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बिहार चुनाव: महागठबंधन में RJD ने रखा 3 डिप्टी सीएम का फॉर्मूला, कांग्रेस की हरी झंडी का इंतजार

बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सक्रियता बढ़ गई है. आरजेडी ने तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार और आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी से एक-एक डिप्टी सीएम का फॉर्मूला पेश किया है. हालांकि, वीआईपी और भाकपा माले की सीटों पर अभी सहमति नहीं बन पाई है.

Rahul Gandhi/ Tejashwi Yadav (File Photo)

बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही राज्य की राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आ गई है. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी घटक दल अब अपनी ताकत और हिस्सेदारी तय करने के लिए सक्रिय हो गए हैं. इसी कड़ी में विपक्ष की इंडिया महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बुधवार को कई दौर की बैठक हुई, जिसमें गठबंधन के कई प्रमुख नेता शामिल रहे.

तेजस्वी यादव सीएम होंगे सीएम का चेहरा 

सूत्रों के अनुसार, आरजेडी ने इस बार सीएम उम्मीदवार के रूप में तेजस्वी यादव का नाम प्रस्तावित किया है. इसके साथ ही आरजेडी ने तीन डिप्टी सीएम का फॉर्मूला रखा है, जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और वीआईपी से एक-एक डिप्टी सीएम बनाए जाने का सुझाव शामिल है. यह फॉर्मूला गठबंधन में संतुलन बनाने और छोटे सहयोगी दलों को महत्व देने की कोशिश माना जा रहा है.

सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं

सीटों के बंटवारे पर सहमति अभी तक नहीं बन पाई है. वीआईपी ने कुल 12 सीटों पर दावा किया है, जिनमें 6 ऐसी सीटें शामिल हैं, जो वर्तमान में सहयोगी दलों के पास हैं. इनमें आरजेडी, कांग्रेस और भाकपा माले की दो-दो सिटिंग सीटें शामिल हैं. बुधवार की बैठक में इन पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाया, जिससे महागठबंधन में खींचतान जारी रही. वहीं भाकपा माले और छोटे दल भी अपनी मांगों पर अड़े हैं. भाकपा माले ने कहा है कि उसे कम से कम 19 सीटें चाहिए, जबकि सीपीआई और सीपीएम 2020 के फार्मूले के आधार पर ही चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं. इसका मतलब यह है कि गठबंधन के नेताओं को अब इन पेंच वाली सीटों पर सहमति बनाने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे.

महागठबंधन के लिए बड़ी चुनौती 

बिहार की राजनीति से जुड़े जानकारों की माने तो महागठबंधन की बैठक और प्रस्तावित फॉर्मूले का अंतिम निर्णय गठबंधन की मजबूती और चुनाव परिणाम पर बड़ा असर डाल सकता है. छोटे दलों की मांग और आरजेडी के नेतृत्व वाली रणनीति के बीच संतुलन बनाने का काम अब महागठबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है. ऐसे में अगले कुछ दिनों में होने वाली बैठकों में इन सीटों पर सहमति बनने की संभावना है, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि गठबंधन अपने छोटे सहयोगियों को संतुष्ट कर पाएगा या फिर सीटों के विवाद से नई राजनीति उभर सकती है. बिहार की सियासत में महागठबंधन का यह दौर अब खासा रोचक और निर्णायक साबित होने वाला है.

गौरतलब है कि सोमवार की शाम चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. आयोग द्वारा किए गए घोषणा के अनुसार बिहार की 243 सीटों पर दो चरणों में वोटिंग कराई जाएगी. पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. जबकि दूसरे फेज में 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं, 14 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. 

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