Kadak Baat : सीएम योगी का फैसला यूपी में मचाएगा तहलका, कटेगा बड़े-बड़े मंत्रियों का पत्ता ?
यूपी सरकार में जल्द ही कोई बड़ा बदलाव हो सकता है. क्योंकि यूपी में बीजेपी की हार पर रिपोर्ट दिल्ली पहुंच चुकी है. कई मंत्रियों पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं

तो ऐसे में अब खबर है कि -
- यूपी में संगठन और सरकार दोनों में बदलाव दिख सकते हैं-सूत्र
- योगी की टीम से कई बड़े चेहरों को हटाया जा सकता है- सूत्र
- कई मंत्रियों की परफोर्मेंस से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुश नहीं है
- प्रदेश अध्यक्ष सहित संगठन से निचले स्तर पर भी बदलाव की चर्चा है
यानी की अब यूपी में बड़ा खेल होगा ,तबाड़तोड़ तरीके से नाकाम नेताओं का पत्ता साफ किया जाएगा। वहीं बात करें प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की तो उन्होंने हार की जिम्मेदारी तो ले ली लेकिन अभी इस्तीफा नहीं दिया है। वो पार्टी के लिए ही काम करेंगे लेकिन ये भूपेंद्र चौधरी और केशव प्रसाद मौर्य ही हैं।जिन्होंने सीएम योगी के खिलाफ खेल करने की कोशिश की है, ये बात इसलिए साबित हो रही है कि दोनों ने ही यूपी में हार के कारणोॆ का पता लगाने के लिए एक रिपोर्ट तैयार की। रिपोर्ट में हार का सारा ठीकरा योगी आदित्यनाथ पर फोड़ने की कोशिश की गई है, यूपी के उन मंत्रालयों पर फोड़ने की कोशिश की गई है। जिन्हें खुद योगी आदित्यनाथ संभालते थे, यही कारण है कि अब सीएम योगी चुप रहकर ही ऐसे ऐेसे बदलाव करेंगे। जिससे उन्हें हिलाने की कोशिश करने वाले खुद हिल जाएंगे सबसे बड़ी बात तो ये है कि जबसे दिल्ली से छूट मिली है, तबसे मौका पाकर पार्टी के तमाम लोगों ने नसीहतों की झड़ी लगा दी है।
कई अपनी खुन्नस भी इस बहाने निकाल रहे हैं।कोई संगठन को कोस रहा है तो कोई सरकार को, ऐसे में माहौल खराब होता देख केंद्रीय नेतृत्व ने यूपी के नेताओं को समझा दिया है कि कहीं कोई विवाद की स्थिति नहीं बननी चाहिए।बेवजह की बयानबाजी भी बंद होनी चाहिए।यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ बवालियों को किनारे करने की कोशिश में जुट गए हैं, बीजेपी सूत्रों के मुताबिक योगी मंत्रिमंडल में जल्द ही बड़ा फेरबदल होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के साथ ही प्रदेश संगठन ने भी कई मंत्रियों की भूमिका को लेकर सवाल उठाए हैं और ये मंत्री मुख्यमंत्री के अपेक्षा के मुताबिक काम नहीं कर पा रहे हैं।कई मंत्रियों के क्षेत्र में पार्टी चुनाव हार गई है, चुनाव में भी कुछ मंत्रियों की भूमिका सही नहीं रही।उनकी छुट्टी हो सकती है, वहीं प्रदेश संगठन में भी बदलाव होना है। चर्चा तो ये भी है कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष को फिर से सरकार का हिस्सा भी बनाया जा सकता है हालांकि अभी उन्होने इस्तीफा नहीं दिया और उनके इस्तीफे की पेशकश को केंद्रीय नेतृत्व ने स्वीकार नहीं किया है। फिलहाल योगी सरकार विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारियों में जुटी है। उपचुनाव की तैयारियों में जुटी है और जल्द यूपी में बड़े सियासी फेरबदल की खबर सुनने को मिलने वाली है।