Kadak Baat : Kejriwal के गले लग रहे Rahul Gandhi को आतिशी ने दिया झटका, हरियाणा में फंसी Congress
एक तरफ राहुल गांधी ने केजरीवाल का साथ दिया है। तो दूसरी तरफ आतिशी ने राहुल गांधी को आईना दिखा दिया है।
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Rahul Gandhi : कहते हैं राजनीति में कब कौन किसके साथ खेल कर जाए। तस्वीरें बेहद दिलचस्प होती है। अब नई खबर ने राजनीति में तहलका मचा दिया है। और ये तस्वीर सामने आई है Rahul Gandhi और केजरीवाल की। दरअसल राहुल गांधी ने जैसे ही केजरीवाल से हाथ मिलाया। वैसे ही आम आदमी पार्टी की मंत्री ने पीठ फिरते ही खेल कर दिया। ऐसा खेल राहुल गांधी सिर पकड़कर बैठ गए। दरअसल हुआ ये कि आप और कांग्रेस का गठबंधन टूटने के बाद राहुल ने पहली बार केजरीवाल के समर्थन में बयान दिया। ऐसा बयान की कांग्रेस नेता भी हैरान हो गए। राहुल गांधी ने केजरीवाल के बर्थडे पर ट्वीट किया। और लिखा "दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।आशा करता हूं कि आप स्वस्थ रहें, खुशहाल रहें। अन्याय के विरुद्ध इस युद्ध में INDIA आपके साथ है "।
राहुल गांधी ने केजरीवाल के साथ खड़े रहने का जैसे ही ऐलान किया।वैसे ही आतिशी ने कांग्रेसियों के कानों से धुंआ आ जाए ऐसी बात बोल दी। और कहा जाने लगा कि फिर से तालमेल गड़बड़ा गया है। एक तरफ राहुल केजरीवाल के गले लग रहे तो दूसरी तरफ आतिशी ने धमाका करते हुए कह दिया है कि आम आदमी पार्टी पूरी ताकत के साथ अकेले चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है ।
यानी की आतिशी ने इशारा दे दिया है कि कांग्रेस अब कितना भी गले गलने की कोशिश कर रहे। आम आदमी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। अब इतिहास के पन्ने पलटें तो लोकसभा चुनाव में आप और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। जिससे आम आदमी पार्टी को नुकसान ही उठाना पड़ा। जबकि सोई हुई कांग्रेस जिंदा हो गई और फायदा हुआ राहुल गांधी। वजह है कि दोनों पार्टियां एक ही एजेंडें पर काम करती है। चुनावी रेबड़ियां भी एक ही जैसी बांटती है। तो लोगों ने कांग्रेस को भी वोट दिया।
जिसका सीधा सीधा फायदा हुआ बीजेपी को। तो ऐसे में फिर से विधानसभा चुनाव में केजरीवाल के गले मिलने की कोशिश कर रहे राहुल गांधी को आतिशी ने आईना दिखा दिया। और अकेले हरियाणा में चुनाव लड़ने की बात कहकर राहुल गांधी के अरमानों पर पानी फेर दिया। वैसे ही ये दोनों पार्टियां कितना भी एक दूसरे की दोस्ती का दिखाना कर लें। लेकिन दोस्त नहीं हो सकती। इनकी दोस्ती सिर्फ और सिर्फ चुनावी फायदे की है। क्यों। क्योंकि कांग्रेस केजरीवाल को सबसे बड़ा सियासी दुश्मन मानती हैं। वजह है दिल्ली से कांग्रेस की सत्ता भी केजरीवाल ने ही छिनी। और पंजाब से कांग्रेस को खदेड़ने वाले भी केजरीवाल ही थे। तो ऐसे में कांग्रेस प्यार प्यार से केजरीवाल की काट बनने की कोशिश कर रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता अलर्ट हो गए हैं। लेकिन एक बात साफ है हरियाणा में आम आदमी पार्टी की राह को मुश्किल कर दिया है। क्योंकि दोनों की एक दूसरे के वोट कांटने का काम करेंगी और सीधा फायदा होगा बीजेपी को।
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