं. ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना है. इसलिए सभी मजबूती के साथ गठबंधन के लोगों के साथ रहिए. ये सरकार जरूर बदलेगी. इनका कोई अस्तित्व नहीं रहेगा. आपके सहयोग से बिहार में भी सरकार बदलेगी.

सरकार का एजेंट है चुनाव आयोग- खरगे

खरगे ने चुनव आयोग पर गंभी र आरोप लगाते हुए इसे सरकार का एजेंट बता दिया. उन्होंने कहा कि 2023 में कानून लाया गया कि चुनाव आयोग चेयरमैन और सदस्य कोई गलती करता है तो उसके ऊपर केस नहीं डाल सकते हैं. 2023 में ही मजबूती करके 2024 में धोखाधड़ी करके वोट लिया है. अब इसे रोकना है. यह जरूरी है. भाजपा-आरएसएस गरीबों, युवाओं और महिलाओं के लिए बहुत खतरनाक है. आरएसएस महिलाओं के लिए वोटिंग अधिकार नहीं चाहती थी. भाजपा के लोग हर बात पर तंग कर रहे हैं.

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