ड्रीम11 के साथ खत्म हुआ नाता, अब बीसीसीआई नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश में, सचिव देवजीत सैकिया ने दी जानकारी
ड्रीम11 के हटने के बाद अब सवाल यह है कि भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर अगला बड़ा नाम कौन होगा? क्या बीसीसीआई को इससे नुकसान होगा या फिर नई डील से आय और बढ़ेगी?
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और फैंटेसी गेमिंग कंपनी ड्रीम11 के बीच हुआ करार खत्म हो गया है. बीसीसीआई के नए सचिव देवजीत सैकिया ने इसकी पुष्टि की और कहा कि अब बोर्ड नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश कर रहा है. यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब देश में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री पर कड़े कानून लागू हुए हैं और कंपनियों पर टैक्स का बोझ बढ़ा है.
ड्रीम11 ने क्यों छोड़ा बीसीसीआई का साथ?
ड्रीम11 ने बीसीसीआई के साथ 2023 में करार किया था, जिसके तहत वह भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी स्पॉन्सर और ऑफिशियल पार्टनर बनी. लेकिन ऑनलाइन गेमिंग पर 28% जीएसटी और हाल ही में बने कड़े कानूनों के बाद कंपनी पर आर्थिक दबाव बढ़ा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यही वजह रही कि ड्रीम11 ने समय से पहले ही यह करार खत्म करने का फैसला लिया.
अब बीसीसीआई किन कंपनियों से करेगा बात?
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने साफ कहा है कि नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश शुरू हो चुकी है. हालांकि अभी यह खुलासा नहीं किया गया कि किन कंपनियों से बातचीत हो रही है. क्रिकेट से जुड़ी बड़ी कंपनियां जैसे ई-कॉमर्स, फूड डिलीवरी, और पेमेंट ऐप्स इस दौड़ में शामिल हो सकती हैं.
भारतीय क्रिकेट पर क्या पड़ेगा असर?
टाइटल स्पॉन्सरशिप बीसीसीआई की सबसे बड़ी आय का जरिया है. ड्रीम11 के हटने के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या नए करार से बीसीसीआई की आय पर असर पड़ेगा. हालांकि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और उसे स्पॉन्सरशिप डील्स की कोई कमी नहीं रहती. विशेषज्ञों का मानना है कि नई कंपनी के साथ करार पुराने कॉन्ट्रैक्ट से भी बड़ा हो सकता है.
खिलाड़ियों और फैन्स के लिए इसका क्या मतलब है?
भारतीय टीम की जर्सी से अब ड्रीम11 का लोगो हट जाएगा और उसकी जगह नए स्पॉन्सर का नाम दिखेगा. यह बदलाव खिलाड़ियों और फैन्स दोनों के लिए नया अनुभव होगा. कई लोग मानते हैं कि यह मौका है जब बीसीसीआई किसी पारंपरिक और बड़े ब्रांड को भारतीय क्रिकेट से जोड़ सकता है.
क्या ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों का दौर खत्म हो रहा है?
ड्रीम11 का हटना इस बात का संकेत है कि सरकार के कड़े कानून और टैक्स बोझ ने ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर की संभावनाओं पर असर डाला है. सवाल यह भी है कि क्या भविष्य में दूसरी गेमिंग कंपनियां भी भारतीय खेलों की स्पॉन्सरशिप से पीछे हटेंगी?
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ड्रीम11 और बीसीसीआई का अलग होना भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा बदलाव है. अब सबकी नजर इस बात पर है कि बीसीसीआई किस कंपनी को नया टाइटल स्पॉन्सर बनाता है. यह फैसला आने वाले महीनों में क्रिकेट की स्पॉन्सरशिप इंडस्ट्री की दिशा तय करेगा.
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