बिहार चुनाव से पहले खेसारी लाल यादव ने मनोज तिवारी और रवि किशन पर बोला तीखा हमला, कहा- इन लोगों ने किया जीरो काम
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के करीब आने पर राजनीति में हलचल तेज हो गई है. छपरा सदर सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार खेसारी लाल यादव ने मनोज तिवारी और रवि किशन के तमाम आरोपों पर कड़ा पलटवार किया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि इन लोगों ने सत्ता पक्ष में शामिल होने के बाद भोजपुरी सिनेमा के लिए क्या किया है?
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Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, राज्य में सियासी हलचल लगातार बढ़ रही है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच ज़ुबानी जंग भी तेज हो गई है. इस बार चुनावी मैदान में भोजपुरी फ़िल्मी दुनिया के सितारे भी उतर चुके हैं, इसी वजह से राजनीति अब फ़िल्मी रंग में रंगती नजर आ रही है.
छपरा सदर सीट पर आरजेडी ने अपने उम्मीदवार के रूप में भोजपुरी में 'ट्रेंडिंग स्टार' खेसारी लाल यादव को मैदान में उतारा है. उनके स्टारडम का जादू प्रचार अभियान के दौरान साफ नजर आ रहा है. रोड शो और जनसभा में जनता उन्हें देखने और मिलने के लिए सड़कों पर उमड़ रही है. इतना ही नहीं, कई जगह जनता ने उन्हें दूध से नहलाया और सिक्कों से तौलकर समर्थन जताया, जो उनके बढ़ते लोकप्रियता के प्रमाण हैं. वही भोजपुरी सिनेमा से जुड़े मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश लाल यादव और पवन सिंह जैसे अभिनेता बीजेपी के साथ जुड़े है. इन सारे अभिनेता और खेसारी लाल यादव के बीच जमकर जुबानीजंग देखने को मिल रही है.
व्यवस्था को सुधारने का पूरा प्रयास करुंगा: खेसारी लाल
इस बीच एक लीडिंग चैनल से बातचीत में खेसारी लाल यादव ने कहा कि 'भगवान ने जरूर कुछ बेहतर सोचा है, तभी मैं यहां हूं. जनता का जो प्यार मिला है, उसे मैं कभी नहीं भूल सकता. मैं छपरा को अपने आप से भी बेहतर बनाऊंगा और उनके विश्वास पर खरा उतरूंगा.' उन्होंने आगे कहा कि अगर जनता ने मौका दिया तो वे छपरा की टूटी हुई व्यवस्था को सुधारने में पूरी ताकत लगाएंगे.
मनोज तिवारी और रवि किशन ने क्या किया?
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी और रवि किशन के आरोपों पर खेसारी ने भी तीखा पलटवार किया. उन्होंने कहा कि दोनों उनके बड़े भाई हैं, पर क्या उन्होंने भोजपुरी सिनेमा बनाया था, जिसे मैं बर्बाद कर दूं? राजनीति में आने के बाद उन्होंने भोजपुरी इंडस्ट्री के लिए क्या किया? थिएटर बंद हो गए, सब्सिडी या पुनर्जीवन की कोई पहल नहीं हुई. क्या उन्होंने सदन में कभी भोजपुरी सिनेमा के लिए आवाज उठाई? खेसारी ने यह भी कहा कि मराठी फिल्मों को महाराष्ट्र में मल्टीप्लेक्स में जगह मिलती है, लेकिन भोजपुरी सिनेमा को आज कोई समर्थन नहीं देता. उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि 'कुछ लोग सिर्फ समोसा-भिंडी की बातें करते हैं, जबकि असली कलाकार वह होता है, जो अपनी भाषा और संस्कृति को दुनिया के हर कोने तक पहुंचाता है.'
जनता देगी जवाब
महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे तेजस्वी यादव पर एनडीए द्वारा उठाए गए सवालों पर खेसारी लाल यादव ने कहा कि जनता सबका जवाब 14 तारीख को दे देगी. उन्होंने साफ किया कि वे छपरा की जनता के आशीर्वाद से राजनीति में नया अध्याय लिखना चाहते हैं और भोजपुरी समाज की असली आवाज बनकर काम करेंगे. बता दें कि बिहार चुनाव में खेसारी लाल यादव की एंट्री ने यह दिखा दिया है कि फिल्मी स्टारडम और जनता का प्यार मिलकर चुनावी रंग में कितनी तेज़ी ला सकता है. छपरा की जनता अब इंतजार कर रही है कि क्या वह राजनीति में आकर जिले के लिए कुछ बड़ा बदलाव कर सकते है या नहीं.
गौरतलब है कि राज्य की 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान दो चरणों में होगा. पहले चरण के 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होंगे, जबकि दूसरे चरण की 122 सीटों पर 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी, तब जाकर यह स्पष्ट होगा कि चुनाव से पहले तमाम सियासी दलों द्वारा अपनाए जा रहे विभिन्न हथकंडों के बावजूद जनता का आशीर्वाद किसे मिलता है.
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