बिहार पहुंच रहे मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, राजनीतिक दलों के साथ करेंगे अहम बैठक, जानें कब होगा तारीखों का ऐलान
केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम शुक्रवार रात पटना पहुंचेगी, जबकि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश्वर कुमार शनिवार को होंगे. 4 और 5 अक्टूबर को आयोग चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठकें करेगा और इसके बाद किसी भी समय चुनाव तिथियों की घोषणा की जा सकती है.
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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की तैयारी जोरों पर है. केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम शुक्रवार रात को पटना पहुंचने वाली है, वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश्वर कुमार शनिवार को पटना में होंगे. आयोग की टीम 4 और 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठकें करेगी. इसके बाद दिल्ली लौटने के बाद किसी भी समय बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही बिहार में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी.
राजनीतिक दलों के साथ अहम बैठक
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार 4 अक्टूबर को पटना के होटल ताज में राजनीतिक दलों के साथ बैठक होगी. यह बैठक सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगी. इसमें मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है, और हर पार्टी से अधिकतम तीन प्रतिनिधियों को उपस्थित रहने की अनुमति दी गई है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से जारी पत्र के अनुसार बैठक में निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़ी तैयारियों पर चर्चा होगी. साथ ही आयोग राजनीतिक दलों से सुझाव भी लेगा ताकि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुचारू हो. निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया है कि वे अपने प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित करें और इसकी जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं.
बैठक में कौन-कौन से दल होंगे शामिल
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय की ओर से जारी पत्र में बताया गया कि बैठक में आप, बसपा, भाजपा, CPI (एम), कांग्रेस, एनपीपी, जेडीयू, RLSP, LJP, RJD, RLSP और CPI (एमएल) लिबरेशन सहित अन्य दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है. इस बैठक में चुनाव की रणनीति, मतदाता जागरूकता और चुनाव सुरक्षा पर विशेष जोर दिया जाएगा.
बताते चलें कि बैठक के बाद चुनाव आयोग द्वारा निर्वाचन कार्यक्रम और तारीखों की घोषणा की जाएगी. इससे बिहार की राजनीतिक हलचल तेज हो जाएगी और सभी दल अपनी तैयारी अंतिम रूप देंगे. इस बार की प्रक्रिया चुनाव आयोग के लिए भी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि यह कई नई तैयारियों और तकनीकी उपकरणों के साथ की जा रही है.
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