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बिहार जीत के लिए अमित शाह ने दिया 'Triple M' का फॉर्मूला, CM फेस पर भी किया रुख साफ, विपक्ष के हमलों की खोज ली काट

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कमर कस ली है. उन्होंने अपने राज्य के दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं को 'Triple M' फॉर्मूले पर काम करने को कहा है. संगठन की बैठक में शाह ने नेतृत्व को लेकर तमाम तरह की शंकाओं का भी समाधान कर दिया. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी और विपक्ष के हमलों और कैंपेन से निपटने का भी नेताओं को मंत्र दिया.

Amit Shah (File Photo)

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों को मूर्त रूप देने में जुट गई हैं. जहां तेजस्वी और राहुल गांधी की बारी-बारी से यात्राएं हुईं वहीं सत्ताधारी NDA की भी सियासी गतिविधि बढ़ गई है. बीजेपी की तरफ से चुनाव की कमान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संभाल ली है. इसके लिए वो लगातार राज्य का दौरा कर भी रहे हैं और मैराथन बैठकें भी कर रहे हैं. इसी कड़ी में अमित शाह बिहार के दौरे पर पहुंचे और ताबड़तोड़ बैठकें कीं और कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारी में जुट जाने का स्पष्ट संदेश दिया. इस दौरान शाह ने संगठन को जीत का मंत्री भी दिया और मजबूती से 'ट्रिपल एम’ (Triple M) फॉर्मूले पर भी काम करने का निर्देश दिया.

'ट्रिपल एम’ फॉर्मूले से चुनाव जीतेगी बीजेपी!

गृह मंत्री अमित शाह ने अपने बिहार दौरे के दौरान जिस 'ट्रिपल एम’ फॉर्मूले का मंत्र अपने नेताओं को दिया वे हैं, महिला, मोदी की छवि और मंदिर का मुद्दा. यानी कि इसके तहत महिलाओं तक पार्टी की पकड़ मजबूत करना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों व छवि को प्रमुखता से सामने लाना और धार्मिक मुद्दों, विशेषकर मंदिरों से जुड़े विषय को प्रचार अभियान का अहम हिस्सा बनाना शामिल हैं.

अमित शाह ने निकाल ली विपक्ष के SIR पर विरोध की काट!

इतना ही नहीं शाह ने अपने संबोधन में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से यह सुझाव देते हुए कहा कि वे विपक्षी महागठबंधन की ओर से मतदाता सूची या SIR को लेकर उठाए जा रहे सवालों का जोरदार काउंटर करें और उसका जवाब 'घुसपैठिया' वाले एंगल को हाईलाइट कर दें.

ग्रास रूट कनेक्ट पर शाह ने दिया जोर

गृह मंत्री ने निर्देश दिया कि कार्यकर्ता एक हफ्ते में कम से कम तीन बार मोटरसाइकिल रैली निकालें और गांव-गांव जाकर आम लोगों से संवाद स्थापित करें. साथ ही शाह ने सलाह दी कि पार्टी के संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करें. उन्होंने कहा कि जो भी उम्मीदवार पंचायत चुनावों में दूसरे स्थान पर रहे उनसे संपर्क साधकर पार्टी के स्थानीय नेटवर्क को और अधिक सशक्त बनाएं.

नीतीश के ही नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी बीजेपी

अपने बिहार दौरे में शाह ने नेतृत्व को लेकर ऊहापोह की स्थिति को भी खत्म कर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शाह ने अपनी इस बैठकों में स्पष्ट किया कि NDA विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ही अगुवाई में ही लड़ेगा. उन्होंने इस दौरान कार्यकर्ताओं से अपील की कि सभी लोग पूरी ताकत से चुनाव प्रचार में जुट जाएं ताकि राज्य में राजग की सरकार बरकरार रह सके.

मिथिला और तिरहुत प्रमंडल के नेताओं की ली बैठक

अपने बिहार प्रवास के अंतिम दिन शनिवार को अमित शाह ने समस्तीपुर में तिरहुत और दरभंगा प्रमंडल के आठ जिलों के बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की. इस मीटिंग में दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री सह उजियारपुर सांसद नित्यानंद राय सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. इस बैठक में मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और वैशाली समेत कई जिलों के पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए.

Q&A सेशन में शाह ने लिया भाग

गृह मंत्री अमित शाह ने समस्तीपुर की इस बैठक में उन्होंने नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों से सीधा संवाद और सवाल-जवाब किया. उन्होंने मीटिंग में मौजूद एक बीजेपी नेता से पूछा कि यदि SIR और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का मामला सामने आ जाए तो क्या जवाब दिया जाएगा? इस पर स्वयं शाह ने सुझाव देते हुए कहा कि कार्यकर्ता इसे इस तरह बताएं कि 'राहुल गांधी दरअसल घुसपैठियों के हितों की रक्षा के लिए SIR का विरोध कर रहे हैं.'

शुक्रवार को भी तीन बैठकों में शामिल हुए शाह

आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले यानी शुक्रवार को अमित शाह ने पटना और बेतिया में कुल तीन महत्वपूर्ण बैठकें की थीं. इनमें से दो बैठकें पटना में और एक बेतिया में हुई. बेतिया में उन्होंने पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारन, सीवान और गोपालगंज जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति पर चर्चा की.

पटना में आयोजित बैठक में अमित शाह ने पार्टी के उपाध्यक्षों, महासचिवों और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की. इस बैठक में राज्य के बाहर से भी कई अनुभवी नेता शामिल हुए. यहां चुनावी रणनीति पर विस्तार से मंथन हुआ.

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