अपरा एकादशी 2025: जानिए इस व्रत के क्या हैं लाभ, किन चीजों के दान से मिलेगा पुण्य
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 23 मई दिन शुक्रवार को तड़के सुबह 1 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी और 23 मई को रात 10 बजकर मिनट पर समाप्त होगी. जानिए इस दिन किन चीजों का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होगी?
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अपरा एकादशी का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है. ‘अपरा’ का अर्थ है ‘असीम’ या ‘अत्यधिक’. अपरा एकादशी एकादशी को अचला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से मनुष्य को अपार पुण्य और समृद्कीधि की प्राप्ति होती है. उसके बड़े से बड़े पाप भी खत्म हो जाते हैं. इस एकादशी का महत्व भगवान कृष्ण ने स्वयं युधिष्ठिर को बताया था. मान्यता है कि अपरा एकादशी का व्रत रखने से ब्रह्महत्या, गोहत्या और परस्त्रीगमन जैसे घोर पापों से भी मुक्ति मिलती है.
23 मई को है अपरा एकादशी
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 23 मई दिन शुक्रवार को तड़के सुबह 1 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी और 23 मई को रात 10 बजकर मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि के अनुसार, अपरा एकादशी का व्रत 23 मई को ही रखा जाएगा और 24 मई को सूर्योदय के बाद व्रत का पारण किया जाएगा. इस व्रत के फल से मनुष्य को विभिन्न प्रकार के यज्ञों, दान-पुण्यों और तीर्थों के दर्शन के समान पुण्य प्राप्त होता है. इस व्रत को करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है. इस व्रत के पुण्य से पितरों को भी शांति मिलती है.
अपरा एकादशी के दिन इन चीजों का करें दान
- अन्न: अनाज का दान करना बहुत शुभ माना जाता है. चावल, गेहूं, दालें या अन्य अनाज अपनी क्षमतानुसार करें. इससे घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती और बरकत बनी रहती है.
-जल: प्यासे लोगों को पानी पिलाना या पानी के बर्तन का दान करना भी बहुत शुभ है. आप मटके या सुराही का दान कर सकते हैं. निर्जला एकादशी के पास होने के कारण जल का दान विशेष महत्व रखता है.
-फल: फलों का दान करने से स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और पॉजिटिव एनर्जी मिलेगी. अपनी पसंद के कोई भी फल दान कर स्वस्थ जीवन अपनाएं.
- धार्मिक पुस्तकें: धार्मिक पुस्तकों का दान करने से ज्ञान का प्रसार होगा और आध्यात्मिक उन्नति होगा.
- गुड़: गुड़ का दान करने से जीवन में मिठास और मधुरता आएगी.
- घी: घी का दान करना भी शुभ माना जाता है और इससे घर में समृद्धि आती है.
- वस्त्र: कपड़ों का दान करना भी महत्वपूर्ण है. नए या पुराने साफ वस्त्र किसी जरूरतमंद को दान करें. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है और भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं.
- जूते-चप्पल: गर्मी के मौसम में जूते या चप्पल का दान करना बहुत पुण्य का कार्य माना जाता है. इससे राह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं.
- धन: अपनी क्षमता के अनुसार धन का दान करना भी अच्छा होता है. किसी गरीब व्यक्ति, मंदिर या किसी धार्मिक कार्य में दान कर पुण्य की प्राप्ती करें.
दान करते समय इन बातों का रखें ध्यान
अपरा एकादशी के दिन लोगों को दान हमेशा श्रद्धा और भक्ति भाव से करना चाहिए. दान गुप्त रूप से करेंगे तो ये अधिक फलदायी होगा. किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना सबसे बड़ा पुण्य का काम होता है. अपरा एकादशी के दिन दान कर भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में खुशहाली बनी रहती है. इससे जीवन में आने वाले परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है.
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