पाकिस्तान में भारतीय खिलाड़ियों पर हुए हमले को जान हो जायेंगे हैरान
जहां पाकिस्तान भारत पर बार - बार सवाल खड़े कर रहा है और भारत के पाकिस्तान ना जाने पर उंगली उठा रहा है वहीँ इतिहास बार बार अपने पन्ने पलट रहा है और बता रहा है कि जब - जब भारतीय टीम ने पाकिस्तान पर भरोसा किया है तब - तब भारत की पीठ पर खंजर घोपा गया है। एक तरफ पाकिस्तान कहता है कि भारत राजनीती के चलते क्रिकेट टीम को पाकिस्तान नहीं भेजता और खेल को राजनीती के बीच लेकर आता है तो वहीँ कुछ घटनाएं ऐसी हैं जो बार बार ये कहती हैं कि पाकिस्तान पर फिर भरोसा करना किसी खतरे से कम नहीं है।
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जी हाँ आज आपको बताएँगे उन सभी घटनाओं के बारे में जब पाकिस्तान में भारतीय खिलाडियों पर मैनेजमेंट पर हमला हुआ है।
जब भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान श्रीकांत की फाड़ी थी जर्सी -
ये घटना तब की है जब 1989-90 में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे के श्रीकांत। तब भारतीय टीम उनकी कप्तानी में टेस्ट और वन डे सीरीज के लिए पाकिस्तान गई थी। और इस दौरे पर भारतीय कप्तान के.श्रीकांत पर अटैक हुआ था। टेस्ट सीरीज बराबरी पर ख़त्म हुई और वन डे सीरीज के पहले मैच को रद्द कर दिया गया दूसरा मैच पाकिस्तान जीती लेकिन तीसरे मैच में जब पाकिस्तान को हारता देखा गया तो पाकिस्तानी समर्थकों ने भारतीय फील्डर्स पर पत्थरबाज़ी शुरू कर दी। सिर्फ इतना ही नहीं इस दौरान भारतीय कप्तान को घुसा मार दिया गया और उनकी जर्सी भी फाड़ दी थी जिसका ज़िक्र संजय मांजरेकर ने अपनी किताब में भी की हुई है
मोहम्मद अजहरुद्दीन पर भी किया गया हमला -
साल 1989-90 में जब भारतीय कप्तान के.श्रीकांत पर पाकिस्तानि समर्थकों द्वारा हमला किया गया उनकी जर्सी फाड़ दी गई उसी मैच के दौरान भारतीय टीम के खिलाड़ी मोहम्मद अजहरुद्दीन को मेटल के हुक से मारा गया। इस बार का खुलासा उस वक़्त टीम इंडिया के मैनेजर चंदू बोर्डे ने किया था तब वो उस दौरे पर टीम इंडिया के साथ भी थे। हालांकि इन विवादों के साथ टीम इंडिया भारत वापस तो लौट आई लेकिन ये घटना हमेशा के लिए याद रह गई।
साल 1997 में भारतीय खिलाड़ियों पर हमला -
1997 के दौरे पर 4 भारतीय खिलाड़ियों को मारा गया पत्थर -1980 में हुए हमले के बाद भी भारतीय टीम पाकिस्तान पर भरोसा कर के और खेल को आगे रख कर पाकिस्तान फिर गई लेकिन 1997 में एक बार फिर 1989-90 वाली घटना दोहराई गई। सौरव गांगुली, निलेश कुलकर्णी, अबय कुरुविला और देबाशीष मोहंती पर पाकिस्तानी समर्थकों ने पत्थरों से हमला किया और तब भारतीय टीम के कप्तान थे सचिन तेंदुलकर। तब सचिन ने इस घटना के बाद ज़िम्मेदारी उठाते हुए सुरक्षा के लिहाज़ से मैदान में उतरने से इंकार कर दिया था।
2006 में सचिन को बनाया अपना टारगेट -
1997 की घटना के बाद सचिन तेंदुलकर को पाकिस्तान में टारगेट किया गया। साल 2006 में तब भारतीय टीम टेस्ट और वन डे सीरीज के लिए फिर पाकिस्तान के दौरे पर गई थी लेकिन तब भी पाकिस्तानी समर्थक नहीं सुधरे। उन्होंने इस दौरे में सचिन तेंदुलकर को पत्थर निशाना बना कर पत्थर से हमला किया था।
इरफान पठान पर भी किया गया हमला -
साल 2006 में ही भारत के पाकिस्तान दौरे पर इरफान पठान पर भी हमला किया गया। पहले वनडे मैच के दौरान उन पर किसी चीज से अटैक किया गया जब वो मिड विकेट पर फील्डिंग कर रहे थे। जिसके बाद कुछ देर तक मैच भी रोकना पड़ा था और इस बात का ज़िक्र खुद इरफान पठान ने एक इंटरव्यू में किया था।
अजित अगरकर पर भी हुआ हमला -
साल 2006 में ही इरफ़ान पठान पर हुए हमले के बाद दूसरे मैच में पाकिस्तानी समर्थकों ने रावलपिंडी में खेले वनडे मैच में अजीत अगरकर पर किसी चीज से अटैक किया वो भी तब जब वो थर्ड मैन पर फील्डिंग के लिए मौजूद थे। घटना के बाद अजीत अगरकर ने फील्ड अंपायर को इस घटना के बारे में बताया तब भी खेल को थोड़ी देर रोकन पड़ गया था।
तो ये वो घटना हैं जब ना सिर्फ भारतीय खिलाडियों पर हमले हुए बल्कि पाकिस्तान ने भारत के भरोसे को हमेशा के लिए खो दिया। इसके बावजूद साल 2008 तक भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा करती रही। आखिरी बार भारत साल 2008 में पाकिस्तान गई थी लेकिन तब से सुरक्षा को देखते हुए भारत सरकार और BCCI भारतीय टीम को पाकिस्तान नहीं भेजती। और साल 2013 के बाद दोनों टीमों के बीच कोई द्विपक्षिय सीरीज भी नहीं हुई है। भारत - पाकिस्तान अब सिर्फ ICC टूर्नामेंट में ही खेलते हुए दिखाई देते हैं। खैर अब देखना होगा ICC कब ऑफिशली इस बात की जानकारी देती है कि चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल के तहत खेला जायेगा।
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