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4 दिनों में 12 रैलियां... बिहार में PM मोदी धमाकेदार प्लान के आगे फेल हो जाएगी विपक्ष की हर चाल

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आगामी चुनाव में एनडीए की जीत सुनिश्चित करने के लिए बिहार दौरे पर उतरेंगे, वहीं अमित शाह ने 20 सालों के बहुमत का दावा किया है. बीजेपी ने इसके लिए राज्य में बड़े प्रचार अभियान की योजना बना ली है.

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर पहुँच चुकी है. पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार को समाप्त हो गई है, जिसके बाद अब राजनीतिक दलों की पूरी ताकत चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर केंद्रित हो गई है. सत्तारूढ़ एनडीए के भीतर सभी दल इस बार बिहार की सत्ता अपने हाथ में बनाए रखने के लिए व्यापक रणनीति के तहत काम कर रहे हैं.

चुनाव के इस माहौल में अब राजनीतिक गलियारों में सबसे चर्चा का विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा है. पीएम मोदी आगामी चुनाव में एनडीए की जीत सुनिश्चित करने के लिए खुद मैदान पर उतरेंगे और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएंगे. बिहार दौरे से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि इस बार एनडीए 20 सालों के बहुमत का रिकॉर्ड तोड़कर सरकार बनाएगी. बीजेपी ने इस मिशन को साकार करने के लिए राज्य में एक धुआंधार प्रचार अभियान का रोडमैप तैयार कर लिया है.

PM मोदी की ताबड़तोड़ रैलियां 

सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री मोदी 23 अक्टूबर से 3 नवम्बर के बीच बिहार के विभिन्न जिलों में कुल 12 रैलियों में हिस्सा लेंगे। हर दिन तीन-तीन रैलियों में वे जनता को संबोधित करेंगे. 23 अक्टूबर को सासाराम, भागलपुर और गया में रैली होगी. इसके बाद 28 अक्टूबर को पटना, मुजफ्फरपुर और दरभंगा के लोगों से वे अपील करेंगे कि एनडीए की सरकार बनाने में सहयोग दें. वहीं, 1 नवम्बर को पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर और छपरा में पीएम मोदी की जनसभा आयोजित होगी. रैलियों का समापन 3 नवम्बर को पश्चिम चंपारण, सहरसा और अररिया में होने वाली सभाओं के साथ होगा। पार्टी स्तर पर इन आयोजनों की तैयारी पूरी जोर-शोर से की जा रही है.

PM मोदी के फोकस में बिहार 

जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी कम से कम 55 बार बिहार का दौरा कर चुके हैं. चुनाव को देखते हुए उनका बिहार पर फोकस और भी बढ़ गया है. 2025 में वे लगभग एक दर्जन बार राज्य में रह चुके हैं. इस दौरान उन्होंने पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन और पूर्णिया में एयरपोर्ट जैसी बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी. साथ ही युवा संवाद कार्यक्रमों में भी उन्होंने बिहार के युवाओं से संवाद किया और उनकी योजनाओं का लाभ बताया.

राजनीतिक जानकारों की माने तो पीएम मोदी की सक्रियता और सीधे जनता से जुड़ाव इस चुनाव के नतीजों पर महत्वपूर्ण असर डाल सकता है. रैलियों और जनसभाओं के माध्यम से एनडीए कार्यकर्ता जनता के बीच जीत का उत्साह फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. बिहार की सियासी फिजा अब पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुकी है, और आगामी हफ्तों में यह राजनीतिक माहौल और भी गरम होने वाला है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बिहार के लोग न सिर्फ चुनावी रैलियों का उत्साह महसूस कर रहे हैं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने वाले इस चुनाव में सक्रिय भागीदारी के लिए तैयार भी हैं. एनडीए की जीत की दिशा में पीएम मोदी की रैलियों का प्रभाव आगामी दिनों में साफ दिखाई देगा.

गौरतलब है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर दो चरण में 6 और 11 नवंबर को मतदान होंगे जबकि वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी. गौरतलब है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर दो चरण में 6 और 11 नवंबर को मतदान होंगे जबकि वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी. 

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