IND vs ENG: 'मैं देख रहा हूं कि उसने अपने...'रवि शास्त्री ने केएल राहुल की शानदार बल्लेबाज़ी को लेकर किया बड़ा खुलासा
शास्त्री ने एक खास तकनीकी बदलाव पर भी प्रकाश डाला जिसने काफी फर्क डाला है. उन्होंने कहा, "मैं देख रहा हूं कि उसने अपने अगले पैर, अपनी मूवमेंट और डिफेंडिंग करते समय थोड़ा सा बदलाव किया है. उनकी तकनीक में अच्छे बदलाव आए हैं जिससे उनके लिए मिड-विकेट की ओर शॉट मारना पहले से भी आसान हुआ है."

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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री के अनुसार, बल्लेबाज केएल राहुल अपने टेस्ट करियर के स्वर्णिम दौर में हैं और उन्हें उम्मीद है कि भारत का यह सलामी बल्लेबाज आने वाले वर्षों में कई शतक लगाएगा. राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है.
शास्त्री ने की केएल राहुल की तारीफ
शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू में कहा, केएल राहुल अपने लय में हैं और उन्हें अगले तीन-चार वर्षों का पूरा फायदा उठाना होगा. मुझे लगता है कि वह ढेर सारे शतक लगाएंगे. क्योंकि वह भारत में भी काफी क्रिकेट खेल रहे हैं. इसलिए औसत जो भी हो, उनका स्कोर 50 के करीब होना चाहिए.
इंग्लैंड के सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे खिलाडी है राहुल
राहुल मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज में भारत के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, उन्होंने तीन मैचों में 62.5 की औसत से 375 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल है. वह वर्तमान में सीरीज में चौथा सबसे बड़ा कुल स्कोर रखते हैं और अब इंग्लैंड में भारत के लिए संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज्यादा टेस्ट शतक (चार) लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं, जो केवल राहुल द्रविड़ (छह) से पीछे हैं.
राहुल ने किया अपनी तकनीकी और मानसिकता में सुधार
शास्त्री के अनुसार, राहुल की सफलता तकनीकी और मानसिक, दोनों तरह के सुधार का नतीजा है. शास्त्री ने कहा, "मुझे लगता है कि दुनिया में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं था जिसने उनकी क्षमता को नकारा हो और कहा हो कि वह (राहुल) प्रतिभाशाली नहीं हैं."
उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात से चिढ़ थी कि इतनी प्रतिभा के बावजूद, वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था. और इस सीरीज में आप राहुल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देख रहे हैं.
राहुल की बल्लेबाजी में आया काफी निखार
शास्त्री ने एक खास तकनीकी बदलाव पर भी प्रकाश डाला जिसने काफी फर्क डाला है. उन्होंने कहा, "मैं देख रहा हूं कि उसने अपने अगले पैर, अपनी मूवमेंट और डिफेंडिंग करते समय थोड़ा सा बदलाव किया है. उनकी तकनीक में अच्छे बदलाव आए हैं जिससे उनके लिए मिड-विकेट की ओर शॉट मारना पहले से भी आसान हुआ है."
उन्होंने आगे बताया कि कैसे इस बदलाव से राहुल की बल्लेबाजी में काफी निखार आया है. पहले जिस तरह वह आउट हो रहे थे, उसमें सुधार देखने को मिला है.
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33 साल की उम्र में, राहुल के अब 35.3 की औसत से 3,632 टेस्ट रन हैं, जिसमें 10 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं. पांच मैचों की सीरीज में भारत 1-2 से पीछे चल रहा है, ऐसे में सभी की निगाहें 23 जुलाई को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले चौथे टेस्ट मैच पर टिकी हैं.
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